घर में छिपे मिल रहे कोरोना मरीज, तकलीफ बढ़ने पर लोग निजी पैथालाजी से करा रहे जांच
शहर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने माना है कि घरों में कोरोना मरीज छिपे मिल रहे हैं। दस दिन से निजी पैथालाजी सेन्टरों से आ रही कोरोना...
शहर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने माना है कि घरों में कोरोना मरीज छिपे मिल रहे हैं। दस दिन से निजी पैथालाजी सेन्टरों से आ रही कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि हालात पहले से ज्यादा खराब हो रहे हैं। लोग घरों में बुखार होने पर खुद ही इलाज कर रहे हैं। जब तकलीफ बढ़ने लगती है तो चुपचाप निजी पैथालाजी से सैम्पल देकर टेस्ट कराते हैं। तीन दिन से तो निजी पैथालाजी सेन्टरों की ओर से 30 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट जारी हो रही है।
बीते दस दिनों से निजी पैथोलाजी सेन्टरों ने अब तक 266 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट आईसीएमआर और स्वास्थ्य विभाग को दी है। रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद ही स्वास्थ्य विभाग इन मरीजों को कोविड हॉस्पिटल और परिजनों को क्वारंटीन सेन्टरों में भेजने का काम कर रहा है। घरों में छिपे कोरोना मरीजों से ही संक्रमण का ग्राफ और बढ़ता जा रहा है। घर में एक मरीज के मिलने के बाद उसके परिजन भी चपेट में आ रहे हैं। साथ ही कोरोना के मरीज नए इलाकों में भी निकल रहे हैं। बादशाहीनाका, सिविल लाइंस, टीपी नगर, आनंदपुरी,गोविन्द नगर,किदवई नगर,सीसामऊ, डिफेंस कालोनी, हालसी रोड, काहूकोठी,परमट में तो कई दिनों तक मरीज घर पर इलाज कराते रहे और जब निजी पैथालाजी से जांच कराई तो उनमें कोरोना की पुष्टि हो गई। तब तक उन्होंने अपने परिजनों को भी संक्रमित किया। बीती दस जुलाई को निजी पैथालाजी से 30 तो रविवार को 36 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट जारी होने से विभाग के आला अधिकारी तक हैरत में पड़ गए। कुरसवां में दो दिन पहले हुई मौत तभी सामने आई जब मरीज अपने घर के आंगन में गिरा और उसे हैलट लाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसने दमतोड़ दिया।
छिपाएं नहीं, तुरंत टेस्ट कराएं
अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ.रामायण प्रसाद यादव ने माना कि घर-घर में छिपे कोरोना मरीज ही निजी पैथालाजी सेन्टरों से टेस्ट करा रहे हैं इसलिए कोरोना का ग्राफ तेजी से फैल रहा है। यही लोग पहले दिन से लक्षण पर हैलट या उर्सला की फ्लू ओपीडी में इलाज कराएं तो कोरोना ग्राफ को नीचे किया जा सकता है। कई दिनों तक घरों में रहने से उनके परिजन भी संक्रमित हो जाते हैं। ऐसा कई घरों में देखने को मिल रहा है। सीएमओ इकाई से रिपोर्ट मांगी गई है ताकि घरों में छिपे मरीजों का अंदाजा लगाया जा सके। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है कि कोरोना लक्षण को छिपाएं नहीं, तुरंत टेस्ट कराकर कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हों।
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