राम भरत जैसा हो भाई-भाई का प्रेम
कानपुर में श्री ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामण्डल ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें आचार्य पीयूष ने भरत और श्रीराम के प्रेम को बताया। उन्होंने कहा कि भरत ने राजगद्दी नहीं ली और श्रीराम को वापस लाने...
कानपुर। श्री ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामण्डल ने मंगलवार को सनातन धर्म भवन, बीएनएसडी शिक्षा निकेतन बालिका इंटर कॉलेज में श्री राम कथा कराई। इसमें आचार्य पीयूष ने कहा कि भरत का प्रेम प्रभु श्रीराम के प्रति अनन्य प्रेम था। आज के समाज में भाई-भाई का प्रेम ऐसा ही होना चाहिए। भरत ने राजगद्दी नहीं ली। प्रभु श्रीराम को चित्रकूट से अयोध्या वापस लाने गए। श्रीराम ने वचनबद्ध होने के कारण अयोध्या लौटने से मना कर दिया। इस पर भरत ने राज सिंहासन पर श्रीराम की पादुकाओं को रख कर चौदह वर्षों तक राज पाठ चलाया। यहां विजय नारायण तिवारी, पं. रमाकान्त मिश्र, सुमन, योगेन्द्रनाथ भार्गव, अभिनव नारायण तिवारी, राकेश राम त्रिपाठी, हरिभाऊ खांडेकर, सुभाष चन्द्र त्रिपाठी, डॉ. सरस्वती अग्रवाल, मंजू शुक्ला, ज्योति मिश्रा आदि मौजूद थे।
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