चुनाव आयोग की मनाही के बाद भी सीसामऊ में पुलिस हटवा रही हिजाब, चेक कर रही वोटर की आईडी
- उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान चालू है। चुनाव आयोग की स्पष्ट मनाही के बावजूद कानपुर नगर जिले की सीसामऊ सीट पर पुलिस वोटरों का पहचान पत्र चेक कर रही है और महिलाओं का हिजाब भी हटवा रही है।
चुनाव आयोग की स्पष्ट मनाही के बावजूद उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर जिले में पुलिस मतदाताओं के पहचान पत्र की जांच करती नजर आ रही है। पुलिस मुसलमान महिला वोटरों का हिजाब और बुर्का हटवाकर उनके वोटर आईडी कार्ड की जांच और उनके फोटो का मिलान भी कर रही है। सीसामऊ चौराहा पर मतदाताओं के पहचान पत्र और हिजाब हटवाने का मामला सामने आया है। सीसामऊ सीट पर सुबह 9 बजे तक 5.73 फीसदी मतदान हुआ है जबकि नौ सीटों पर वोटिंग का औसत प्रतिशत 9.67 फीसदी है। मतदान से पहले मंगलवार को यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा ने निर्देश जारी किया था कि मतदान केंद्र पर पोलिंग अफसर ही वोटर के पहचान पत्र चेक करेंगे। पुलिस कर्मी पहचान पत्र नहीं देखेंगे।
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव नियमों के तहत पुलिस को मतदाता का पहचान पत्र जांचने और हिजाब, बुर्का या नकाब उतरवाकर मुसलमान महिलाओं की पहचान करने से रोकने के लिए स्पष्ट निर्देश देने की मांग की थी। सपा पहले के चुनावों में आरोप लगाती रही है कि पुलिस इस तरह की जांच से मुस्लिम वोटरों के बीच सख्ती का भय फैलाती है जिससे काफी मुसलमान वोटर बिना वोटिंग किए ही लौट जाते हैं।
पुलिस नहीं चेक कर सकती वोटर का आईडी कार्ड, बुर्का हटाकर चेहरा भी नहीं देख सकती, चुनाव आयोग का निर्देश
सपा ने मुस्लिम इलाकों में धीमे और कम मतदान का हवाला देते हुए चुनाव आयोग से कहा था कि वो साफ-साफ आदेश दे कि पुलिस वोटर के पहचान पत्र की जांच नहीं करेगी और महिलाओं की पहचान के लिए बुर्का, हिजाब या नकाब नहीं हटवाएगी। चुनाव नियमों के तहत वोटर के पहचान पत्र की जांच करना चुनाव अधिकारी का काम है और सपा ने इस नियम को सख्ती से लागू करने की मांग की थी। लेकिन सीसामऊ चौराहा पर चुनाव आयोग के आदेश के खिलाफ जाकर पुलिस हिजाब भी हटवा रही है और वोटर का पहचान पत्र भी देख रही है।
लो और स्लो वोटिंग को लेकर सपा अलर्ट, चुनाव आयोग से कहा- हिजाब, बुर्का या नकाब पुलिस वाले न हटाएं
समाजवादी पार्टी (एसपी) के विधायक इरफान सोलंकी की सदस्यता सजा मिलने के बाद खत्म हो गई थी जिसकी वजह से उपचुनाव हो रहा है। अखिलेश यादव की सपा ने इरफान की बीवी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सुरेश अवस्थी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने वीरेंद्र कुमार को लड़ाया है। इरफान सोलंकी 2012 से इस सीट को सपा के लिए लगातार जीत रहे हैं।