सर्दी का सितम, कार्यालयों में सन्नाटा, सर्दी से अस्पताल में बढ़े मरीज
Kannauj News - कन्नौज में बर्फीली सर्दी से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मौसम विभाग ने बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी है। सर्दी के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या भी कम...
कन्नौज, संवाददाता। लगातार पड़ रही बर्फीली सर्दी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार दो दिन से धूप नहीं निकलने से स्थिति और भी विकराल बनती जा रही है। मौसम विभाग ने गुरुवार को गरज के साथ बारिश एवं वज्रपात की भी चेतावनी दी है। जिससे किसान चिंतित हैं। बुधवार को भी सुबह से घने बादल छाए रहे। गलन भरी हवाएं लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। स्कूली बच्चों को ठिठुरते हुए स्कूल जाना पड़ा। सर्दी के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। डॉक्टर मरीजों को दवाओं के साथ सर्दी से बचने की भी सलाह दे रहे हैं। विकराल सर्दी में पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। खासकर बेसहारा लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गुरुवार को मौसम का मिजाज और खराब हो सकता है। इन दिनों गरज के साथ बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी गई है। जिला अस्पताल ¸में मरीजों की भीड़ जमा हो गई। बुधवार को रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पर्चा बनवाने के लिए लोग सुबह से ही इकट्ठा हो गए। जल्दी पर्चा बनवाने को लेकर कई बार लोगों के बीच गहमागहमी भी होती रही। यहां तैनात कर्मियों ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया तब जाकर व्यवस्था सुचारु हो सकी। जिला अस्पताल में 700 से अधिक मरीजों ने चिकित्सकीय परामर्श के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। मरीजों की संख्या बढ़ने से डॉक्टरों की ओपीडी का हाल भी बेहाल रहा। इलाज लिए लोग घंटों ओपीडी के बाहर खड़े रहे। काफी देर के बाद नंबर आने पर मरीजों ने राहत की सांस ली। डायग्नोस्टिक विंग में भी जांच के लिए पहुंचे मरीजों की भीड़ रही।
सर्दी में रेलवे स्टेशन पर भी कम हुई यात्रियों की संख्या
सर्दी का असर रेलवे स्टेशन पर भी देखने को मिलने लगा है। आम दिनों में रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की अच्छी खासी संख्या देखने को मिलती थी।जबकि इधर एक सप्ताह से सर्दी का असर देखने को मिलने लगा है। रेलवे स्टेशन पर भीड़ भाड़ कम ही देखने को मिल रही है। ड्यूटी और जरूरी कामों से बाहर जाने की मजबूरी में ही लोग यात्रा कर रहे हैं। जबकि जहां तक संभव है लोग सर्दी में यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं।
फसलों को हो सकता नुकसान
गुगरापुर,कन्नौज।आलू ,शिमला मिर्च,मिर्च में चिली कर्ल वायरस से नुकसान होने का अंदेशा, वायरस जनित बीमारियों फसल में सफेद मक्खी एवं कीटो से फैलता है इससे फसल को बचाने के लिये रोगिल पौधों को खेत से बाहर करें तथा सिस्टमिक कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करें l आलू ,मिर्च और शिमला मिर्च पर कोहरे एवं पाला से नुकसान होने का अंदेशा रहता है फसल में पाला एवं कोहरे में पत्तियां छोटी और पीली पड़ने के साथ कमजोर होने लगी है इससे बचाने के लिये किसान भाई फसल की सिचाई करे l मोजेक वायरस के प्रभाव से आलू के पौधों में सिकुड़न शुरू हो जाती है, जो सीधे तौर पर पैदावार प्रभावित करती है। खतरा तो मटर और दलहन में मसूर को भी है, लेकिन उससे ज्यादा खतरा मिर्च और शिमला मिर्च को है। चिली कर्ल भी मिर्च और शिमला मिर्च के पौधों को कमजोर कर देता है। शुरू में पौधा पीला तो दिखेगा तथा छोटा रहेगा कोहरा एवं पाला से आलू की फसल को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है आलू की फसल को बचाने के लिए किसानों को खेत में हल्की सिंचाई जरूर करनी चाहिए।
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