Hindi NewsUttar-pradesh NewsKannauj NewsSafety Concerns Raised Over Lack of Stairs at Tirwa Cut on Agra-Lucknow Expressway

एक्सप्रेस-वे पर ‘मौत की चढ़ाई चढ़ती है सवारी, तिर्वा कट पर सीढ़ी न बनने से हो रही परेशानी, कई लोग गिरकर हो चुके हैं चोटिल, जिम्मेदार मौन

Kannauj News - लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर तिर्वा कट पर सीढ़ियों की कमी के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग फिसलकर गिरकर चोटिल हो चुके हैं। स्थानीय नेताओं ने समस्या का समाधान करने की मांग...

Newswrap हिन्दुस्तान, कन्नौजThu, 19 Dec 2024 06:43 PM
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तिर्वा, संवाददाता। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर अरौल के बाद फगुहा भट्ठा पर सबसे बड़ा कट बनाया गया था ताकि यहां से यात्री अपने गंतव्य स्थानों पर आ-जा सकें। अरौल में कट होने के साथ-साथ एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने और उतरने की सीढ़ी भी बनी है, लेकिन तिर्वा कट पर सीढ़ी न बनने से सवारियों को एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने और उतरने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई लोग चढ़ने-उतरने में गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार मौन हैं। सपा सरकार में लखनऊ से आगरा तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया गया था। इस पर सबसे बड़ा कट फगुहा भट्ठा के पास तिर्वा कट के नाम से बनाया गया था। यहां से प्रतिदिन लगभग पांच सैकड़ा लोग बसों और अन्य वाहनों से यात्रा करते हैं, जो तिर्वा कट पर वाहनों से उतरकर अपने स्थानों पर आते-जाते हैं। लगभग 25 फिट ऊंचे एक्सप्रेस-वे से उतरकर नीचे आते हैं। यहां पर पत्थरों के टुकड़े पड़े हैं। इनसे उतरकर नीचे और ऊपर आते-जाते हैं। काफी यात्रियों को आने जाने से उनके जूतों की रगड़ से पत्थर भी घिस चुके हैं, जिससे वो चिकने होने लगे हैं। खड़ी चढ़ाई होने के कारण कई उम्र दराज लोग सहारा लेकर ही चढ़ पाते हैं। जिनके पास सहारा नहीं होता है, वो कभी-कभी इन पत्थरों से फिसलकर नीचे आ जाते हैं, जिससे उनको अस्पतालों में भर्ती होना पड़ता है। हालांकि, इन समस्याओं को लेकर सपा नेता अंशुल गुप्ता ने कई बार जनप्रतिनिधियों को समस्या दूर करने को अवगत कराया। कई बार पूर्व भाजपा सांसद सब्रत पाठक को इस समस्या से अवगत कराया गया। वर्तमान सांसद एवं सपा मुखिया को भी इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन अब तक समस्या का निदान नहीं हो सका।

इनकी भी सुनिए

बौद्धनगर निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि अक्सर देखा गया है कि कई बार एक्सप्रेस-वे से उतरते समय लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं। यदि यहां सीढ़ियां बन जाएं तो लोगों को काफी राहत मिल सकती है।

दुर्गानगर मोहल्ला निवासी बृजपाल सिंह ने बताया कि वह अभी कुछ दिन पहले वह दवा लेने लखनऊ गए थे। एक्सप्रेस-वे से नीचे उतरते समय पत्थर पर पैर फिसल जाने के कारण नीचे गिर गए थे। इससे उनके चोट लग गई थी।

बहादुरपुर गांव निवासी अरुण कुमार ने बताया कि बीते दिन वह एक्सप्रेस-वे से वापस आए थे। पत्थरों के सहारे ही नीचे उतर रहे थे। इसी दौरान उनके आगे चल रहे एक युवक पैर फिसलने से नीचे गिरकर चोटिल हो गया था। कई बार देखा जाता है कि लोग इन पत्थरों से उतरते समय गिरकर चोटिल हो जाते हैं।

दुर्गानगर निवासी अवनीश कुमार बताते हैं कि एक बार वह लखनऊ जाने के लिए एक्सप्रेस-वे पर चढ़ रहे थे। इसी दौरान उनका पैर फिसल हो गया और वह नीचे गिर गए। इससे उनको काफी चोंटे आ गई थीं। उन्होंने कहा कि यदि यहां सीढ़ियां बन जाएं तो काफी राहत मिल सकती है।

कोट

सीढ़ी बनाने का फैसला एक्सप्रेस-वे के उच्चाधिकारी और शासन के अधीन होता है। यदि यहां रेलवे स्टेशन होता तो पहले ही सीढ़ियां बनवाई जातीं। लोगों को जान जोखिम में डालकर नहीं चढ़ना उतरना चाहिए। - ओम प्रकाश सिंह, सुरक्षा अधिकारी

कृपया...कोहरे को देखते वाहन की गति धीमी रखें

दुर्घटनाएं रोकने के लिए एक्सप्रेस-वे के एंट्री प्वाइंट पर किया जा रहा अनाउंसमेंट

कन्नौज। सर्दी का सितम बढ़ने और कोहरा शुरू होने के बाद नजदीक की दृश्यता कम हो जाती है। ऐसे में वाहनों को चलाना बेहद मुश्किल भरा होता है। कई बार दृश्यता कम होने से वाहन हादसे का शिकार हो जाते हैं। इनको रोकने के लिए यूपीडा ने एक्सप्रेस-वे पर गुजरने वाले लोगों में जागरूकता लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। आगरा-लखनऊ एंट्री प्वाइंट पर वाहनों के प्रवेश स्थान पर यूपीडा ने अनाउंसमेंट शुरू करा दिया है ताकि सफर करने वाले लोग अपनी मंजिल तक सुरक्षित पहुंच सकें।

यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी प्रभात अवस्थी ने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जाते हैं। यूपीडा की टीमें लगातार पेट्रोलिंग करती हैं और किसी तरह की जानकारी मिलने पर तत्काल सहायता की जाती है। सर्दी और कोहरे को देखते हुए आगरा-लखनऊ एंट्री प्वाइंट पर चेकिंग शुरू करा दी गई है। अनाउंसमेंट कराया जा रहा है। कोहरे में सावधानी पूर्वक यात्रा करें। रफ्तार को कंट्रोल में रखें। एक्सप्रेस-वे पर जिन जगहों पर मोड़ हैं, उन स्थानों पर पीली बत्ती व रिफलेक्टर लगाए गए हैं कि इन स्थानों पर आसानी व कम रफ्तार में निकलें। सर्तकता को लेकर सारे प्रयास किए जा रहे। कहा कि इसका असर भी देखने को मिला है। करीब दस दिनों में दुर्घटनाओं में कुछ कमी देखने को मिली है।

कोट

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यूपीडा के अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जाता है। यूपीडा विभाग को लखनऊ-आगरा एंट्री प्वाइंट पर चेकिंग चलाए जाने और अनाउंसमेंट कराए जाने के निर्देश काफी पहले रोड शेफ्टी बैठक के दौरान दिए गए हैं। कोहरे के समय एंट्री प्वाइंट पर लोगों को जागरूक किया जाएगा तो निश्चित रुप से दुर्घटनाओं में कमी आएगी।

- शुभ्रांत शुक्ला, जिलाधिकारी

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