सड़क किनारे हो रही ‘मौत की पार्किंग
छिबरामऊ में जीटी रोड पर वाहनों की पार्किंग हादसों का कारण बन रही है। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से सड़क किनारे खड़े वाहन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। सर्दी और कोहरे के...
छिबरामऊ, संवाददाता। जीटी रोड के अलावा मुख्य मार्ग पर किनारे वाहनों की पार्किंग ‘मौत का सबब बन रही है। रास्ता घेरकर खड़े वाहनों से हो रहे हादसों को रोकने के लिए जिम्मेदारों ने कोई कारगर कदम नहीं उठाए हैं। कार्रवाई न होने से वाहन चालक भी धड़ल्ले से सड़क किनारे वाहनों को खड़ा हर रोज हादसों को दावत दे रहे हैं। हर साल की तरह इस बार भी यातायात माह धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, मगर हादसे रोकने के लिए अभी तक पुख्ता कार्रवाई नहीं दिख रही है। नगर के मुख्य मार्ग पर पूर्वी बाईपास से सौरिख तिराहे पर डिवाइडर बना हुआ है। डिवाइडर के दोनों तरफ किनारे प्राइवेट बसें, कारें, ट्रैक्टर समेत अन्य वाहन लाइन से लोग पार्क कर देते हैं। ये वाहन पूरे दिन इसी तरह खड़े रहते हैं। सड़क के दोनों तरफ डिवाइडर किनारे खड़े होने वाले वाहनों से हमेशा दुर्घटनाओं के होने का अंदेशा बना रहता है। इस मार्ग से सभी जिम्मेदार अधिकारी निकलते हैं और कभी-कभी तो इन वाहनों की वजह से जाम की स्थिति भीबन जाती है। इसके बाद भी कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस समस्या की ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है।
हाईवे किनारे वाहनों को खड़ा कर करते हैं मरम्मत
जीटी रोड हाईवे के चौड़ीकरण हो जाने के बाद एनएचएआई द्वारा डिवाइडर तो बनवाया गया, लेकिन सड़क के दोनों तरफ साइड वाल नहीं बनवाई गई। इसकी वजह से दुकानदारों की मौज है। खासतौर से पश्चिमी बाईपास का हाल तो सबसे ज्यादा खराब है। यहां ज्यादातर मोटर मैकेनिकों की दुकानें हैं। दुकानदार हाईवे पर किनारे ही वाहनों को खड़ा कर उनकी मरम्मत करते हैं। इसके अलावा तमाम चालक अपने ट्रक भी लाइन से खड़े कर देते हैं। इसके चलते भी कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
रामपुर गांव के पास खड़े होते हैं वाहन
कन्नौज। सर्दी का मौसम दस्तक दे चुका है। ऐसे में आने वाले दिनों में कोहरे और धुंध की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। कई बार कोहरे में दृश्यता न के बराबर हो जाती है। इससे हादसों की आशंका बनी रहती है। सबसे अधिक हादसों का खतरा कोहरे के बीच हाईवे किनारे खड़े होने वाले वाहनों से बना रहता है। इसके बावजूद वाहन चालक इसको लेकर गंभीर नहीं हैं। रोजाना हाइवे किनारे कई जगहों पर ऐसे वाहन खड़े नजर आते हैं। सोमवार को हाईवे किनारे रामपुर गांव के पास डीसीएम और कारें खड़ी देखी गईं। इन पर लगाम लगाना यातायात विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
जेबा के पास भी रहता है जमावड़ा
कानपुर-अलीगढ़ हाईवे से लम्बी दूरी तयकर ट्रक और बड़े वाहन गुजरते हैं। कई बार ट्रक चालक थकान दूर करने और खाने के लिए ढाबों, टोल प्लाजा के आसपास हाईवे किनारे ही वाहन खड़े कर देते हैं। ऐसे में हादसों का खतरा बना रहता है। सोमवार को जेबा गांव के पास टोल प्लाजा के बाद कई ट्रक हाईवे किनारे खड़े देखे गए। इन ट्रकों को न तो कोई रोकने वाला था और न ही कोई टोकने वाला ।
हादसे की आशंका वाले ब्लैक स्पॉट
1- पाल चौराहा
2- गोवर्धनी तिराहा
3- तेरा जाकेट
4- उमर्दा नहर पुल से बेला बॉर्डर
5- हरदोई मोड़
6- अगौस से कनौली पट्टी तक
कोट
हाईवे किनारे अवैध तरीके से वाहनों को खड़ा करना गलत है। इससे हादसों का खतरा बना रहता है। अभियान चलाकर ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। बीते दिनों कई वाहनों के चालान काटे थे।
- आफाक खान, यातायात प्रभारी कन्नौज
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