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स्कूलों में शुरू हुई पढ़ाई तो ऑनलाइन क्लास थमी

कक्षा नौ से 12 तक के विद्यालयों में कक्षाएं शुरू हुए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन छात्र-छात्राओं की हाजिरी बहुत कम है। दूसरी ओर शिक्षण कार्य शुरू हो जाने से ऑनलाइन क्लास थमने लगी हैं। जिम्मेदार भी...

Newswrap हिन्दुस्तान, कन्नौजWed, 21 Oct 2020 11:13 PM
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कक्षा नौ से 12 तक के विद्यालयों में कक्षाएं शुरू हुए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन छात्र-छात्राओं की हाजिरी बहुत कम है। दूसरी ओर शिक्षण कार्य शुरू हो जाने से ऑनलाइन क्लास थमने लगी हैं। जिम्मेदार भी शांत हैं।

दरअसल, शासन का आदेश है कि छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुलने के बाद भी पहले की तरह ऑनलाइन क्लास जारी रहेंगी। विद्यार्थी मोबाइल व लैपटॉप से पढ़ाई करते रहेंगे, कारण कोविड-19 संक्रमण काल की वजह से कम संख्या में स्टूडेंट्स विद्यालय जा रहे हैं। पहले से ही ऑनलाइन पढ़ाई कारगर नहीं थी, जो अब ठप सी हो गई है। इसके पीछे एंड्रायड फोन का अभाव है। गरीब तबके व किसानों के पास बड़े मोबाइल का अभाव है। जिनके पास हैं भी वह जब बाहर या अपने काम से जाते हैं तो एंड्रायड फोन भी लिए जाते हैं, इससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही थी। कुछ या सक्षम घरों के ही विद्यार्थी हैं जो लैपटॉप, कम्प्यूटर, टैबलेट या मोबाइल से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें अच्छे विद्यालयों ज्यादातर सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों के बच्चे शामिल हैं।

क्या बोली कक्षा में आई हाईस्कूल की छात्रा

सरायमीरा स्थित केकेसीएन इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की छात्रा कशिश ने बताया कि टीचर की सूचना पर वह बुधवार को स्कूल गई थीं। पता लगा है कि कुछ देर ही पढ़ाई हो रही है। बोर्ड परीक्षा निकट आ रही है, ऐसे में तैयारी करने में मेहनत करनी होगी।

स्कूल न जाने वाला छात्र बोला

डीएन इंटर कॉलेज तिर्वा के छात्र धीरेंद्र ने बताया कि इस समय कोरोना के साथ ही वायरल भी शुरू हो गया है। परिचित के लोग कम ही निकलने की सलाह देते हैं, इसलिए स्कूल नहीं जाना हो रहा है। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल भी नहीं है।

क्या कहते हैं प्रधानाचार्य

शहर के एसबीएस इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य एमसी पाल कहते हैं कोरोना वायरस की वजह से बच्चे कम ही स्कूल आ रहे हैं। मोटीवेट किया जा रहा है, लेकिन कई अभिभावक भेज नहीं रहे हैं। 20 से 30 फीसदी ही हाजिरी रहती है। ऑनलाइन पढ़ाई पहले की तरह चल रही है। छात्रों के वाट्सएप ग्रुप बने हैं।

डीआईओएस की भी सुनें

डीआईओएस राजेंद्र कुमार ने बताया कि स्कूलों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। बिना अभिभावकों की लिखित अनुमति के बच्चों को कक्षा में नहीं बिठाया जाएगा। स्कूल खुलने के बाद ऑनलाइन कक्षाओं पर प्रभाव पढ़ा है। ऑनलाइन और भौतिक रूप से सीखने में काफी अंतर है। ऑनलाइन कक्षाओं में कभी नेट की समस्या तो कभी मोबाइल न देखने की दिक्कत होती है।

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