पीजी की 57 सीटों की मान्यता के लिए डेढ़ साल से इंतजार
- 13 विभागों की 57 सीटों पर मान्यता के लिए चल रहा प्रयास- दो माह पहले एनएमसी आनलाइन कर चुका सत्यापनफोटो 29 मेडिकल काॅलेज का मुख्य गेटतिर्वा, संवाददाता
तिर्वा, संवाददाता। राजकीय मेडिकल कालेज को पिछले डेढ़ बर्षों से पीजी की 57 सीटों की मान्यता का इंतजार है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन इसके लिए लगातार पैरवी करने में जुटा है। मान्यता के लिए एनएमसी ने भी आनलाइन औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। कॉलेज प्रशासन का मानना है कि पीजी सीटें मिलने से कॉलेज की चिकित्सा सेवाएं बेहतर होगीं। गंभीर मरीजों को भी बेहतर उपचार मिल सकेगा। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पीजी की 57 सीटों के लिए आवेदन किया था। इसके लिए एनएमसी को फीस सहित सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी थी। करीब दो माह पहले एनएमसी ने मान्यता के लिए मेडिकल काॅलेज की सभी व्यवस्थाएं व चिकित्सा शिक्षकों की तैनाती व उनके शैक्षणिक अभिलेखों की जानकारियां आनलाइन देखी थी। मेडिकल काॅलेज प्रशासन को अब इंतजार है कि जल्द ही एनएमसी पीजी की सीटों पर मान्यता दे देगी।
पीजी की इन 57 सीटों के लिए चल रहा मान्यता का प्रयास
तिर्वा। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बायोकैमिस्ट्री विभाग की तीन सीटें, कम्यूनिटी मेडिसिन की तीन, जनरल सर्जरी की पांच, ईएनटी की तीन, जनरल मेडिसिन की पांच, बाल रोग विभाग की पांच, गायनी की पांच, पैथोलॉजी विभाग की पांच, एनस्थिसिया की पांच, अस्थि रोग विभाग की पांच, नेत्र रोग की तीन, एनाटॉमी की पांच व माइक्रोबायोलाजी की पांच सीटों के लिए आवेदन कर रहा है। इस तरह से कुल 13 विभागों से 57 पीजी सीटों के लिए आवेदन किया गया हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का दावा है कि इन 57 सीटों के लिए उसने सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली है।
मान्यता के लिए असीम अरूण ने केन्द्रीय मंत्री को लिखा पत्र
तिर्वा। पीजी की मान्यता के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन लगातार पैरवी में जुटा है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव व चिकित्सा शिक्षा के निदेशक ने भी इन सीटों पर मान्यता के लिए एनएमसी को अपनी अनुशंसा भेजी है। इसके अलावा भी जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शासन स्तर पर भी मान्यता के प्रयास चल रहे हैं। समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री असीम अरूण ने भी केन्द्रीय स्वास्थ्य कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल को पीजी की मान्यता जल्द देने के लिए पत्र भेजा है।
पीजी की सीटें मिलने से बेहतर होगी मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा सेवा
तिर्वा। डा.भीमराव अम्बेडकर चिकित्सा शिक्षा महाविद्यालय(राजकीय मेडिकल कालेज) कन्नौज के प्राचार्य डा.सीपी पाल ने बताया कि पीजी सीटों की मान्यता मिलने से मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं में काफी सुधार होगा। पीजी करने वाले मेडिकल स्टूडेंटस लगातार अध्ययन के साथ ही चिकित्सा सेवा के लिए भी उपलब्ध रहेगें। जिससे मेडिकल कालेज में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों को भी बेहतर उपचार मिल सकेगा। इसके अलावा भी मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टरों को भी पीजी के स्टूडेंटस से काफी कुछ सीखने को मिलेगा। उन्होने बताया कि पीजी सीटों की मान्यता के लिए एनएमसी ने टास्क फोर्स का गठन कर दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही मेडिकल कालेज को मान्यता मिल जाएगी।
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