महिला अधिवक्ताओं ने की एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की वकालत
कन्नौज और कासगंज में महिला अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। हाल ही में हुई हत्याओं के बाद, अधिवक्ताओं ने सरकार से अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है। सुरक्षा के लिए...
कन्नौज, गुगरापुर। बीते दिनों कोलकाता में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या और हाल ही में कासगंज की महिला अधिवक्ता की हत्या के मामले के बाद कार्यक्षेत्र में महिला कर्मियों की सुरक्षा का मुद्दा एक बाद फिर चर्चा में आ गया है। महिला अधिवक्ताओं के साथ ही अन्य अधिवक्ताओं ने भी डवोकेट प्रोटेकशन एक्ट की मांग उठाई है। पेशेवर क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं और उनके सह कर्मिर्यों का इस विषय पर क्या कहना है इसको लेकर आपके अपने ‘हिन्दुस्तान अखबार ने कुछ महिला वकीलों और उनके सहकर्मियों से बात की तो उन्होंने क्या कुछ कहा, पेश है एक रिपोर्ट... इसपर एक रिपोर्ट। कासगंज की महिला अधिवक्ता की अहपरण व हत्या के बाद महिला अधिवक्ताओं ने मुखर होकर सुरक्षा के इंतजाम किए जाने की बात उठाई है। महिला अधिवक्ताओं ने कहा कि जिला न्यायालय परिसर के बाहर से हाईवे पर शहर की ओर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं। पुलिस की मोबाइल पिकेट भी कोर्ट के समय में लगातार हाईवे पर गश्त करें। साथ ही अधिवक्ताओं ने सरकार से अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट भी लागू करने की मांग की है, जिससे महिला अधिवक्ताओं सहित पुरुष अधिवक्ताओं में सुरक्षा का अधिक भाव उत्पन्न होगा। महिला अधिवक्ता अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित दिखीं।
बोलीं महिला अधिवक्ता
कोर्ट परिसर हो या मार्ग महिला अधिवक्ता की सुरक्षा के लिए सरकार को अतिरिक्त प्रयास करने चाहिए। कोर्ट के बाहर व हाईवे पर सुरक्षा कड़ी हो। सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएं। ताकि महिला अधिवक्ता स्वयं को सुरक्षित महसूस करें।
- कविता सिशोदिया अधिवक्ता
महिला अधिवक्ता अपनी सुरक्षा के प्रति खासा चिंतित हैं। कोर्ट के आस-पास सुरक्षा बढ़ाई जाए।साथ ही अधिवक्ताओं में सुरक्षा का भाव पैदा करने के लिए अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट भी लागू किया जाए। ताकि महिला अधिवक्ता स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।
- शिखा चतुर्वेदी अधिवक्ता
महिला अधिवक्ताओं ही नही वरन पुरुष अधिवक्ताओं की सुरक्षा हितों को देखते हुए सरकार को शीघ्र ही अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करना चाहिए। साथ ही कोर्ट से लेकर शहर तक सुरक्षा के और कड़े प्रबंध हों।
- रेखा सिंह अधिवक्ता
कासगंज की महिला अधिवक्ता के साथ हुई वारदात के बाद महिला अधिवक्ता खासा चिंतित हैं। कोर्ट के बाहर सड़क पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों। साथ ही कोर्ट के समय पुलिस के मोबाइल वाहन भी गश्त करें। इसके अलावा अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को प्रोटेक्शन एक्ट लागू होना चाहिए।
- क्षमा त्रिपाठी अधिवक्ता
वर्जन
महिला अधिवक्ताओं को अपनी सुरक्षा को लेकर काफी फिक्र हैं। अधिवक्ताओं की सुरक्षा और हित को देखते हुए प्रशासन सुरक्षा इंतजामों में तकनीकी का प्रयोग करे। यही नहीं कोर्ट मार्ग पर सड़क व कालोनी में सीसीटीवी कैमरों को लगवा उनकी ऑनलाइन निगरानी की जाए। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए।
- सतेंद्र सिंह बघेल पूर्व महा सचिव कन्नौज बार
अधिवक्ता समाज के लोगों को न्याय दिलाने के लिए काम करता है। अधिवक्ताओं की सुरक्षा का ख्याल रखना आवश्यक है। खासकर महिला अधिवक्ताओं की सुरक्षा अहम मसला है। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू होना चाहिए। जिस तरह डाक्टरों के लिए पालिटिकल स्टेटमेंट आए और सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया आया इसी तरह वकीलों को भी सुरक्षा मिलनी चाहिए- मो. इदरीश खान अध्यक्ष, कन्नौज बार
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