घर में इकलौते बेटे ने फांसी लगाकर दी जान
Jhansi News - झांसी के बरुआसागर थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय युवक निरवेंद्र कुशवाहा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार को उसके शव को कच्चे मकान में लटका पाया गया। परिवार में कोहराम मच गया, क्योंकि वह इकलौता बेटा...

झांसी (बरुआसागर), संवाददाता बरुआसागर थाना क्षेत्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत कोलवा के हनुमान खिरक में 19 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। सोमवार दोपहर कच्चे मकान में उसका शव फंदे पर झूलता मिलने से परिवार में कोहराम मच गया। वहीं इकलौते बेटे की मौत के बाद घर का चिराग भी बुझ गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
कोलवा के हनुमान खिरक निवासी रामप्रसाद कुशवाहा का 19 वर्षीय बेटा निरवेंद्र कुशवाहा घर पर ही रहता था। सोमवार को परिजन अपने कामों में व्यस्त थे। तभी वह पास के कच्चे मकान में गया। वहां उसने बल्ली के सहारे फांसी का फंदा बनाया और झूल गया। काफी देर जब उसकी कोई आहट नहीं हुई तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने कमरे में झांककर देखा तो दंग रह गए। निरवेंद्र का शव फांसी का फंदे पर झूल रहा था। जिससे परिजन फूट-फूटकर रो पड़े। उसकी मां बेहोश हो गए। रोने-चीखने की खबर से आसपास हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। सूचना पर उपनिरीक्षक बृजेश सिंह गंगवार, नीरज कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। लोगों की मदद से शव को फंदे से नीचे उतरवाया। थाना प्रभारी शिवजीत सिंह राजावत ने बताया कि अब तक की गई पड़ताल में कोई ठोस कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। जांच की जा रही है। अगर किसी तरह की शिकायत आती है तो अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बुझ गया घर का चिराग
सोमवार दोपहर तीन बजे के करीब निरवेन्द कुशवाहा का फंदे पर झूलता मिलने के बाद पूरे इलाके में मातम छा गया। ग्रामीणों की मानें तो रामप्रसाद कुशवाहा की एक बेटी है और निरवेंद्र इकलौता बेटा था। उसकी मौत के बाद घर का चिराग बुझ गया। जिससे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जब रोने-बिलखने की आवाजें आई तो घटना की जानकारी हो सकी।
खुशियां गम में बदली
रामप्रसाद कुशवाहा खेती किसानी व मजदूरी करते हैं। वह तीन दिन पहले नवरात्र में बेटी का संबंध मध्य प्रदेश दतिया के पास भांडेर रिश्ता पक्का करके आए हैं। इसके बाद पूरा परिवार बेहद खुश था। लेकिन, बेटा द्वारा फांसी लगाकर दी गई जान के बाद उसकी मां बेहोश हो गई। बहन भाई के लिए बिखल पड़ी। वहीं पिता भी सुध-बुध खो बैठे। ग्रामीणों ने बताया कि उसने आखिर ऐसा क्यों किया? कुछ पता नहीं है। जबकि उसका किसी से विवाद नहीं था।
पुलिस हर प्वाइंट पर जांच में जुटी
ग्रामीणों का मानें तो निरवेंद्र मोबाइल रखता था। वह आए इस पर व्यस्त दिखाई देता है। आखिरी बार उसकी किससे बात हुई है। यह सब मोबाइल बता सकता है। कुछ मिलाकर मोबाइल राज खोल सकता है। हालांक पुलिस हर प्वांइट पर जांच कर रही है। मृतक के मोबाइल के बारे में पूछताछ और कॉल डिटेल निकाली जा सकती है।
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