हाय सर्दी उफ सर्दी! ठिठुरी नगरी, पारा 7 डिग्री
Jhansi News - हाय सर्दी उफ सर्दी! ठिठुरी नगरी, पारा 7 डिग्रीनए साल के सातवें दिन भी बादलों ने रोकी धूप, कोहरे ने रफ्तारबेजान धूप ने बढ़ाई मुश्किलें, दिन कमरों टेम्प्
झांसी, संवाददाता नए साल से सर्दी का सितम बरकरार है। 7वां दिन भी ठिठुरन भरा रहा। मंगलवार शीतलहर के बढ़े प्रकोप से हर तरफ हाय सर्दी उफ ये सर्दी का शगल सुनाई दिया। बादलों ने धूप को रोके रहे तो कहरे ने कई घंटों रफ्तार नहीं भरने दी। जिससे झांसीवालों की काया कंपकंपा गई। रात ठिठुरन के बाद सुबह की दिनचर्या अलाव-अंगीठी के सहारे शुरू हुई। चढ़ते वक्त के साथ न सर्दी राहत मिली और न ही ठिठुरन से।
मंगलवार अधिकतम ताप में सामान्य से 5.9 डिग्री नीचे सरका और 16.1 डिग्री पर टिक गया। जबकि न्यूनतम पारा 7 डिग्री दर्ज किया गया। बीती रात रात बेहद ठंडी रही। मंगलवार भोर चार बजे से कोहरा छाया रहा। जिससे झांसी-कानपुर, ललितपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, खजुराहो हाइवे पर वाहन लाइट्स ऑन कर आगे बढ़े। सुबह 7.03 सूर्योदय हुआ। लेकिन, बादल पहरेदारी रहे। उस वक्त गलन, शीतलहर और सर्दी पूरे रौ में थी। मकानों की छतों पर रखा टंकियों में पानी मानो जमाव पर पहुंच गया हो। हीटर, रूम हीटर, ब्लोअर, अलाव के बीच लोगों की दिनचर्या शुरू हुई। कड़ाके की सर्दी को देखते हुए जिलाधिकारी ने स्कूलों की छुट्टी के आदेश दिए हैं। लिहाजा, मंगलवार को बच्चों को काफी राहत मिली। वहीं दफ्तरो ंमें अलाव, हीटर, रूम हीटर के बीच काम शुरू हुआ। दोपहर 12.30 बजे तक धूप नहीं निकली। 1. 1.30 बजे मामूली बे-जान धूप ने मुश्किलें बढ़ा दीं। इस बीच बर्फीली हवाओं से लोगों ने घरों में रहना ही उचित समझा। 3.30 बजे से फिर बिगड़ने लगा। बर्फीली हवाएं नश्तर सी चुभीं। शाम 5.51 बजे सूर्यास्त होते ही सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया। अधिकांश स्थानों पर अलाव सुलग उठे। भरारी फार्म स्थित कृषि-मौसम इकाई के वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले दिनों में न्यूनतम व अधिकतम ताप में गिरावट की संभावना है। आकाश में हल्के-मध्यम बादल छाएंगे। हवाएं तीव्र गति से चलने से अधिक सर्दी महसूस होगी।
मंगलवार शहर ही नहीं गांव-देहात भी जाड़े में जकड़े रहे। जिससे सीपरी, सदर, बड़ाबाजार, नगरा, नैनागढ़, महावीरनपुरा, शिवाजी नगर, मेडिकल सहित अन्य स्थानों पर लगने वाले बाजारों में शाम जल्दी ही रौनक छिन गई। वहीं बरूआसागर, मऊरानीपुर, उल्दन, कटेरा, रानीपुर, समथर, मोंठ, चिरगांव, बड़ागांव, सकरार, बंगरा सहित इससे सटे गांव-देहातों में लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त सा रहा।
बीते तीन दिनों से तीखी धूप को तरस रहे बुंदेलों को मंगलवार भी मायूसी हाथ लगी। दोपहर 12.30 बजे सूरज की झलक ने लोगों के चेहरे खिलाए। लेकिन, धूप नहीं निकली। शीतलहर और गलन बरकरार रही। जिससे लोग गर्म कपड़े तन से हटाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। सबसे बुरा हाल अस्पताल में भर्ती मरीजों का हुआ। वहीं स्टैंडों पर बस-वाहनों, स्टेशन पर टे्रनों का इंतजार कर रहे मुसाफिर ठिठुरते रहे। मुसाफिरों इधर-उधर जल रहे अलाव के करीब खड़े नजर आए।
तिल, काजू, किसमस के बने आइटमों की डिमांड बढ़ी
कड़ाके की सर्दी के बीच अंडों में उबाल आ गया है। फुटकर में एक अंडा 7 से साढ़े सात रुपए का बिक रहा है। वहीं तिल, काजू, किसमिस, मूंगफली, रामदाना के बने आइटमों की डिमांड बढ़ गई है। तिल, काजू मिस्क गजक की किस्में घर-घर पहुंच रही हैं। शनिवार को फुटपाथी दुकानों पर इनका व्यापार हुआ।
सर्दी के साथ लकड़ी, लकड़ी का कोयला, गोबर के उपले, अंगीठी की डिमांड भी बढ़ी है। लकड़ी का कोयला 40 से 45 रुपए किलो बिक रहा है। व्यापारी जुम्मन बताते हैं कि सर्दी में लकड़ी की कोयला की डिमांड बढ़ी है। माल स्टॉक में है। सीजन के देखते हुए बाजार भी चढ़ा है। अंगीठी भी बाजार में बिक रही है। हालांकि यह 100 रुपए से 200 रुपए तक मौजूद है।
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