39 जोड़ों ने एक साथ जीने-मरने की कसमें खाई
Jhansi News - 39 जोड़ों ने एक साथ जीने-मरने की कसमें खाईसामूहिक विवाह सम्मेलन में खूब बजीं शहनाईयांफोटो नंबर 04 वर-वधू को आशीर्वाद देते अतिथि।झांसी (बरुआसागर), संवाद

झांसी (बरुआसागर), संवाददाता कस्बा में सिद्धपीठ मंसिल माता मंदिर परिसर में खूब शहनाईयां बजीं। यहां सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। गुरुवार को 25 तो शुक्रवार को 14 जोडे़ परिणय सूत्र में बंधे। उन्होंने एक साथ जीने मरने की कसमें खाईं।
मंसिल माता मंदिर परिसर में सुबह से माहौल बदला-बदला रहा। एक तरफ घराती जुटे तो दूसरी तरफ बाराती। महिलाएं वैवाहिक गीत गा रही थीं। लोगों ने माता के दरबार में मत्थ टेका। पूजन किया और वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल हुए। दोपहर में दूल्हों की बारात निकाली गई। कतारबद्ध दूल्हे चल रहे थे। ढोल-नगाड़ों पर बाराती जमकर ठुमके लगा रहे थे। भ्रमण के बाद बारात कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। जहां द्वारचार की रस्में अदा हुई। बारातियों का स्वागत किया गया। इसके बाद जयमाला कार्यक्रम हुआ। वर-वधू ने एक-दसूर के गले में जयमाला डाली। फिर आचार्यों ने मंत्रोच्चारण किए। नए दंपति ने अग्नि को साक्षी मान सात फेरे लिया। गरीब कन्याओं की शादी होने से कमेटी की ओर से उपहार दिए गए। लोगों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। कमेटी सदस्यों ने बताया कि 25 जोड़ों का विवाह कराया गया है। इसके अलावा शुक्रवार को 14 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। आगे भी लगातार विवाह सम्मेलन होंगे। जिसमें 151 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। उन्होंने घरेलू सामान, जेवर सहित अन्य उपहार स्वरूप दिए गए। वक्ताओं ने इसे खर्चीली शादियों से बेहतर बताया। शादी समारोह में माता दल अध्यक्ष सुरेश कुशवाहा, अमर सिंह कुशवाहा, रूपेश नायक, मोहन अग्रवाल, मुन्नालाल (दाऊ), अखिलेश कुशवाहा, आनंद कुशवाहा, चिंटू कुशवाहा, निरबेंद कुशवाहा, नारायण दर्द, हरिमोहन सोनी प्यारेलाल रैकवार, जितेन्द्र कुशवाहा, हरीश कुमार, राजीव सेन, सहित अन्य मौजूद रहे।
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