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वां दीक्षांत समारोह भारत आज वैश्विक शक्ति है: राज्यपाल

Jhansi News - विश्व पर भारत की शक्ति सामथ्र्य का प्रभाव दिखने लगा जल सहेलियों पर बोली, देसी सामान खरीदने की अपील की झांसी,संवाददाताभारत आज वैश्विक शक्ति है।विश्व पर

Newswrap हिन्दुस्तान, झांसीThu, 24 Oct 2024 12:29 AM
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झांसी,संवाददाता भारत आज वैश्विक शक्ति है।विश्व पर भारत की शक्ति सामथ्र्य का प्रभाव दिखने लगा। यह सब बातें बुविवि के 29 वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल उ. प्र. आनंदी बेन पटेल ने झांसी में कही। उन्होंने यहां डिफेंस कॉरिडोर के साथ बुन्देलखंड के जल समाधान को आगे आई जल सहेलियों को भी याद किया। कहा कि देश विदेश सब जगह उनकी चर्चा है। विश्वविद्यालयों को और बेहतर करने के लिए तैयार रहने को कहा। दो वर्षो में नेक के सर्वाेच्च ग्रेड यूपी के कई विश्वविद्यालय को मिलने पर कहा कि इससे साबित होता है कि हममें क्षमता तो है बस पूरे मनोयोग से कार्य करने की जरूरत है। आगामी दीवाली त्योहार पर खरीददारी में कुम्हारों के बर्तन ओर बुनकरों द्वारा तैयार कपड़ों के प्रयोग का भी संदेश दिया।

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का 29 वां दीक्षांत समारोह माननीय कुलाधिपति एवं राज्यपाल उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में गांधी सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत जीवन और पर्यावरण के पांच तत्वों -आकाश, वायु जल, पृथ्वी और अग्नि पर काव्य पाठ से हुआ। अतिथियों का स्वागत कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय ने एकल पुष्प एवं चंदन, रुद्राक्ष, शमी, व नीम के पौधे देकर किया।

राज्यपाल ने उद़्बोधन में कहा कि भारत आज वैश्विक शक्ति है। बताया कि ब्रिक्स सम्मेलन से पूर्व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि आप हमारा मार्गदर्शन कीजिए। हाल ही में प्रधानमंत्री की अमेरिकी यात्रा पर वहां भारत से चुराई गई 300 सांस्कृतिक धरोहरों को वापस किया। पूर्व में हुए जी 20 के आयोजन में भारत वैश्विक नेतृत्व का अग्रणी होकर उभरा। प्रधानमंत्री की संकल्पना मेक इन इंडिया से आगे आकर हम मेकिंग फॉर वल्र्ड की ओर बढ़ रहे हैं। विश्व की प्रमुख पांच आर्थिक महा शक्तियों में आज भारत शामिल है। एफडीआई के निवेश में लगातार बढ़ोतरी हो रही । नालंदा विश्वविद्यालय पुन: आकार ले रहा। सांस्कृतिक पुनर्जागरण के साथ ही भारत मिसाइल उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। यह सब इस बात का इशारा कर रहे हैं कि भारत आज वैश्विक महाशक्ति है। इसमें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की शिक्षा, शोध, कौशल एवं नवाचार पर किए जा रहे कार्यों का प्रमुख योगदान है।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को और बेहतर करने के लिए तैयार रहना होगा। उत्तर प्रदेश के अनेक विश्वविद्यालयों ने पिछले एक-दो वर्षों में नैक में सर्वोच्च ग्रेड प्राप्त किया है। इससे साबित होता है कि हम में क्षमता है बस हमें पूर्ण मनोवेग से कार्य करने की आवश्यकता है। अब हमें एनआईआरएफ रैंकिंग में उच्च स्थान प्राप्त करना है। उन्होंने कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय से कहा कि वह फार्मेसी के अतिरिक्त कॉमर्स एवं अन्य विषयों में भी एनआईआरएफ रैंकिंग के लिए अप्लाई करें। ऐडेड एवं एफिलिएटिड कॉलेज को भी तैयार करें। आज जॉब्स की प्रकृति बदल रही है गेमिंग, एनिमेशन, फिल्म मेकिंग के साथ ही क्रिएटीविटी में अनेक संभावनाएं हैं। उन्होंने छात्रों के लिए प्रधानमंत्री द्वारा सुझाए गए क्रिएटिव क्षेत्र के 25 चैलेंजों का जिक्र करते हुए इनमें भागीदारी करके अंदर छुपी प्रतिभाओं को अवसर देने की बात कही।

उन्होंने कहा कि दीवाली पर स्थानीय लोगों के उत्पाद खरीदें। स्थानीय कुम्हारों द्वारा बनाए गए दिए, स्थानीय बुनकरों से निर्मित कपड़ों व अन्य सामग्री अन्य स्थानीय कामगारों के बनाए गए उत्पादों का ही प्रयोग करें। उन्होंने सरदार बल्ल्भ भाई पटेल पर कहा कि भारत की 500 रियासतों को जोड़ कर अखंड भारत बनाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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