Hindi NewsUttar-pradesh NewsJhansi NewsHindu Unity Rally Led by Transgender Leader Hemangi Sakhi A Call to Action

अब हिंदू जाग चुका है, सोएगा नहीं : महामंडलेश्वर हेमांगी सखी

Jhansi News - अब हिंदू जाग चुका है, सोएगा नहीं : महामंडलेश्वर हेमांगी सखीपदयात्रा में पहुंची निर्मोही अखाड़े की किन्नर महामंडेश्वर बोली, धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्र

Newswrap हिन्दुस्तान, झांसीFri, 29 Nov 2024 07:00 PM
share Share
Follow Us on

अब हिंदू जाग चुका है, सोएगा नहीं : महामंडलेश्वर हेमांगी सखी पदयात्रा में पहुंची निर्मोही अखाड़े की किन्नर महामंडेश्वर

बोली, धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा बहुत बड़ा शंखनाद

फोटो नंबर 01 रामराजा सरकार ओरछाधाम में भक्तों को आशीष देती महामंडलेश्वर हेमांगी सखी।

फोटो नंबर 02, 03 बातचीत के दौरान हिंदुओं को संगठित करने की बात कहती निर्मोही अखाड़े की महामंडेलश्वर।

झांसी, संवाददाता

शुक्रवार को रामराजा सरकार ओरछाधाम में नौ दिनों तक चली बागेश्वर पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का समापन हुआ। अंतिम दिन मुंबई से निर्मोही अखाड़े की किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी भी शामिल हुई। वह प्रभु राम राजा सरकार की नगरी में आकर बेहद प्रफुल्लित थीं।

उन्होंने कहा कि अब हिंदू जाग गया है। सोएगा नहीं। सनातन धर्म को एकजुट करने हेतु धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा बहुत बड़ा शंखनाद है। इसे समर्थन करते हैं और इसमें शामिल होने आई हूं। सनातन धर्म के लिए। लोगों को, जन-जन को यह संदेश देतें कि सभी का समय आ गया। हिंदूओं को अब एकजुट होना है। एक छत के नीचे आना है और सनातन धर्म का ढंका पूरे विश्व में फैलाना है। उन्होंने कहा, बेहद खुश हैं कि यह बहुत बड़ा शंखनाद सर्व प्रथम रामराजा सरकार ओरछाधाम प्रभु राम की भूमि से हो रहा है। यह शनाखद हर स्टेट में। हर शहर में। हर गली कूचे में होकर रहेगा। उन्होंने कहा, इससे पहले हिंदू एक नहीं था। हिंदू बंटा हुआ था। जाति-विरादरी, भेदभाव में। आज हम सबको देखने को मिल रहा है। अब हिंदू जाग चुका है। अब कभी सोएगा नहीं। जो वापस घर छोड़कर गए हैं। उन्हें वापस लाना सनातनियों का कर्तव्य है। इसीलिए यह सनादत पदयात्रा हिंदुओं को एकजुट करने के लिए यह यात्रा बेहद जरूरी थी। है और रहेगी।

बेहद खुशी महसूस हो रही है

निर्मोही अखाड़े की ट्रांसजेंडर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी रामराजा सरकार की नगरी ओरछाधाम में आकर बेहद खुश थीं। उन्होंने यात्रा में साथ चल रहे संत-महंतों को अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने कहा, जय श्रीराम, यह पदयात्रा हिंदूओं को एकजुट होने के लिए निकाली गई है।

पांच भाषाओं में कहती हैं कथा

निर्मोही अखाड़े की महामंडलेश्वर हेमांगी सखी को 5 भाषाओं में कथा सुनाने में महारत हासिल है। वह हिंदू-सनातन धर्म की पक्ष में रही हैं। इससे पहले वह गुजरे लोक सभा चुनाव में प्रधानमंत्री के खिलाफ वनारास से अखिल भारत हिंदू महासभा (एबीएचएम) के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी थीं। पदयात्रा में पहुंची निर्मोही अखाड़े की किन्नर महामंडेश्वर

बोली, धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा बहुत बड़ा शंखनाद

फोटो नंबर 01 रामराजा सरकार ओरछाधाम में भक्तों को आशीष देती महामंडलेश्वर हेमांगी सखी।

फोटो नंबर 02, 03 बातचीत के दौरान हिंदुओं को संगठित करने की बात कहती निर्मोही अखाड़े की महामंडेलश्वर।

झांसी, संवाददाता

शुक्रवार को रामराजा सरकार ओरछाधाम में नौ दिनों तक चली बागेश्वर पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का समापन हुआ। अंतिम दिन मुंबई से निर्मोही अखाड़े की किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी भी शामिल हुई। वह प्रभु राम राजा सरकार की नगरी में आकर बेहद प्रफुल्लित थीं।

उन्होंने कहा कि अब हिंदू जाग गया है। सोएगा नहीं। सनातन धर्म को एकजुट करने हेतु धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा बहुत बड़ा शंखनाद है। इसे समर्थन करते हैं और इसमें शामिल होने आई हूं। सनातन धर्म के लिए। लोगों को, जन-जन को यह संदेश देतें कि सभी का समय आ गया। हिंदूओं को अब एकजुट होना है। एक छत के नीचे आना है और सनातन धर्म का ढंका पूरे विश्व में फैलाना है। उन्होंने कहा, बेहद खुश हैं कि यह बहुत बड़ा शंखनाद सर्व प्रथम रामराजा सरकार ओरछाधाम प्रभु राम की भूमि से हो रहा है। यह शनाखद हर स्टेट में। हर शहर में। हर गली कूचे में होकर रहेगा। उन्होंने कहा, इससे पहले हिंदू एक नहीं था। हिंदू बंटा हुआ था। जाति-विरादरी, भेदभाव में। आज हम सबको देखने को मिल रहा है। अब हिंदू जाग चुका है। अब कभी सोएगा नहीं। जो वापस घर छोड़कर गए हैं। उन्हें वापस लाना सनातनियों का कर्तव्य है। इसीलिए यह सनादत पदयात्रा हिंदुओं को एकजुट करने के लिए यह यात्रा बेहद जरूरी थी। है और रहेगी।

बेहद खुशी महसूस हो रही है

निर्मोही अखाड़े की ट्रांसजेंडर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी रामराजा सरकार की नगरी ओरछाधाम में आकर बेहद खुश थीं। उन्होंने यात्रा में साथ चल रहे संत-महंतों को अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने कहा, जय श्रीराम, यह पदयात्रा हिंदूओं को एकजुट होने के लिए निकाली गई है।

पांच भाषाओं में कहती हैं कथा

निर्मोही अखाड़े की महामंडलेश्वर हेमांगी सखी को 5 भाषाओं में कथा सुनाने में महारत हासिल है। वह हिंदू-सनातन धर्म की पक्ष में रही हैं। इससे पहले वह गुजरे लोक सभा चुनाव में प्रधानमंत्री के खिलाफ वनारास से अखिल भारत हिंदू महासभा (एबीएचएम) के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी थीं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें