पृथक राज्य बिना बुंदेलखंड का विकास संभव नहीं
पृथक राज्य बिना बुंदेलखंड का विकास संभव नहींबुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर संगठनों ने निकाली गांवों में पांव-पांव यात्राफोटो नंबर 05 कार्यक्रम को संब
झांसी (सकरार), संवाददाता बुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर एक बार फिर आवाज तेज होने लगी है। विभिन्न संगठनों ने कस्बा के गांव-देहातों में पांव यात्रा निकाली और बुंदेलखंड पृथक राज्य निर्माण को लेकर आवाज बुलंद की। उन्होंने साफ कहा, बिना पृथक राज्य के इसका विकास संभव नहीं है।
बुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा, बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा, बुंदेलखंड क्रांति दल, बुंदेली सेना, बुंदेलखंड नवनिर्माण सेना, बुंदेलखंड विकास परिषद एवं अपना बुंदेलखंड ट्रस्ट सहित अन्य बैनर तले गांव-गांव, पांव पांव यात्रा निकाली गई। बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमार सत्येंद्र पाल सिंह ने कहा कि वर्ष 1956 में बुंदेलखंड को मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश दो हिस्सों में बांट दिया गया था। वहीं लगातार बुंदेले राज्य बनाने की मांग की जा रही है। लेकिन, उपेक्षा होती रही। इससे बुंदेलखंड का विकास नहीं हो पा रहा है युवा बेरोजगार घूम रहे है वहीं मजदूरों के पलायन की स्थिति बनी हुई है किसान आत्महत्या कर रहे। जब तक बुंदेलखंड राज्य नहीं बनेगा क्षेत्र का विकास नहीं होगा। इस दौरान राजा बुंदेला ने कस्बा सकरार में कलाकारों से मुलाकात की और उन्हें खजुराहो में होने वाले खजुराहो फेस्टिवल में मौका देने की बात कही । इस दौरान डा आश्रय सिंह ,शिवम् चौहान, सोनू ,विक्रम तोमर ,बृजपाल सिंह ,पुष्पेंद्र सिंह चौहान,पवनद्वीप निषाद ,मानवेन्द्र सिंह ,रामवीर सिंह ,आदित्य सिंह ,अनुभव सिंह तेजभान सिंह ,नईम मंसूरी सहित अन्य मौजूद रहे।
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