रबी की फसलों में अमृत की तरह बरसा पानी: वैज्ञानिक
Jhansi News - झांसी,संवाददाताबीते दो दिनों पहले हुई बारिश और ओलावृष्टि के बाद मौसम में जहां बदलाव हुआ है तो वहीं फसलों को लेकर भी किसानों के मन में तमाम तरह के सवाल
झांसी,संवाददाता बीते दो दिनों पहले हुई बारिश और ओलावृष्टि के बाद मौसम में जहां बदलाव हुआ है तो वहीं फसलों को लेकर भी किसानों के मन में तमाम तरह के सवाल उठ रहे है। पर, कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो अभी की हुई बारिश फसलों में अमृत के समान हुई है।
रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक शोध/प्रभारी निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. सुशील कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि गत दिवस हुई बुन्देलखंड में सामान्य बारिश (लगभग 3 मिमी) रबी फसलों के लिए अमृत है। इसका असर रबी मौसम की सभी फसलों के लिए लाभदायक साबित होगा।
इस बारिश के कारण समय से बोई गई सरसों, चना, मटर, मसूर, जौ एवं गेहूं आदि सभी फसलों की वृद्धि अच्छी होगी तथा सिंचाई की बचत होगी। इस बारिश के कारण मटर, चना एवं सरसों की फसलों पर पाला से होने वाले नुकसान की आशंका कम हो गई है। बारानी दशा में बोई गई सभी दलहन एवं तिलहन फसलों में अच्छी बढ़वार आगामी दिनों में देखने को मिलेगी।
किसान भाइयों को अपने खेतों का निरीक्षण कर और अधिक वर्षा होने की दिशा में पानी के निकास की व्यवस्था करनी चाहिए। विगत कई दिनों से तापमान में वृद्धि देखी जा रही थी, उसका भी दलहन, तिलहन, गेहूँ एवं जौ आदि की फसलों पर कम असर होगा। कृषि क्षेत्र में मजबूत सुधार के संकेत दिख रहे हैं। हालांकि दलहन व तिलहन उत्पादन में महत्त्वपूर्ण चुनौतियां बनी हुई है।
बुंदेलखण्ड क्षेत्र में किसानों को सब्जियां तथा अन्य फसलों से अधिक लाभ होने की उम्मीद जागी है। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में लगातार बदलाव जारी है। किसानों को आपदा में फसल नुकसान से राहत देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई जा रही है। इसका किसान अधिक से अधिक लाभ उठाकर 31 दिसम्बर 2024 दिन मंगलबार तक रबी फसलों का बीमा अवश्य कराएं।
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