एक साथ तीन चिता जलते देख रो पड़ा समूचा गांव
पेज दो--लाख विद्यार्थियों के लिए बनाए गए हैं 206 केंद्र 0 दूरी और छात्र संख्या अधिक होने की आई हें 286 शिकायतें 0 23 नवंबर तक होना है इन मामलों का समा
सिकरारा। हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय थाना क्षेत्र के जौनपुर-प्रयागराज हाइवे पर आनापुर गांव के समीप टैंकर की चपेट में आने से अलीशाहपुर गांव की बिंद बस्ती के तीन लोगों की एक साथ मौत हो गयी थी। तीनो शव पीएम के बाद लेकर लोग घर पहुंच गए। शव देख महिलाओ का रो रोकर बुरा हाल था। मौत के बाद दूसरे दिन भी गांव में मातम पसरा रहा। शोक में बस्ती के किसी घर का चूल्हा नही जला।
तीनो मृतको के घर सांत्वना देने वालो का आना जाना लगा रहा। देर शाम तीनों का शव एक साथ उठाकर लोग ले जाने लगे तो हर कि आंखे नम हो गयी। देर शाम तक तीनों का शव नगर के रामघाट ले जाया गया अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव व ओमप्रकाश सिंह, दिनेश सिंह, बमभोले सिंह व प्रधानपति फुन्नीलाल सरोज मौजूद रहे।
बहन का रो रोकर बुरा हाल,
सिकरारा। आनापुर के समीप सड़क हादसे में मृत 19 वर्षीय सूरज बिंद मां बाप का इकलौता बेटा था। इकलौते चिराग के असमय चले जाने से पिता रामप्रकाश बिंद और माँ महदेइ देवी का रोकर बुरा हाल था। सूरज की बड़ी बहन आरती बिंद के आंसू इकलौते भाई के असमय मौत से रुकने का नाम नही ले रहे थे। पिता रामप्रकाश मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाता है। बड़ी बेटी आरती बिंद की अभी शादी नही हुई ,सूरज क्षेत्र के एक इंटर कालेज में 12वी में पढ़ाई करता था । दोस्तो के साथ कैटरिंग के काम में चला गया था। सूरज की अभी शादी नही हुई है।
चार बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
सिकरारा। आनापुर के समीप सड़क हादसे में मृत अलीशाहपुर के 30 वर्षीय कैटर राजबहादुर बिंद उर्फ दरोगा की असमय मौत से उनके चार बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। मृतक की पत्नी काजल पति के मौत से स्तब्ध है। तीन बेटियों व एक दो वर्षीय अंशू बेटे की देखरेख की जिम्मेदारी अब उसी के कंधे पर आ गई। काजल ने बताया कि दो बजे पति ने फोनकर खाना बनाने से मना किया था कि वे खाना लेकर आ रहे है लेकिन उनके मौत की सूचना पहले मिली।
फीस भरने के लिए गया था रवि
सिकरारा। अलीशाहपुर का 18 वर्षीय रवि बिंद तीन भाइयों में सबसे छोटा था। पिता रामा बिंद मजदूरी करके परिवार चलाते है। बड़ा बेटा उमेश व रमेश बिंद भी मजदूरी करते है। रवि बिंद पड़ोस के गांव बथुआवर के एक इंटर कालेज में 12वी का छात्र था।उसकी अभी शादी नही हुई है। माता दुलारी देवी का रोकर बुरा हाल था। रवि स्कूल व कोचिंग की फीस भरने के लिए लगन सीजन में खानाबनाने वाले के साथ चला जाता था।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।