21 ब्लाक के हजारों लोगों में संक्रमण का खतरा
जौनपुर। निज संवाददाता जिले में बुधवार को एक बार फिर प्रशासनिक चूक के चलते
जौनपुर। निज संवाददाता
जिले में बुधवार को एक बार फिर प्रशासनिक चूक के चलते हजारों लोग कोरोना के सम्भावित संक्रमण की चपेट में आ सकते है। कारण की सभी ने कोविड नियमों को दरकिनार किया। प्रधान, बीडीसी व जिला पंचायत सदस्य पद के लिए बनाए जा रहे एजेन्ट के लिए लोग ब्लाक मुख्यालयों पर लाइन में लगे थे। लाइन में कही भी एक इंच की दूरी नहीं थी। गमछे से मुंह ढका गया था। इतनी भीड़ की जानकारी के बाद भी पुलिस कही भी मुस्तैद नजर नहीं आयी। सिरोकोनी विकास खंड में कोविड नियमों का पालन तो छोडिए लोगों ने तोड़फोड़ भी किया। एक बुलेट पर महिला को बीच में बैठाकर तीन तीन लोग जाते दिखायी दिए।
जांच के लिए सीएचसी पर उमड़ी भीड़
खुटहन। पंचायत चुनाव में मतगणना के दौरान एजेन्ट बनने के लिए कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट जरूरी किया गया है इसी के चलते प्रत्याशी और उनके एजेंट जांच कराने के लिए स्थानीय सीएचसी पर उमड़ पड़े।
सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सीएचसी पर मतगणना एजेंट बनने के लिए प्रत्याशियों व उनके समर्थकों की भीड़ जुटी रही। सीएचसी अधीक्षक डा. राजेश रावत ने बताया की लोगो को बार बार कहा जा रहा था लेकिन लोग नहीं मान रहे थे। सूचना पर पुलिस पहुंची तब जाकर पालन हुआ लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
कोरोना जांच के लिए प्रत्याशियों का जमावड़ा
खेतासराय। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामले के बावजूद पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों में जरा भी भय नहीं है। पहले कोरोना जांच के नाम से जहां लोग कतराते थे बुधवार को कोरोना जांंच के लिए पीएचसी सोंधी पर सैकड़ों प्रत्याशी जमा हो गए। भीड़ देख जांच करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों के भी पसीने छूटने लगे।
पीएचसी सोंधी पर कोरोना जांच कराने के लिए सुबह से ही विभिन्न पदों के प्रत्याशियों की भीड़ लग गई। बीएचडब्लू दीपक यादव ने बताया कि डाक्टर समेत अधिकतर स्वास्थ्य कर्मचारियों के संक्रमित होने से कर्मचारी कम हैं। इससे काफी समस्या भी आ रही है।
कोविड नियमों की खुलेआम उड़ी धज्जी
मड़ियाहूं। पंचायत चुनाव में मतगणना एजेंट बनने के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य किये जाने के चलते बुधवार को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कोविड टेस्ट कराने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान लोगो द्वारा किसी भी तरह का सोसल डिस्टेंसिग का पालन नही किया गया। दो बजे दिन में खुलेआम कोविड नियमों की धज्जी उड़ते देखी गयी। चुनाव आयोग द्वारा सभी एजेंटो को कोरोना निगेटिव होना आवश्यक बताया गया जिसके चलते कोविड टेस्ट कराने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। पूरे तहसील क्षेत्र में अन्यत्र कहीं और टेस्ट न होने की वजह से स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पूरी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान चार सौ से अधिक लोगो का टेस्ट किया गया।
कोविड जांच कराने वालों ने की तोड़फोड़
जफराबाद। सिरकोनीं ब्लाक के समुदाययिक स्वास्थ्य केंद्र नेहरूनगर में बुधवार को अपराह्न 12 बजे एजेंट बनने के लिए कोविड जांच कराने वाले लोगों ने तोड़फोड़ किया। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने उन लोगों को खदेड़ दिया। यहा कोविड नियमों का एकदम पालन नहीं हुआ। सुबह ही स्वास्थ्य केंद्र पर सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंच गए। ढ़ाई सौ लोगो का रजिस्ट्रेशन था। दोपहर के बाद मौजूद लोगों ने यह आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य केंद्र के भवन के शीशे तोड़ा कि कुछ लोगों ने पैसा देकर नम्बर आने से पहले जांच करवा लिया। तोड़फोड़ मामूली था। हालांकि शोर शराबा ज्यादा था। केंद्र के लोगों ने 112 नम्बर पर फ़ोन किया। पुलिस ने पहुंच लोगों को खदेड़ दिया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. पंकज कुमार ने बताया कि हमने पुलिस की मांग की थी। थाना प्रभारी जलालपुर ने फोर्स देने में असमर्थता जताया।
स्वास्थ केन्द्र पर एक साथ पहली बार दिखी भीड़
सुइथाकला। सिकरारा
पंचायत चुनाव मे मतगणना एजेंट बनने के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य किए जाने के चलते सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र सुइथाकलां पर बुधवार को सुबह से ही भारी भीड लग गयी। लेकिन भीड़ ने किसी भी तरह से कोविड नियमों का पालन नहीं किया। डा. विक्रांत गुप्ता ने बताया सौ से अधिक लोगो की जांच की गयी। भीड़ का आलम यह था कि लोग एक दूसरे को धक्का दे रहे थे। लोग प्रयास में लगे थे कि जुगाड़ से उन्हें अलग से व्यवस्था मिल जाए। पूरे दिन स्वास्थ केन्द्र पर गहमा गहमी रही। सिकरारा स्वास्थ केन्द्र पर भी इसी तरह की अव्यवस्था देखने को मिली। लोग एक दूसरे से सटकर जांच के लिए लाइन लगाए हुए थे।
अब मतगणना स्थल पर ही होगी थर्मल स्कैनिंग
जौनपुर। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामप्रकाश ने बताया कि पहले निर्देश दिया गया था कि मतगणना हेतु विभिन्न पदों के लिए सभी प्रत्याशी उनके निर्वाचन एजेंट एवं मतगणना अभिकर्ता का कोविड टेस्ट कराकर रिपोर्ट ले ले। लेकिन बुधवार को सीएचसी व पीएचसी पर उमड़ी भीड़ को देखने के बाद बदलाव किया गया है। एडीएम ने बताया कि जनपद में कोविड-19 की स्थिति को नियंत्रित करने के दृष्टिगत सीएचसी व पीएचसी पर अत्यधिक भीड़ एकत्र नहीं करना है। एजेंट एवं मतगणना अभिकर्ता का मतगणना स्थल पर ही थर्मल स्कैनिंग और पल्स आक्सीमीटर से जांच कराई जाएगी। एडीएम ने कहा कि प्रत्याशियों को स्वास्थ केन्द्र पर भीड़ लगाने की जरुरत नहीं है।
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