मुन्ना बजरंगी का अंतिम दर्शन पाने के लिए व्याकुल दिखे लोग
मुन्ना बजरंगी के शव का अंतिम दर्शन करने को जगह जगह लोग इंतजार करते दिखे। इसके लिए घर से लेकर लगभग तीन किलोमीटर दूर तक जगह जगह महिला व पुरूष इकट्ठा थे। उनमें मुन्ना का अंंतिम दर्शन करने की व्याकुलता...
मुन्ना बजरंगी के शव का अंतिम दर्शन करने को जगह जगह लोग इंतजार करते दिखे। इसके लिए घर से लेकर लगभग तीन किलोमीटर दूर तक जगह जगह महिला व पुरूष इकट्ठा थे। उनमें मुन्ना का अंंतिम दर्शन करने की व्याकुलता रही।
काफी समय से इकट्ठा हुए लोग उनके घर से वापस आ रहे लोगों से जानकारी भी लेते दिखे की कब तक शव घर से उठेगा। वही घंटों इंतजार करने के बाद भी शव का अंतिम दर्शन करने वालों लोगों की भीड़ खत्म नहीं हुई। अंतत: अगल-बगल के लोग शव के अंतिम दर्शन के बाद अपने अपने घर वापस चले गए।
हर कोई बजरंगी के बच्चों को देखना चाह रहा था
स्थानीय थाना क्षेत्र के कसेरु पुरेदयाल गांव निवासी माफिया डान प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद सूचना पर उनके पैतृक आवास कसेरू पहुंचे उनके पुत्र समीर और पुत्री सिमरन के बारे में वहां उपस्थिति हर कोई जानना चाह रहा था। लोग एक दूसरे से यह पूछते दिख रहे थे कि बजरंगी का पुत्र और पुत्री कौन है। क्योंकि बचपन से ही बजरंगी के पुत्र और पुत्री लखनऊ में ही रहते थे। उनके कुछ सगे-संबंधियों के अलावा उनको कोई पहचानने वाला नहीं था। इसी आस को लेकर उपस्थित ग्रामीण एक दूसरे से बजरंगी के पुत्र व पुत्री को पहचानने में जुटे रहे।
पूरी रात्रि जागकर किया मुन्ना के शव का इंतजार
क्षेत्र के पूरेदयाल कसेरू गांव में भारी संख्या में लोग सोमवार की पूरी रात्रि प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी का शव आने के इन्तजार में जगे रहे। बागपत जेल में सोमवार की सुबह गोली मारकर हत्या के बाद बजरंगी का शव को अंत्य परीक्षण के बाद देरशाम उनके परिजनों को सौंप दिया गया था। परिजनों ने घर वालों को आने की सूचना दे दी थी।
सोमवार की देर शाम को ही परिजन मुन्ना बजरंगी के शव को लेकर पैतृक गांव सुरेरी थाना क्षेत्र के कसेरू पुरेदयाल के लिए रवाना हो गए थे। घर पर इंतजार कर रहे लोग दूरभाष के माध्यम से परिजनों से जानकारी लेकर दूसरे लोगों को शव लाये जाने का लोकेशन देते रहे। मंगलवार की सुबह से ही क्षेत्रीय लोग उनके आवास पर पहुंचकर शव के आने व अंतिम दर्शन के इंतजार करते रहे बीच-बीच में भी एक दूसरे से फोन पर आने के सही समय का पता करते रहे।
बजरंगी का शव पहुंचते ही नम हो गयी आंखें
स्थानीय थाना क्षेत्र के कसेरू पूरेदयाल गांव निवासी माफिया डान प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी के हत्या के दूसरे दिन उनके पैतृक गांव कसेरू मंगलवार की सुबह जैसे ही उनका शव घर पहुंचा तो उनके घर पर मौजूद दूर-दराज से आए सभी सगे संबंधी व ग्रामीण अपनी आंसू रोक नहीं सके। इसके पीछे माना जा रहा है कि मुन्ना गांव व आसपास के लोगों और गरीबों के लिए हमेशा कुछ सोचते थे।
उनके गांव के लोग डान को माफिया कम मसीहा ज्यादा मानते थे। ग्रामीणों की मानें तो क्षेत्रीय लोग अपने किसी भी समस्या को लेकर अगर उनके पास गए होंगे तो उनको उस समस्या से निजात जरूर मिली होगी। जिसकी वजह से ग्रामीण व क्षेत्रीय लोग यही कहते नजर आए की अब क्षेत्र की समस्या को आखिरकार कौन सुनेगा।
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