पुलिस छावनी बना रहा माफिया डान का पैतृक गांव
थाना क्षेत्र के कसेरू पूरेदयाल गांव निवासी माफिया डान प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी जिसका खौफ पूर्वांचल समेत कई प्रांतों में था। बागपत जेल में माफिया डान मुन्ना बजरंगी को गोली मारकर हत्या की...
थाना क्षेत्र के कसेरू पूरेदयाल गांव निवासी माफिया डान प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी जिसका खौफ पूर्वांचल समेत कई प्रांतों में था। बागपत जेल में माफिया डान मुन्ना बजरंगी को गोली मारकर हत्या की सूचना जैसे ही स्थानीय प्रशासन को लगी तो प्रशासन सूचना के बाद मुस्तैद हो गई और पूरेदयाल गांव से लेकर स्थानीय बाजारों तक पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। वही शव आने के पहले से ही शव जाने तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मौजूद दिखे।
माफिया डान मुन्ना बजरंगी का शव उनके पैतृक आवास पहुंचने से लेकर शवयात्रा तक के बीच भले ही पूर्वांचल के कई जिलों के लोग मौजूद रहे हों लेकिन स्थानीय स्तर से लेकर जिले का कोई भी नेता सत्ता या विपक्ष का वहां नहीं दिखा। वही वहां पर उपस्थित लोग इस बात की चर्चा करते दिखे की बजरंगी के जीवित रहने पर जहां एक तरफ किसी कार्यक्रम में सफेदपोशों की लाइन लगी रहती थी वही जन प्रतिनिधि भी उनसे अलग से मिलते थे। पिछले दो वर्ष पूर्व जब बजरंगी की मां लीलावती का देहान्त हुआ तो मुन्ना पेरोल पर छूटकर आया था। सत्ता पक्ष के कई विधायक व जनप्रतिनिधि मिलने पहुंचे थे। अलग से कमरों में बातचीत भी की थी। उसके शव आने या फिर शवयात्रा के बीच किसी भी जनप्रतिनिधि का ना पहुंचना लोगों में चर्चा का विषय बना रहा।
व्यवसाईयों ने दुकान बंद कर जताया शोक
माफिया डा. प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी का शव आने के बाद जहां लोगों ने नम आंखों से उनकी विदाई की। वही स्थानीय कसेरू बाजार भी बंद रहा। स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय यह भी रहा कि मुन्ना बजरंगी का क्षेत्रीय लोगों से जुड़ाव किस हद तक था इससे भी लगाया जा सकता है। उनकी शव यात्रा निकलने के बाद भी बाजार के व्यवसाई अपनी अपनी दुकान की शटर गिरा कर जगह जगह मायूस होकर बैठे रहे।
डान की शव यात्रा में दिखी तरह तरह की गाडि़यां
माफिया डान प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की शव यात्रा में गाडि़यों की लंबी कतारें थीं। इसमें पूर्वांचल समेत प्रदेश के कई जनपद की गाडि़यां मौजूद रही। वही क्षेत्रीय लोगों की मानें तो माफिया डान की शव यात्रा में शामिल होने के लिए पूर्वांचल व राजधानी तथा जिले से भी लोग आए थे। वही ग्रामीण दबी जुबान से यह भी कह रहे थे कि माफिया डान की पूर्वांचल समेत प्रदेश के सभी जिलों में मजबूत पकड़ थी।
नारे के साथ उठी मुन्ना बजरंगी की अर्थी
मुन्ना बजरंगी का शव मंगलवार की सुबह घर पहुंचने व लोगों के अंतिम दर्शन करने के बाद परिजन समेत ग्रामीण व सगे-संबंधियों ने मुन्ना बजरंगी अमर रहे के नारे के साथ शव यात्रा निकाली। शव यात्रा उनके पैतृक मकान से लगभग पांच सौ मीटर दूर गांव के सरहद पर स्थित ब्रम्ह बाबा के मंदिर के समीप पहुंच कर शव को गाड़ी में रखकर काफिला काशी के मणिकर्णिका घाट के लिए रवाना हुआ। बीच बीच में मुन्ना अमर रहे के नारे लगे।
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