बोले जौनपुर : बदहाल सड़क और नालियां चोक, समस्याएं बनीं जोंक
Jaunpur News - जौनपुर के नईगंज मोहल्ले में बुनियादी सुविधाओं की कमी के चलते निवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गंदगी, खराब सड़कें और बिजली-पानी की अनुपलब्धता से लोग परेशान हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा की...

करीब तीन लाख की आबादी वाले जौनपुर शहर का एक मोहल्ला है नईगंज। वैसे तो इस इलाके को मेडिकल हब के रूप में जाना जाता है, लेकिन यहां व्यवस्थाएं कोई नई नहीं हैं। यहां आज भी पुरानी व्यवस्थाओं की से ही काम चलता हे। रहवासी चाहते हैं कि नया इंतजाम हो, बिजली, पानी, सड़क और सफाई का बेहतर इंतजाम हो तो उनका इलाका चमक उठेगा। जल निकासी के मुकम्मल इंतजाम हों तो बारिश के दिनों में तालाब बनने वाली गलियां ठीक हों। शहर के पश्चिमी इलाके में पड़ने वाले वार्ड संख्या 23 नईगंज वार्ड का नईगंज मोहल्ला नई बाजार-कटघरा मार्ग से जुड़ा है। इसी मार्ग के किनारे जुटे रहवासियों ने ‘हिन्दुस्तान से परिचर्चा की। यहां की मौजूदा समस्याओं को लेकर चर्चा की। कहा कि बदहाल सड़क, चोक नालियां, गंदा पेयजल, खराब पथ प्रकाश यहां की पहचान बनती जा रही है। शहर की चकाचौंध से कुछ ही दूरी पर बसा यह मोहल्ला आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है। रहवासी कहते हैं कि सड़कें बारिश के दिनों में तालाब बन जाती हैं। बीमारी और असुरक्षा का साया हर समय बना रहता है। यहां के रहने वाले विक्रमा, नीरज, छोटेलाल गुप्ता कहते हैं कि नईबाजार से कटघरा को जाने वाली सड़क किसी दलदल से कम नहीं लगती। गड्ढों में भरा पानी राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। बरसात में सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। आवागमन करने वाले राहगीरों के गड्ढों में गिरकर घायल होने की घटनाएं बढ़ रही हैं। विकास बताते है कि नगरीय सड़क सुधार योजना के तहत वर्ष 2016 में आधे बजट को खर्च कर इस मार्ग को आधा ही बनवाया गया था। इस समस्या को लेकर नगर पालिका की अध्यक्ष मनोरमा मौर्या से कहने पर सिर्फ आश्वासन ही देती रही हैं। लक्ष्मी देवी, दुर्गावती बताती है कि सुबह के समय बच्चों को स्कूल वैन आने में दिक्कत होती है, बारिश के दिनो में यह समस्या दस गुना ज्यादा बढ़ जाती है।
गंदगी और बीमारियों का अड्डा
गली-मोहल्लों में कूड़े के ढेर लगे हैं, सफाई कर्मियों का कोई अता-पता नहीं। लालबहादुर, दिनेश और अंतु कहते हैं, यहां सफाई नहीं होती, कचरा जमा रहता है। इससे मच्छर बढ़ रहे हैं और बीमारियां पांव पसार रही हैं। नियमित सफाई आवश्यक है। दुर्गावती और सुशीला कहती हैं, गंदगी और दुर्गंध के कारण यहां रहना मुश्किल हो गया है। नगर पालिका सिर्फ मूकदर्शक बनी हुई है। गर्मी में सुबह-शाम मोहल्ले में बच्चे निकलते हैं तो डर सा लगा रहता है कि कहीं इस गंदगी से डेंगू और मलेरिया की चपेट में न आ जाएं। नपा हमारी गली मोहल्लों में न तो सफाई कराता है न ही शाम को फॉगिंग।
शाम ढलते ही छा जाता है अंधेरा, चोर का है डर
महीनों से स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। रात के घने अंधेरे में असामाजिक तत्वों का खतरा बढ़ गया है। सुशील, अजीत और सुशीला कहते हैं कि नईगंज में कई अस्पताल होने की वजह से देर रात तक राहगीर का आवागमन होता रहता है, जिससे रात में अंधेरा होने के कारण अपराधियों को खुली छूट मिल जाती है। नगर पालिका को तुरंत लाइटों की मरम्मत करवानी चाहिए। पुलिस भी अपनी पेट्रोलिंग करे जिससे मोहल्ले में अराजक तत्वों की पहचान कर सकें।
सरकारी योजनाएं सिर्फ कागज़ों में मुकम्मल
विकास के दावे तो बहुत किए जाते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत बिल्कुल अलग हैं। छोटेलाल गुप्ता यह कहते हुए थोड़े क्रोध में आ जाते हैं। कहते हैं, नगर पालिका सिर्फ कागज़ों पर काम कर रही है। चेयरमैन केवल आश्वासन देते हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। वहीं, विकास यादव कहते हैं, 2016 में सड़क सुधार योजना के तहत आधा बजट खर्च हुआ, फिर भी हालात जस के तस हैं। ऐसे में बताएं हम कहा जाएं? हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। योजनाएं बनती तो हैं लेकिन शहर के नईगंज में आते आते दफन हो जाती हैं। नाली, बिजली, पानी के लिए तमाम योजनाएं बनती है लेकिन मूलभूत सुविधाएं जानकारी के अभाव में नहीं पहुंच पाती है ।
जनप्रतिनिधियों की चुप्पी बढ़ा रही रहवासियों की पीड़ा
नईगंज मोहल्ले के लोगों ने सभासद से लगाकर नगर पालिका के अध्यक्ष तक को कई बार शिकायतें कीं, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधि मौन साधे बैठे हैं। दिनेशचंद्र कहते हैं, आपात स्थिति में यह जर्जर सड़क सबसे अधिक परेशानी पैदा करती है। हल्की बारिश में ही कीचड़ भर जाता है और फिसलने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। अंतु यादव नाराजगी जाहिर करते हुए कहते हैं, सभासद से शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। हम खुद अपनी नालियों और सड़कों की सफाई करने को मजबूर हैं।
बेहतर नगर के लिए ढकी नाली और पार्किंग का हो इंतजाम
एक बेहतर नगर के लिए ढकी नाली और पार्किंग का इंतजाम अति आवश्यक है। विकास कुमार, सुरेश और मोनू ने कहा कि नगर पालिका प्रशासन और पुलिस यदि पहल करे तो इलाके की चीजें ठीक हो जाएंगी। नईगंज में 20 से अधिक छोटे बड़े अस्पताल, मेडिकल स्टोर हैं। यदि एक-एक अस्पताल को यह जिम्मेदारी दे दी जाए कि वह अपने अस्पताल के सामने की नाली को बेहतर बनवाकर उसे ढकवा देंगे तो काफी राहत मिलेगी। साथ ही अस्पतालों में आने वाले मरीजों के तीमारदारों के वाहन सड़क पर ही खड़े किए जाते हैं, इससे अक्सर जाम की स्थिति बनती है। मोहल्ले में अलग अलग जगह पार्किंग स्थल भी बनाए जाने की जरूरत है। जरूरी सुविधाओं का विस्तार करके एक बेहतर नगर योजना की संकल्पना को साकार किया जा सकता है। इसमें अस्पताल प्रबंधन को भी शामिल करने की जरूरत है।
सुझाव :
नगर पालिका को अविलंब सड़क सुधार योजना के तहत काम शुरू करना चाहिए, नाली निर्माण एवं जल निकासी का उचित इंतजाम हो।
जहां-जहां स्ट्रीट लाइट खराब है उसको चिन्हित करके मरम्मत कराने की जरूरत है, जिससे रात के समय आवागमन में दिक्कत न होने पाए।
पारदर्शिता के लिए सरकारी योजनाओं की समीक्षा की जाए एवं बजट के सही उपयोग को सुनिश्चित किया जाए, जिससे हर पात्र को लाभ मिल सके।
सफाई व्यवस्था के मोहल्ले को चार जोन में बांटकर व्यवस्थित करावाया जाए, नियमित सफाई और फॉगिंग का इंतजाम होने से व्यवस्था ठीक होगी।
मोहल्ले में रात के समय चोरी की आशंका रहती है, इसलिए इस इलाके में एक अस्थाई पुलिस चौकी या बूथ बनवाए जाने की जरूरत है।
शिकायतें :
मोहल्ले की सड़कें जर्जर स्थिति में हैं, विशेष रूप से बारिश के दिनों में राह चलना कठिन हो जाता है कई लोग गिरकर घायल हो चुके हैं।
कई स्थानों पर लगी स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, उनकी मरम्मत न होने से रात के समय आवागमन में परेशानी होती है, अपराध का भी खतरा रहता है।
सरकार की योजनाओं का क्रियान्वय इलाके में ठीक से नहीं हो पा रहा है, समीक्षा न होने से पात्रों को समय से लाभ नहीं मिल पाता है।
सफाई व्यवस्था लचर है, मोहल्ले में कई जगह नालियां चोक हैं, गंदगी पसरी पड़ी है, मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से डेंगू का भी खतरा बढ़ा है।
रात के समय चोरी का खतरा बना रहता है, कई अस्पताल होने के कारण यहां रात भर आवाजाही चालू रहती है, सुरक्षा का प्रबंध ठीक नहीं है।
रहवासियों का दर्द :
बरसात में सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है, गड्ढों में पानी भर जाता है, लोग गिरकर घायल हो रहे हैं। जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत करनी चाहिए।
विक्रमा
गली-मोहल्ले में सफाई नहीं होती, कचरा जमा रहता है। इससे मच्छर और बीमारियां फैल रही हैं। सफाई कर्मचारियों की नियमित तैनाती जरूरी है।
लालबहादूर शास्त्री
स्ट्रीट लाइटें महीनों से खराब पड़ी हैं। रात में अंधेरे का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं। नगर पालिका को इसकी तुरंत मरम्मत करवानी चाहिए।
विशाल कुमार
नगर पालिका सिर्फ कागजों पर काम कर रही है, जमीनी हकीकत कुछ और है। चेयरमैन सिर्फ आश्वासन देते हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
छोटेलाल गुप्ता
सरकारी योजनाओं का पैसा आता है, लेकिन सही इस्तेमाल नहीं होता। 2016 में सड़क सुधार योजना में आधा बजट खर्च हुआ, फिर भी हालात जस के तस हैं।
विकास यादव
हमारा शहर कहलाने वाला मोहल्ला आज भी गांव से बदतर है। जब तक हम संगठित होकर अपनी समस्याओं को नहीं उठाएंगे, तब तक कोई हमारी सुनवाई नहीं करेगा।
शीतला प्रसाद
खुली नालियां हैं जिससे दुर्गंध आती है और लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। मोहल्ले में कहीं भी नालियां ढंकी हुई नहीं हैं। इससे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है।
हीरालाल यादव उर्फ भोले
पूरे मोहल्ले में सड़क, बिजली, पानी आदि बुनियादी सुविधाओं की कमी है। पालिका को गंभीरता से सुविधाओं के विस्तार पर विचार करना चाहिए।
अशोक कुमार यादव
शहर के केंद्र में होने के बावजूद मोहल्ले में बिजली आपूर्ति की स्थिति ठीक नहीं है। इसके वावजूद भी स्मार्ट मीटर एक अलग मुसीबत बना हुआ है।
नीरज कुमार
मोहल्ले में गंदगी का अंबार लगा हुआ है । गंदगी के कारण आसपास का क्षेत्र भी काफी बदबूदार रहता है। नपा और स्थानीय जनप्रतिनिधि बेहद निष्क्रिय हैं।
दुर्गावती
नईगंज से कटघरा को जाने वाली सड़क जर्जर होने से आवागमन करने में असुविधा होती है। सर्वाधिक परेशानी आपात स्थिति में होती है।
दिनेशचंद्र
हल्की बारिश में सड़के कीचड़ से भर जाती है। रास्ते से आवागमन काभी कष्टप्रद हो जाता है। फिसलकर गिरने की घटनाएं होती रहती हैं।
सुशीला गुप्ता
सभासद से शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। हम अपने मोहल्ले में नाली और सड़क की सफाई स्वयं करते हैं, क्योंकि यहां कोई सफाई करने नहीं आता।
अंतु यादव
जगह-जगह डस्टबीन लगाया जाए। कूड़ा फेकने को लेकर आए दिन मोहल्ले में दिक्कतों का समाना करना पड़ता है। नपा समय से कूड़ा उठाना सुनिश्चित करें।
लक्ष्मी देवी
बोले जिम्मेदार :
स्ट्रीट लाइट की खराबी को तत्काल ठीक कराया जाएगा, जिससे सड़क पर रोशनी बनी रहे और नागरिकों को कोई असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त, सफाई व्यवस्था को नियमित रूप से सुनिश्चित करने के लिए सफाई निरीक्षक को निर्देशित किया जाएगा, ताकि क्षेत्र में स्वच्छता बनी रहे। नईगंज में कुछ जगहों पर जल निकासी व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए संबंधित क्षेत्र में नाली निर्माण किया जाना है। इसके साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि जलभराव की समस्या न उत्पन्न हो।
पवन कुमार, ईओ नपा जौनपुर।
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