राम और हनुमान मिलन की लीला देख श्रोता हुए गदगद
फोटो--01 श्रोता गदगद हो गए। रामलीला का शुभारंभ मां दुर्गा जी की आरती के बाद किया गया। लीला में सीता की खोज में राम वन-वन घूमते हैं। ऋष्यमूक पर्वत पर
शाहगंज। क्षेत्र के गोड़िला फाटक बाजार में श्री बजरंग नवयुवक रामलीला समिति के सातवें शनिवार की देरशाम कलाकारों ने राम-हनुमान मिलन, बाली-सुग्रीव संवाद, बालि वध, सुग्रीव के राजतिलक की लीला की। कलाकारों की प्रस्तुति देख श्रोता गदगद हो गए। रामलीला का शुभारंभ मां दुर्गा जी की आरती के बाद किया गया। लीला में सीता की खोज में राम वन-वन घूमते हैं। ऋष्यमूक पर्वत पर पहुंच जाते हैं। वहां पर राम और लक्ष्मण को देखकर सुग्रीव के मन में शंका हो रही है। दोनों भाइयों के बारे में पता लगाने के लिए हनुमान को भेजते हैं। इस पर हनुमान ब्राह्मण का रूप धारण कर पहुंचते हैं। इसके बाद प्रभु राम ने अपना परिचय दिया और वन में भ्रमण करने के कारणों के बारे में बताया। प्रभु राम को पहचानकर हनुमान ने उनके चरण पकड़ लिए। यह दृश्य देखकर दर्शक भावुक हो गए। इसके बाद रामलीला में वानर राज बाली का दरबार दिखाया जाता है। जहां हनुमान ने राम-लक्ष्मण की सुग्रीव से मुलाकात का वृतांत सुनाते हैं। इतनी ही देर में बालि के महल के बाहर आकर सुग्रीव उसे युद्ध के लिए ललकारता है। दोनों भाईयों में युद्ध होता है। श्री राम अपने धनुष से बालि को मार देते हैं। इसके बाद सुग्रीव का राजतिलक किया गया। मुख्य अतिथि शाहगंज के रामलीला समिति अध्यक्ष संदीप जायसवाल व रजनीश जायसवाल रहे। इस मौके पर उमेश चन्द्र जायसवाल, आलोक जायसवाल, कालीचरन जायसवाल, आशीष जायसवाल प्रीतम, धीरज जायसवाल टोनी, शिवा जायसवाल आदि मौजूद रहे।
राम विलाप देख श्रोताओं की आंखें हुई नम
सुइथाकला। हनुमत रामलीला समिति के तत्वावधान में आयोजित रामलीला में शनिवार की देरशाम विभीषण शरणागति, अंगद रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति, मेघनाद वध की लीला की गयी। इससे पहले मां काली के झांकी की आरती की गई।
बालि पुत्र अंगद के लंका पहुंचने से लंकावासी डर के मारे कांपने लगते हैं। रावण और अंगद के बीच संवाद होता है। बात नहीं बनती। तो अंगद अपना पैर जमा कर लंका वालों को पैर उठाने की चुनौती देता है। लेकिन को हिला भी नहीं पाता। अंत में रावण उठता है तो अंगद यह कहते हुए पैर उठा लेता है कि प्रभु श्री रामचन्द्र के चरणों में गिर कर माफी मांगों। जिससे लंकावासी का कल्याण हो जाए। रामलीला में कलाकारों ने विभीषण शरणागत के साथ लक्ष्मण मेघनाद का युद्ध व लक्ष्मण शक्ति की लीला की। राम विलाप देखकर दर्शकों की आंखें नम हो गयी। आयोजक प्रधान प्रतिनिधि प्रेम प्रकाश जायसवाल ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
दो दिवसीय ऐतिहासिक विजयदशमी आज
बदलापुर। बदलापुर की दो दिवसीय ऐतिहासिक विजयदशमी सोमवार से शुरू हो रही है। प्रबोधिनी एकादशी के पूर्व लगने वाली विजयदशमी में कंद व सिंघाड़े की बिक्री होती है। मेला कमेटी तैयारी को अंतिम रुप देने में जुटी है। बदलापुर कस्बे में लगने वाली दो दिवसीय ऐतिहासिक विजयदशमी के पहले दिन शाम को इंदिरा चौक पर रावण के पुतले का दहन किया जाता है। दूसरे दिन भरत मिलाप का आयोजन कोतवाली परिसर में होता है। जहां कोतवाल चारों भाइयों की आरती उतारते हैं। रात में लाग, चौकी कम्पटीशन का भी आयोजन किया जाता है। मेला कमेटी के आयोजक उन्नत सिंह ने बताया कि इस बार सड़कों को झालरों से सजाया जायेगा।
एक हजार भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन को रवाना
खुटहन। क्षेत्र के सियरावासी गांव निवासी व राम जन्मभूमि अयोध्या न्यास से जुड़े युवा समाजसेवी सतीश तिवारी पिछले कुछ अरसे से ऐसे ही काम कर रहे हैं, जो आम लोगों के लिए असंभव प्रतीत होता है। बीते मई महीने में करीब एक हजार लोगों को बस द्वारा नि:शुल्क अयोध्या धाम दर्शन करा चुके हैं। रविवार को दर्जनों बसों से लोगों को नि:शुल्क बाबा विश्वनाथ काशी धाम वाराणसी की यात्रा पर रवाना किए। उनका कहना है कि जो लोग संसाधनों या वित्तीय समस्याओं के चलते धार्मिक स्थानों की यात्रा नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें बस द्वारा धार्मिक यात्रा कराया जा रहा है। वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ का दर्शन कराने के लिए पैतृक गांव के अलावा आसपास के दर्जनों गांवों से हजारों की संख्या में भक्त रवाना हो रहे हैं। यह धार्मिक यात्रा श्री शंकर दुर्गा पूजा समिति के बैनर तले निकाली गई।
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