चार दिन पहले मां फिर बेटे की भी हो गई मौत

खेतासराय (जौनपुर)। हिन्दुस्तान संवाद स्थानीय थाना क्षेत्र के शाहापुर गांव में चार दिन पहले...

Newswrap हिन्दुस्तान, जौनपुरSun, 2 May 2021 03:01 AM
share Share

खेतासराय (जौनपुर)। हिन्दुस्तान संवाद

स्थानीय थाना क्षेत्र के शाहापुर गांव में चार दिन पहले एक महिला की मौत हो गयी थी। चार दिन बाद आज शनिवार को एकलौैते बेटे की भी मौत हो गयी। कोरोना संक्रमण से मौत होने की आशंका से गांव के लोगों में भय व्याप्त है।

शाहापुर गांव निवासी 58 वर्षीय कृपाशंकर यादव खेती करके परिवार की जीविका चलाते थे। नवरात्रि के बाद तबीयत कुछ खराब हुई तो स्थानीय डाक्टरों से दवा लिए। सुधार न होने पर बेटा अनिरुद्ध और एक भांजा उन्हें लेकर जौनपुर जिला अस्पताल चले गए। पैसे के अभाव में बगैर दवा इलाज के घर वापस लौट गए। इस बीच कई दिनों से बिस्तर पर पड़ी मां राजदेई की 27 अप्रैल की शाम मौत हो गयी। बीमारी से लाचार इकलौता बेटा मां को कंधा भी नहीं दे पाया। मां के निधन के बाद बेटे कृपाशंकर की हालत और बिगड़ गई। सांस लेने में दिक्कतें आने लगी। 28 अप्रैल को परिजन फिर जौनपुर लेकर भागे। नईगंज स्थित एक निजी अस्पताल में जांच करने के बाद बताया गया कि जगह नहीं है। शाम छह बजे तक बेड खाली होने का भरोसा दिया गया। इस बीच सरकार द्वारा अधिकृत किए गए एक दो अस्पतालों का भी चक्कर लगाया लेकिन कहीं भी किसी डाक्टर ने भर्ती नहीं किया। 28 अप्रैल को रातभर उन्हें लेकर अस्पतालों का चक्कर काटते रहे। इस बीच किसी रिश्तेदार ने शाहगंज में डाक्टर से बात करके भर्ती के लिए बुलाया। 29 अप्रैल को शाहगंज में भर्ती करने के बाद डाक्टर ने आक्सीजन लगाया। सुधार न होने पर कहीं और ले जाने की सलाह दी। मोबाइल से कुछ लोगों ने जौनपुर के मड़ियाहूं रोड स्थित एक निजी अस्पताल पर सम्पर्क किया तो भर्ती लेने से इनकार कर दिया गया। मजबूर होकर परिजन उन्हें शाहगंज से घर लेकर चले आए। फिर अगले दिन शुक्रवार की दोपहर बाद उनकी मौत हो गयी।

कोरोना के भय से दूरी बनाए रहे ग्रामीण

कृपाशंकर की हुई मौत के बाद ग्रामीणों में कोरोना से मौत होने की आशंका बन गई है। लोगों में भय पैदा हो गया है। यहां तक कि मौत के बाद शव के नजदीक जाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया। जानकारी होने पर घर पहुंचे गांव निवासी व सपा नेता भीम यादव हाथ में ग्लब्स और मुंह पर मास्क लगाकर सहयोग में लग गए। और मृतक के बेटे, भांजे व चचेरे भाई का सहयोग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करवाया।

इस घटना से परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

खेतासराय। शाहापुर निवासी कृपाशंकर यादव की हुई असामयिक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पांच बेटियों के बीच एक पुत्र है। उन्होंने दो बेटियों की शादी कर दी थी। लेकिन तीन बेटियों हाथ पीले करने बाकी रह गये। इकलौतैबेटे अनिरुद्ध की भी अभी शादी नहीं हुई है। घर चलाने के लिए कोई आय का जरिया भी नहीं है। सिर्फ खेती ही जीविका चलाने का एक मात्र सहारा है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें