Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़IPS Jasbir Singh who tightened the screws on Raja Bhaiya relieved his rhetoric became heavy

राजा भैया पर शिकंजा कसने वाले आईपीएस जसबीर सिंह सेवा मुक्त, बयानबाजी पड़ गई भारी

राजा भैया पर शिकंजा कसने के बाद चर्चा में आए आईपीएस अफसर जसबीर सिंह को सेवा मुक्त कर दिया गया है। यूपी में तैनात 1992 बैच के अफसर जसबीर सिंह फिलहाल निलंबित चल रहे थे।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानThu, 7 Nov 2024 04:31 PM
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राजा भैया पर शिकंजा कसने के बाद चर्चा में आए आईपीएस अफसर जसबीर सिंह को सेवा मुक्त कर दिया गया है। यूपी में तैनात 1992 बैच के अफसर जसबीर सिंह फिलहाल निलंबित चल रहे थे। एडीजी रैंक के अफसर जसबीर सिंह के ऊपर बयानबाजी और अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए निलंबित किया गया था। पांच साल से वह निलंबित ही चल रहे थे। इस बीच अपनी सर्विस को लेकर राष्ट्रपति के यहां अपील दायर की है। प्रतापगढ़ में एसपी रहते हुए राजा भैया पर शिकंजा कसने के मामले में जसबीर सिंह काफी सुर्खियों में आए थे।

एक वेबसाइट से बाचतीच में फरवरी 2019 में जसबीर सिंह ने शासन की नीतियों और कार्यप्रणाली को लेकर कई बयान दिए थे। इसमें पूर्व में तैनाती के दौरान जुड़े मुद्दों, एनकाउंटर नीति, अफसरों के तबादले और तैनाती समेत कई बिंदुओं पर उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए थे।

उन्होंने अपने इंटरव्यू में यहां तक आरोप लगाया था कि सरकार उन्हें बिना काम के सैलरी दे रही है। रूल्स ऐंड मैनुअल्स में कोई काम नहीं है, इसके बावजूद वहां स्टाफ को बैठाकर वेतन दिया जा रहा है। आरोप है कि इस संबंध में जब नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया तो वह छुट्टी पर चले गए। उन्होंने छुट्टी पर जाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति भी नहीं ली और न ही जवाब दिया। इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।

जसबीर सिंह जब एसपी प्रतापगढ़ और फूड सेल में रहे तो रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पर शिकंजा कसा था। इस दौरान काफी चर्चा में रहे। एडीजी होमगार्ड के पद पर तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था। इसके बाद होमगार्ड से हटाकर एडीजी रूल्स ऐंड मैनुअल्स के पद पर तैनाती दी गई थी। बताया जाता है कि नोटिस के जवाब से शासन संतुष्ट नहीं था। इसके आधार पर उन्हें सेवामुक्त करने का फैसला किया गया है।

निलंबित रहने के दौरान उन्हें आधी सेलरी मिलती रही। अब सेवा समाप्त होने पर वह भी बंद हो जाएगी। बताया जाता है कि यूपीएससी में उनकी सेवाएं समाप्त होने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद अब सेवाएं बहाल होने की संभावनाएं काफी कम हैं।

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