जाली करेंसी केस की जांच से गिरोह के करीबियों में हड़कंप, ATS ने 15 लोगों को किया तलब
- एटीएस की टीम ने इन्हें तलब करने से पहले दो दिन तक क्षेत्र में घूमकर तथा मामले में गिरफ्तार बदमाशों की कॉल डिटेल के आधार पर इन सभी को चिह्नित किया। इसके बाद पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया हे। ATS की सक्रियता से जाली करेंसी गिरोह के सदस्यों से नजदीक रहने वाले लोगों में हड़कंप की स्थिति है।
Fake Currency Case: जाली करेंसी कांड की तह तक जाने में जुटी एटीएस ने तमकुहीराज कस्बा और आसपास के 15 लोगों को चिह्नित करने के इन सभी को पूछताछ के लिए तलब किया है। बारी-बारी से सभी को बुलाकर पूछताछ शुरू भी कर दी गई है। इनमें दो मदरसे से जुड़े लोग भी शामिल हैं। एटीएस की टीम ने इन्हें तलब करने से पहले दो दिन तक क्षेत्र में घूमकर तथा मामले में गिरफ्तार बदमाशों की कॉल डिटेल के आधार पर इन सभी को चिह्नित किया। इसके बाद पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया हे। एटीएस की सक्रियता से जाली करेंसी गिरोह के सदस्यों से नजदीक रहने वाले लोगों में हड़कंप की स्थिति है।
पिछले दिनों तमकुहीराज कस्बे से जाली करेंसी, अवैध असलहे और अन्य आपत्तिजनक सामग्रियों के साथ पकड़े गए गिरोह के अलावा पर्दे के पीछे रहकर इस सिंडिकेट को चलाने वाले लोगों को बेनकाब करने के लिए एटीएस ने कारवाई शुरू कर दी है। सोमवार व मंगलवार को दो दिन तक एटीएस टीम ने तमकुहीराज कस्बा सहित आसपास के क्षेत्रों में अपने सूत्रों के जरिए गिरोह से जुड़े एक दर्जन से अधिक लोगों को चिह्नित किया। मोबाइल पर फोन कर उन सभी को बुलाया है। सूत्रों का कहना है कि टीम एक-एक कर लोगों को पूछताछ के लिए बुला रही है।
आने वाले लोगों से एक-एक कर एटीएस ने पूछताछ शुरू भी कर दी है। सूत्रों का कहना है कि इन लोगों से एटीएस की टीम घटना और गिरफ्तारी की जानकारी, आरोपियों के चाल चलन, उनके कार्य व्यवहार, उनसे मिलने जुलने वाले लोगों की जानकारी, सहयोगियों की जानकारी, आरोपियों की पारिवारिक पृष्ठभूमि, उनके आर्थिक संसाधन आदि के संबंध में पूछताछ की जा रही है। बुलाए गए लोगों के आरोपियों से संबंध आदि की जानकारी लेने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में एटीएस ने गिरफ्तार आरोपियों से सीधा कनेक्शन रखने वाले तमकुहीराज एवं पिपरा कनक में स्थित मदरसे से जुड़े कुछ लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। एटीएस को पता चला है कि जाली करेंसी कांड के गिरफ्तार नौशाद खान, मोहम्मद रफी एवं हासिम अंसारी तमकुहीराज कस्बा स्थित एक मदरसे के प्रबंधकीय कमेटी के सदस्य हैं। जबकि पिपरा कनक स्थित मदरसे के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के पुत्र की इनके साथ ज्यादे नजदीकी थी।
गिरोह से ताल्लुक रखने वाले सफेदपोश भूमिगत
जाली करेंसी कांड में पुलिस एवं जांच एजेंसियों की जांच पड़ताल शुरू होने के बाद जाली करेंसी गिरोह से ताल्लुक रखने वाले कई सफेदपोश भूमिगत हो गए हैं। जाली करेंसी गिरोह से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष संबंध रखने वाले लोगों के परिजन जांच एजेंसियों की कारवाई को लेकर परेशान हैं। गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम की सराहना क्षेत्र में खूब हो रही है।
जीएसटी और सेल्स टैक्स में चोरी का कारोबार शुरू करने के बाद कुछ सालों में अकूत धन संपदा बनाने वाले रफी अहमद उर्फ बबलू के साथ सोशल मीडिया एक्टिविस्ट बनकर लादेन उप नाम रखकर क्षेत्रीय लोगों पर अपना रूतबा एवं रसूख दिलाने वाले औरंगजेब खान, गायकी की दुनिया छोड़ कर समाज विरोधी कार्यों में लिप्त नौशाद खान, असलहा की तस्करी एवं जबरिया भूमि हड़पने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाने वाले परवेज आलम उर्फ कौशर अफरीदी और निर्दोष लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसाने वाले मोहम्मद रफी सहित गिरफ्तार आरोपियों की छवि एवं शोहरत समाज में अच्छी नहीं थी।