invest up will soon be transformed pickup will be merged a task force will be formed for this work इन्वेस्ट यूपी का जल्‍द होगा कायाकल्‍प, पिकप का होगा विलय; इस काम के लिए बनेगी टास्‍क फोर्स, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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इन्वेस्ट यूपी का जल्‍द होगा कायाकल्‍प, पिकप का होगा विलय; इस काम के लिए बनेगी टास्‍क फोर्स

  • इन्वेस्ट यूपी को अब बड़ा लक्ष्य दिया गया है। वह दिल्ली, मुंबई और बंगुलरु में अपने नए कार्यालय खोलेगा। उसे और मजबूती देने के लिए पिकप (द प्रदेशीय इंडस्ट्रियल एंड इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन आफ उत्तर प्रदेश लिमिटेड) को उसमें विलय करने का प्रस्ताव तैयार हो रहा है।

Ajay Singh अजित खरे, लखनऊSun, 13 April 2025 07:29 AM
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इन्वेस्ट यूपी का जल्‍द होगा कायाकल्‍प, पिकप का होगा विलय; इस काम के लिए बनेगी टास्‍क फोर्स

उत्तर प्रदेश में उद्यमियों की निवेश परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए बनी इन्वेस्ट यूपी का अब पूरी तरह कायाकल्प होने जा रहा है। इसके लिए 1972 में बने सार्वजनिक उपक्रम पिकप को इन्वेस्ट यूपी में विलय करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए विधिक और वित्तीय विशेषज्ञों की राय लेकर विलय का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। पिकप की देनदारी और लेनदारी के निस्तारण के लिए टास्क फोर्स बनेगी।

इन्वेस्ट यूपी को अब बड़ा लक्ष्य दिया गया है। वह दिल्ली, मुंबई और बंगुलरु में अपने नए कार्यालय खोलेगा। इसलिए उसे और मजबूती देने के लिए पिकप (द प्रदेशीय इंडस्ट्रियल एंड इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन आफ उत्तर प्रदेश लिमिटेड) को उसमें विलय करने का प्रस्ताव तैयार हो रहा है। औद्योगिक विकास विभाग का मानना है कि दोनों संस्थाएं ही नए उद्योगों को लगाने में निवेशकों को सहूलियतें देने का काम करती रहीं हैं।

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एक वक्त औद्योगिक इकाईयों को कर्ज बांटने से बेहद घाटे में चले गए पिकप को यह काम बाद में बंद करना पड़ा और वह केवल परामर्शी के तौर पर काम करने लगा। साथ ही उसने बकाए की वसूली का अभियान भी जारी रखा। इस कारण उसकी स्थिति कुछ सुधरी।

दोनों संस्थाओं को एक करने से इसका प्रशासनिक खर्च घटेगा। पिकप अपनी परिसम्पत्तियों के जरिए बाजार में वित्तीय संस्थाओं से धन उठा सकता है। अब पिकप की जगह इन्वेस्ट यूपी में ही एक अलग से रिस्ट्रक्चरिंग यूनिट तैयार की जाएगी। हाल में विलय के प्रस्ताव की प्रस्तुतिकरण शासन के समक्ष किया गया।

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कर्ज वसूली के लिए बनेगी टास्क फोर्स

पिकप के कर्ज वसूली के लिए टास्क फोर्स बनेगी। इसमें विधिक और वित्तीय विशेषज्ञ होंगे। यह टीम फास्ट ट्रैक रिकवरी होगी। एकमुश्त समाधान योजना भी लागू होगी। पिकप के कार्यरत कार्मिकों का समायोजन होगा। इनमे कार्मिको के देय के भुगतान की प्रक्रिया भी तय होगी। इसके लिए पिकप के वित्तीय स्थिति का आडिट कराया जाएगा। पिकप अपने वसूले जाने योग्य कर्ज की रकम का इस्तेमाल अन्य मामलों में करेगा। वर्तमान में पिकप जहां एक निगम के तौर पर काम करता है वहीं इन्वेस्ट यूपी एक सोसाइटी के तौर पर कार्यरत है। पिकप ने लोन बांटने का काम लंबे समय तक किया। पिकप के अपनी परिसम्पत्तियां हैं। लखनऊ में पिकप के विशाल भवन में ही इन्वेस्ट यूपी ही नहीं तमाम विभागों के कार्यालय चल रहे हैं।