अयोध्या में राम मंदिर की थीम पर बन रहा इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर, सुरक्षा एजेंसियों के होंगे कंट्रोल रूम
रामनगरी अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा में अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों के कंट्रोल रूम व कार्यालय के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से ही इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है।
श्रीरामजन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर की थीम भी राम मंदिर ही है। इसके स्ट्रक्चर की डिजाइन को मंदिर की ही तरह तैयार किया गया है। इस भवन का अब तक करीब 40 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। इस भवन के निर्माण को पूरा करने की समय सीमा दिसम्बर 2024 तय है।
राम मंदिर की सुरक्षा में अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों के कंट्रोल रूम व कार्यालय के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से ही इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। करीब 11 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन इस भवन की योजना के लिए करीब 12 हजार वर्ग फिट नजूल भूमि का आवंटन जिला प्रशासन ने किया है।
भवन में पत्थरों का प्रयोग नहीं, फिर भी बनावट पत्थरों जैसी: कार्यदाई संस्था सीएंडडीएस यूनिट-44 के परियोजना प्रबंधक डीवी पवार ने बताया कि राम मंदिर की थीम का तात्पर्य यह है कि इस भवन में अयोध्या का इको सिस्टम समाहित होगा। उन्होंने बताया कि भवन में पत्थरों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। फिर भी इसकी बनावट ऐसी होगी कि बाहर से पत्थरों का निर्माण दिखाई देगा। उन्होंने बताया कि बेसमेंट का काम हो चुका है और ग्राउंड फ्लोर की स्लैब पड़ चुकी है जबकि प्रथम तल पर कालम खड़े किए जा रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि गृह विभाग की ओर बताया गया था कि यहां अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों का कार्यालय होगा, इसी दृष्टि से भवन में पार्टिशन किया गया है। स्ट्रक्चर का निर्माण होने के बाद फ्लोरिंग व टाइल्स का काम होगा। बताया गया कि भवन निर्माण पूरा होने के उपरांत सीसीटीवी कैमरे इत्यादि लगाने की जिम्मेदारी यूपीआरएनएन निभाएगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे कलाकारों के मोबाइल भी प्रतिबंधित:
राम मंदिर में नाग पंचमी से शुरू झूलनोत्सव पर प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन चल रहा है। इस आयोजन में मंदिर परम्परा के संगीतकार यहां अपनी प्रस्तुतियां दे रहे हैं। इस आयोजन में आ रहे कलाकारों के लिए उनके मोबाइल फोन प्रतिबंधित कर दिए गये है। इसके कारण उन्हें अपने मोबाइल पहले लॉकर में जमा कराना पड़ता है, उसके बाद उन्हें प्रवेश की अनुमति मिलती है। फिलहाल शास्त्रीय गायक सुमधुर शास्त्री के संयोजन में मधुकरिया संत मिथिला बिहारी दास, विवेकानंद पाण्डेय, दीपांशु चौबे, विजय राम दास, विनोद शरण, लालजी मलिक, कुशल उपाध्याय व अन्य के कार्यक्रम रोटेशन के आधार पर तय किए गए हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।