दरोगा ने एंबुलेंस चला बचा ली ड्राइवर और गर्भवती की जान, दबंगों ने कर दिया था हमला
- एसीपी ने आनन फानन सिसेंडी चौकी प्रभारी आशुतोष दीक्षित को फोन कर मौके पर पहुंचने के आदेश दिए। दरोगा आशुतोष पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एंबुलेंस की स्टेयरिंग थामी। एंबुलेंस चलाकर ड्राइवर के साथ ही प्रसव पीड़ा से तड़प रही सुमन को कुछ दूर तक लेकर पहुंचे।
Inspector Saved Life by Driving Ambulance: गर्भवती को लेकर अस्पताल जा रही एंबुलेंस पर मोहनलालगंज के अहमदखेड़ा गांव में मंगलवार रात मामूली टक्कर लगने पर बाइक सवारों ने पथराव कर दिया। पथराव के दौरान चालक देवेंद्र यादव को जमकर पीटा। ईंट से सिर फोड़कर उसे अधमरा कर दिया। चालक देवेंद्र ने झाड़ियों में छुपकर अपनी जान बचाई और एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा को फोन कर घटना की जानकारी दे दी।
एसीपी ने आनन फानन सिसेंडी चौकी प्रभारी आशुतोष दीक्षित को फोन कर मौके पर पहुंचने के आदेश दिए। दरोगा आशुतोष पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एंबुलेंस की स्टेयरिंग थामी। एंबुलेंस चलाकर चालक के साथ ही प्रसव पीड़ा से तड़प रही सुमन को कुछ दूर तक लेकर पहुंचे। इस दौरान दारोगा ने एक अन्य एंबुलेंस भी फोन कर बुला ली। वहां से चालक और गर्भवती को दूसरी एंबुलेंस से मोहनलालगंज सीएचसी ले जाया गया। चालक का इलाज शुरू हुआ गर्भवती को लेबर रूम में ले जाया गया। जहां 10 मिनट बाद उसे बेटा हुआ। डॉक्टरों ने बताया कि अगर सुमन को थोड़ी और दे हो गई होती तो बच्चे की जान को खतरा था।
बाइक सवारों ने रोककर एम्बुलेंस पर किया पथराव
सुमन के घरवालों और अस्पताल कर्मचारियों ने दरोगा आशुतोष और पूरी टीम की प्रशंसा कर उत्साहवर्धन किया। वहीं, चालक की हालत नाजुक देख उसे रायबरेली रोड पर अपेक्स ट्रामा टू रेफर कर दिया गया। एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने बताया कि कॉल पर चालक एंबुलेंस से गर्भवती को लेने जा रहा था। इस बीच अहमदखेड़ा में पीछे से आ रहे बाइक सवारों ने ओवरटेक कर चालक को रोका था। उससे गाली-गलौज की और साइड न देने का आरोप लगाकर पथराव कर दिया था। उसे जमकर पीटा। चालक ने भागकर सीयूजी पर फोन कर सूचना दी थी। सूचना मिलते ही मौके पर चौकी प्रभारी आशुतोष को पुलिस बल के साथ पहुंचने के लिए कहा था।
मोहनलालगंज, संवाददाता। गर्भवती को लेकर अस्पताल जा रही एंबुलेंस पर मोहनलालगंज के अहमदखेड़ा गांव में मंगलवार रात मामूली टक्कर लगने पर बाइक सवारों ने पथराव कर दिया। पथराव के दौरान चालक देवेंद्र यादव को जमकर पीटा। ईंट से सिर फोड़कर उसे अधमरा कर दिया। चालक देवेंद्र ने झाड़ियों में छुपकर अपनी जान बचाई और एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा को फोन कर घटना की जानकारी दे दी।
एसीपी ने आनन फानन सिसेंडी चौकी प्रभारी आशुतोष दीक्षित को फोन कर मौके पर पहुंचने के आदेश दिए। दरोगा आशुतोष पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एंबुलेंस की स्टेयरिंग थामी। एंबुलेंस चलाकर चालक के साथ ही प्रसव पीड़ा से तड़प रही सुमन को कुछ दूर तक लेकर पहुंचे। इस दौरान दारोगा ने एक अन्य एंबुलेंस भी फोन कर बुला ली। वहां से चालक और गर्भवती को दूसरी एंबुलेंस से मोहनलालगंज सीएचसी ले जाया गया। चालक का इलाज शुरू हुआ गर्भवती को लेबर रूम में ले जाया गया। जहां 10 मिनट बाद उसे बेटा हुआ। डॉक्टरों ने बताया कि अगर सुमन को थोड़ी और दे हो गई होती तो बच्चे की जान को खतरा था।
क्या बोले एसीपी
एसीपी रजनीश वर्मा ने कहा कि हमलावर बाइक सवारों के खिलाफ मोहनलागंज थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तलाश में दबिश दी जा रही है। आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।