दारोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाने का दावा करने वाले संजय निषाद से भिड़ा दारोगा, अल्टीमेटम देते ही एक्शन
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद से शुक्रवार को सोनभद्र में एक दारोगा का विवाद हो गया। इसके बाद संजय निषाद ने एक्शन के लिए एसपी को अल्टीमेटम भी दे दिया है। अल्टीमेटम के कुछ घंटे बाद ही दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया।

योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने पिछले दिनों खुलेआम यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि कई दारोगाओं का हाथ-पैर तुड़वाने के बाद यहां तक पहुंचा हूं। उन्हीं संजय निषाद से शुक्रवार को सोनभद्र में एक दारोगा का विवाद हो गया। रैली निकाल रहे संजय निषाद के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में हुई घटना से वह बेहद आक्रोशित हो गए हैं। पुलिस अधीक्षक को तत्काल दारोगा के खिलाफ एक्शन का अल्टीमेटम दे दिया है। यह भी कहा कि कार्यकर्ता आक्रोशित हैं और रोड पर उतर जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मामले की शिकायत करने की बात कही है। संजय निषाद के अल्टीमेटम के बाद एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक को जांच सौंप दी। कुछ घंटे बाद ही दारोगा को लाइन हाजिर भी कर दिया गया।
संजय निषाद इन दिनों संवैधानिक अधिकार न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। सोमवार को उनकी यात्रा सोनभद्र में पहुंची थी। इसी दौरान बढ़ौली चौक पर रैली में आगे चल रहे डीजे वाहन को साइड में खड़ा करने के लिए याताया प्रभारी दारोगा अविनाश सिंह ने कह दिया तो विवाद हो गया। निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वाहन साइड करने से साफ इनकार कर दिया। इसी दौरान बाइक से रैली में शामिल होने संजय निषाद भी पहुंच गए। संजय निषाद ने अपने तरीके से दारोगा को समझाया। यहां तक कह दिया कि तुम जैसे अधिकारियों की वजह से ही भाजपा हार रही है। कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनने पर संजय निषाद दारोगा पर बुरी तरह बिफर गए। बाद में पुलिस अधीक्षक से भी संजय निषाद ने दारोगा की शिकायत करते हुए कार्रवाई करने को कहा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से भी करने की बात कही।
पूरी घटना पर संजय निषाद का कहना है कि कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूण है कि हम सरकार में हैं और भाजपा के सहयोगी भी हैं। हम कैबिनेट में भी शामिल हैं। इसके बाद भी यहां न तो कोई प्रोटोकॉल मिला और न ही कोई गार्ड आफ आनर दिया गया। न कोई एसडीएम आया न सीओ आया है। हमारी यात्रा सभी 75 जिलों में निकली है और आज अंतिम जिले में हम लोग हैं। पहले से रूट कार्ड और नोटिस दिया गया है।
संजय निषाद ने बताया कि हम लोग गरीबों की पार्टी हैं। ज्यादातर कार्यकर्ता साइकिल से रैली में शामिल थे। हमारे गरीब कार्यकर्ता पुल के नीचे छांव में पानी पी रहे थे। इस वजह से रैली रुकी थी। दारोगा भी यह सब देख रहा था। इसके बाद भी उसने रैली में आगे चल रहे डीजे वाहन के साथ मौजूद कार्यकर्ताओं से दुर्व्यवहार किया। गाड़ी का चालान करने की धमकी दी। मैंने भी उसे बताया कि देखो कि प्रोटोकाल में हमारे रूट के बारे में जानकारी है। मैंने उससे कहा कि आप जैसे ही अधिकारियों ने भाजपा को हरवाया है।
संजय निषाद ने बताया कि एसपी का फोन आया था तो हमने कह दिया है कि अगर आप कार्रवाई नहीं करेंगे तो हमारे लोग आक्रोशित होंगे और रोड पर आएंगे। हम मुख्यमंत्री से शिकायत जरूर करेंगे। आज जो हुआ है ठीक नहीं है। जब हम खुद आ रहे हैं और इस तरह का व्यवहार किया जाएगा तो कैसे चलेगा। कोई दारोगा इस तरह से रोड पर आकर कहेगा कि रैली नहीं जाने देंगे तो कैसे चलेगा। मैंने कहा कि जब 75 जिलों में रैली हो गई तो यहां कैसे रोक लोगे। उम्मीद है कि अधिकारी उस पर दंडात्मक कार्रवाई करेंगे और उसे हटाएंगे।
वहीं दारोगा अविनाश सिंह का कहना है कि बीच सड़क पर खड़ी गाड़ी के कारण जाम लग रहा था। जाम में कई स्कूलों की गाड़ियां भी फंसी हुई थी। इस वजह से डीजे गाड़ी को साइड में करने के लिए कहा गया था।