अपार्टमेंट के जुए से 41 लाख ले फरार इंस्पेक्टर लाइन हाजिर, वर्दी वाला लुटेरा बोल अखिलेश ने कसा तंज
- एक अपार्टमेंट में गुरुवार की रात कथित तौर पर चल रहे हाईप्रोफाइल जुए पर छापा मारकर इंस्पेक्टर और उसके साथ आए एक शख्स ने 41 लाख रुपए जब्त कर लिए। किसी को कोई सूचना दिए बगैर रुपए लेकर दोनों फरार हो गए। गुरुवार को हुई इस घटना की जानकारी होने पर पुलिस कमिश्नर ने जांच बिठाई थी।
यूपी के वाराणसी में यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर का हैरान कर देने वाला कारनामा सामने आया है। यहां सारनाथ क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में गुरुवार की रात कथित तौर पर चल रहे हाईप्रोफाइल जुए पर छापा मारकर इंस्पेक्टर और उसके साथ आए एक शख्स ने 41 लाख रुपए जब्त कर लिए। कार्रवाई के बाद किसी को कोई सूचना दिए बगैर रुपए लेकर दोनों फरार हो गए। गुरुवार को हुई इस घटना की जानकारी होने पर पुलिस कमिश्नर ने जांच बिठाई थी। रविवार को उन्होंने सारनाथ थाना प्रभारी परमहंस गुप्ता को लाइन हाजिर कर दिया। उधर, इस पूरे मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' के जरिए बीजेपी पर तंज कसा है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा- 'देखते रहिए बीजेपी के भ्रष्टाचार की फिल्म वर्दी वाला लुटेरा।'
अखिलेश ने 'एक्स' पर लिखा- 'उप्र में ‘फ़िल्म सिटी’ तो नहीं बनी लेकिन लगता है फ़िल्म की रीयल लोकेशन शूटिंग शुरू हो गयी है। सारनाथ में हाईप्रोफ़ाइल बिल्डिंग में खेले जा रहे हाईप्रोफ़ाइल जुए में हाईप्रोफ़ाइल स्टाइल में एक छापा पड़ा और कोई माल लेकर नदारद हो गया। इस फ़िल्म का क्लाइमेक्स ये है कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र के निकटस्थ हुई इस वारदात की हिस्सेदारी में असली दावा किसका होगा? यह रहस्य जानने के लिए देखते रहिए भाजपाई भ्रष्टाचार की धारावाहिक फ़िल्म : ‘वर्दीवाला लुटेरा।’'
मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी जिले के पहड़िया (सारनाथ) के रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट में जुए की अड़ी से बीते गुरुवार की रात पुलिस इंस्पेक्टर और एक अन्य व्यक्ति 41 लाख रुपये लेकर चंपत हो गए थे। शनिवार को यह मामला वायरल हुआ तो वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने जांच बैठा दी। डीसीपी वरुणा को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया था। अपार्टमेंट के एक गार्ड के मुताबिक सात नवंबर की रात एक वाहन से दो लोग पहुंचे थे। एक युवक सफेद शर्ट में था, जबकि पीछे एक निरीक्षक थे। सफेद शर्ट पहने युवक ने खुद को मुख्यमंत्री का एसओडी बताया और वाहन सीधे लिफ्ट के सामने रोका। दोनों लिफ्ट से ऊपर गये। वापस 1.20 बजे लौटे तो दो काले रंग के बैग के साथ थे। बैग लेकर वे वहां से चलते बने थे। शनिवार को सोशल मीडिया पर इस बारे में कई तरह की सूचनाएं वायरल हुईं। ‘लाइव हिन्दुस्तान’ वायरल सूचनाओं की पुष्टि नहीं करता। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि शिकायत नहीं आई है। सूचनाओं पर जांच के लिए कहा गया है।
रविवार को पुलिस कमिश्नर ने सारनाथ इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता को लाइन हाजिर कर दिया। सिगरा थाने के एसएसआई विवेक त्रिपाठी को सारनाथ थाने का प्रभार दिया गया है। उधर, कथित घटना से संबंधित एक सीसीटीवी फुटेज भी रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। 'लाइव हिन्दुस्तान' वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। वीडियो में लिफ्ट में एक टी-शर्ट पहना युवक हाथ में दो काले रंग का बैग लेकर उतर रहा है। जबकि पीछे सारनाथ इंस्पेक्टर रहे परमहंस गुप्ता हंसते हुए बाहर निकल रहे हैं। दोनों एक साथ बाहर निकले। बता दें कि अपार्टमेंट के गार्ड ने भी इसकी पुष्टि की थी। घटना सात नवंबर की रात की बताई जा रही है। जांच के क्रम में डीसीपी वरुणा जोन ने निरीक्षक परमहंस गुप्ता से पूछताछ की है। साथ में दिख रहे युवक से भी पूछताछ की जानी है।
अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं
पुलिस ने बताया कि अभी तक इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने वायरल क्लिप का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच का आदेश पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन को दिया है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने एक बयान में कहा, पुलिस को इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, मीडिया/सोशल मीडिया में चल रही चर्चा को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच की निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए संबंधित थाने के प्रभारी को जांच पूरी होने तक पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया गया है।