बिकरू कांड में घायल पुलिसकर्मियों को मिले थे 6.5 लाख रुपए, अब वापस करने की मिली नोटिस
यूपी के कानपुर के बिकरू कांड में घायल पुलिसकर्मियों को इलाज मिले 6.5 लाख रुपए को अब वापस करने की नोटिस मिली। नोटिस में कहा गया है कि 15 दिन में पैसा जमा करें अन्यथा ब्याज के साथ कटौती होगी।
कानपुर में बिकरू कांड में दुर्दांत विकास दुबे गैंग की गोलियों से घायल पुलिसकर्मियों को उस वक्त इलाज के लिए मिले साढ़े छह लाख रुपये वापस करने की नोटिस जारी की गई है। इससे हड़कंप मच गया है। पुलिस हेडक्वार्टर की नोटिस में कहा गया है कि 15 दिन में पैसा जमा करें अन्यथा ब्याज के साथ कटौती होगी। नोटिस पाने वाले पुलिसकर्मियों ने गुरुवार को जेसीपी मुख्यालय विनोद कुमार सिंह को अपनी पीड़ा बताई है।
बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 को हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे गैंग ने पुलिस टीम को घेरकर फायरिंग की थी। इसमें सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। तत्कालीन बिठूर थाना प्रभारी कौशलेंद्र सिंह, दरोगा सुधाकर पांडेय, अजय कश्यप, सिपाही शिव मूरत, अजय सिंह घायल हुए थे। इनका रीजेंसी अस्पताल में इलाज हुआ था। विभाग ने इलाज को दो मदों से सभी को 6.50 लाख रुपये दिए थे। पांच साल बाद 26 मई 2025 को इन पुलिस कर्मियों को हेडक्वार्टर का नोटिस मिला। जिसमें इलाज में खर्च 6.50 लाख रुपये वापस मांगे गए हैं। हेडक्वार्टर की नोटिस के आधार पर पुलिस उपायुक्त मुख्यालय ने नोटिस जारी की। रकम वापस न करने पर वेतन से हर माह 20 प्रतिशत काटने की बात कही गई है। जिसके बाद कौशलेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मी जेसीपी विनोद कुमार सिंह से मिले और कहा कि पैसा सरकार ने दिया था, हमने कोई मांग नहीं की थी। यदि पैसा वापस लेना था तो उसी दौरान बता दिया जाता। इस पर जेसीपी ने पुलिस कर्मियों को आश्वासन दिया कि वह अपना जवाब दे दें। पुलिस हेडक्वार्टर को उनके तर्कों के साथ जवाब भेज दिया जाएगा।
दो मदों से दिया गया था पैसा
इंस्पेक्टर कौशलेंद्र ने बताया कि जीवन रक्षक निधि से पांच लाख और जिला जीवन रक्षक निधि से डेढ़ लाख रुपये दिए गए थे। नियमत: पुलिस कर्मी आवेदन करें तो यह राशि मिलती है। घायल पुलिस कर्मियों ने न तो इसकी मांग की न आवेदन किया।