यूपी के इस शहर में नए साल में 17 अपराधियों पर कसेगा शिकंजा, पुलिस ने की तैयारी
- अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए अभियान शुरू कराया गया है। इसी के तहत अपराधियों के सत्यापन, अपराधियों को गैंगस्टर में निरुद्ध करने और हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ ही जिला बदर कराने की कार्रवाई शुरू कराई जा रही हैं। मेरठ में 17 अपराधियों को जिला बदर करने की तैयारी की जा रही है।
UP Police action on criminals: यूपी के मेरठ शहर के 17 कुख्यात अपराधियों पर नए साल में शिकंजा कसेगा। आने वाले साल में जिला बदर करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस विभाग ने अपराधियों के खिलाफ जो अभियान शुरू किया है, उसी के तहत यह कार्रवाई की जा रही है। थानावार सक्रिय अपराधियों की लिस्ट बनाई जा रही है, जिसके बाद जिला बदर की कार्रवाई के लिए डीएम कार्यालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसके बाद इन मामलों में आरोपियों को नोटिस भेजकर सुनवाई की जाएगी। इसके बाद इन आरोपियों को जिला बदर किया जाएगा। दूसरी ओर कुछ अपराधियों को गैंगस्टर में निरुद्ध करने का भी आदेश दिया गया है।
रेंज में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए अभियान शुरू कराया गया है। इसी के तहत अपराधियों के सत्यापन, अपराधियों को गैंगस्टर में निरुद्ध करने और हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ ही जिला बदर कराने की कार्रवाई शुरू कराई जा रही हैं। मेरठ में इस अभियान के तहत ही 17 अपराधियों को जिला बदर करने की तैयारी की जा रही है। इनमें लूट, डकैती और गंभीर अपराध की घटनाओं में शामिल आरोपियों के नाम हैं। इसके लिए थानावार रिपोर्ट जुटाने के लिए कहा गया था।
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इन आरोपियों की लिस्ट बनाकर और क्राइम हिस्ट्री के साथ रिपोर्ट बनाई जा रही है। इन अपराधियों को जिला बदर करने के लिए फाइल तैयार कर नए साल में एसएसपी कार्यालय के माध्यम से डीएम कार्यालय भेजी जाएगी। इसके बाद सुनवाई के लिए कोर्ट में आरोपियों को नोटिस भेजकर बुलाया जाएगा और कार्रवाई कराई जाएगी। इस मामले में आरोपियों को दोष के आधार पर तीन माह से लेकर छह माह या फिर एक साल के लिए जिला बदर किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया जल्द ही शुरू कराने का आदेश दिया गया है।
कई पर लगेगी गैंगस्टर
पुलिस ने वर्ष 2024 में कई बड़े गैंग का खुलासा किया है, जिन्होंने लूट और डकैती समेत कई गंभीर अपराध अंजाम दिए थे। इन गैंग को चिह्नित कर रजिस्टर्ड कराया जा रहा है, साथ ही गैंगस्टर की कार्रवाई की जा रही है, ताकि संपत्ति जब्त की जाएगी। वहीं, दूसरी ओर नए अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने और पुरानी हिस्ट्रीशीट की नियमानुसार निगरानी बंद करने के लिए भी निर्देश दिया गया है।