'पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे, साथ-साथ चलेंगे', योगी के बंटेगे तो कटेंगे वाले बयान पर चंद्रशेखर आजाद ने भी दिया नारा
- सीएम योगी के बंटेंगे तो कटेंगे बयान पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रेशखर आजाद ने पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे, साथ-साथ चलेंगे का नारा दिया। मुख्यमंत्री योगी पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि मुख्यमंत्री मंच से ही बंटेंगे तो कटेंगे का नारा बुलंद करते हैं।
सीएम योगी के बंटेंगे तो कटेंगे बयान पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रेशखर आजाद ने पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे, साथ-साथ चलेंगे का नारा दिया। मुख्यमंत्री योगी पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि मुख्यमंत्री मंच से ही बंटेंगे तो कटेंगे का नारा बुलंद करते हैं। वह मंच से ही हरिजन और गैर हरिजन की बातें करते हैं। योगी बताएं कि समाज को कौन बांट रहा है। नगीना सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि हमारा नारा है 'पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे, साथ-साथ चलेंगे'।
फतेहपुर जाते वक्त कानपुर सेंट्रल पर बातचीत के दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य समेत जातियों के आधार पर हमें किसने बांटा। जातियों में भी उपजातियां और गोत्र। ये किसने बांटा? कहा कि जिन लोगों ने व्यवस्था बनाई, उन्हीं ने बांटा है। बंटे हैं तो सच में इस व्यवस्था से कटते थे। तो भी मरते थे, बिना अधिकार के रहते थे। जुर्म सहते थे, अभी भी सहते हैं। मुख्यमंत्री को सिर्फ अपनी पार्टी से मतलब है। उनकी सिर्फ एक ही लालसा है कि उनकी राजनीतिक चीजें आगे बढ़ती रहें। उनकी पार्टी आगे बढ़ती रहे। उन्हें समाज, देश और प्रदेश से कोई वास्ता नहीं है।
चुनाव न्याय और अन्याय का
सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि मेरी तो कुछ राजनीतिक मजबूरियां हैं। क्षेत्र की जनता तय करे कि वह पीड़िता एवं सीसामऊ क्षेत्र की प्रत्याशी नसीम सोलंकी के साथ है या तानाशाह भाजपा के साथ है। यह चुनाव न्याय और अन्याय का है। जनता सब जानती है, खुद ही तय करेगी। नसीम को अकेला छोड़ना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि सीसामऊ उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी का नामांकन साजिश के तहत खारिज कराया गया है। मेरा मानना है कि जिस तरह से टिकट का वितरण हुआ था तो भाजपा के लोग डर गए। हार के डर से हमारे प्रत्याशी का पर्चा निरस्त करा दिया गया। हम इन चीजों से डरने वाले नहीं हैं।
ट्रेन में हमारे ऊपर पथराव हुआ
सांसद ने कहा कि वंदेभारत एक्सप्रेस से कानपुर के लिए सवार हुआ था। ट्रेन जैसे ही 7.22 बजे कमालपुर (बुलंदशहर) स्टेशन को पार कर रही थी तभी ट्रेन पर गोलियों की तरह ताबड़तोड़ पथराव हुआ। दो सीट आगे के यात्री के शीशे पर पत्थर लगा तो वह चकनाचूर हो गया। चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि यह पथराव मुझे निशाना बनाकर किया गया है। वह सी-3 कोच में सफर कर रहे थे। सांसद ने एक्स पर पोस्ट किया कि जो लोग पत्थर फेंकते हैं पर वे लोग एक नागरिक के कर्तव्य का पालन करें। रेल राष्ट्र की संपत्ति है। देश की संपत्ति की रक्षा करना एक जिम्मेदार नागरिक का अधिकार है। रेल मंत्री और राजकीय रेलवे पुलिस व सुरक्षा बल से मांग करता हूं कि इस पर कार्रवाई करें।