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जेपी एनआईसी सेंटर सरकार बेच रही तो सपा खरीदने के लिए तैयार, अखिलेश यादव का खुला ऑफर

लखनऊ में बने जेपी एनआईसी सेंटर को खरीदने का सपा की तरफ से खुद अखिलेश यादव ने योगी सरकार को ऑफर दिया है। अखिलेश ने कहा कि सरकार कई एसेट बेच रही है। अगर जेपी एनआईसी भी बेचना चाहती है तो हम लोग चंदा जुटाकर इसे खरीदने के लिए तैयार हैं।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानThu, 8 May 2025 04:43 PM
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जेपी एनआईसी सेंटर सरकार बेच रही तो सपा खरीदने के लिए तैयार, अखिलेश यादव का खुला ऑफर

राजधानी लखनऊ में बनाए गए जेपी एनआईसी सेंटर को लेकर गुरुवार को अखिलेश यादव ने योगी सरकार को बड़ा ऑफर दे दिया। अखिलेश ने कहा कि जिस तरह से सरकार कई सरकारी एसेट बेच दिए हैं, अगर जेपी एनआईसी भी बेचना चाहती हैं तो हम खरीदने के लिए तैयार हैं। अखिलेश यादव ने जेपी एनआईसी की तारीफ करते हुए कहा कि यह सरकार अच्छे काम को पसंद नहीं करती है। विज्ञान भवन से भी बढ़िया इंफ्रास्ट्रक्चर जेपीएनआईसी में बनाया गया है।

अखिलेश यादव ने गुरुवार को सपा के मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हम चाहते हैं कि प्रदेश का इंफ्रास्ट्रचर बढ़िया हो। इसी को देखते हुए हम लोगों ने जेपी एनआईसी का ऑडिटोरियम बनाया था। यह देश का वन आफ द बेस्ट ऑडिटोरियम है। विज्ञान भवन से भी अच्छा इसे बनाया गया है। कहा कि भाजपा वाले जेलस लोग हैं। किसी भी अच्छे काम को पसंद नहीं कर सकते हैं। लखनऊ का गोमती रिवर फ्रंट देश का इकलौता सबसे शानदार काम है। इसे भी बंद कर दिया और आगे बनने नहीं दे रहे हैं। जबकि अभी कहीं पढ़ा कि गुजरात का साबरमती फ्रंट 50 किलोमीटर और बना रहे हैं। अपना 50 किलोमीटर बना रहे हैं और प्रदेश के अनुपयोगी मुख्यमंत्री गोमती रिवर फ्रंट को बंद कर दे रहे हैं।

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अखिलेश ने कहा कि इस सरकार ने जिस तरह से बहुत से एसेट को बेचा है, अगर जेपी एनआईसी को बेचेंगे तो हम समाजवादी लोग चंदा जुटाकर खुद खरीद लेंगे। अखिलेश ने कहा कि जेपी एनआईसी के साथ हम लोगों का वैचारिक और इमोशनल अटैचमेंट है। इसका काम नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने शुरू किया था। उस समय देश के बहुत से बड़े नेता आए थे। आज भी लोहिया पार्क वहीं है, उसी का हिस्सा काटकर जेपी एनआईसी बना है। लखनऊ में रहने वाला कोई आईएएस ऐसा नहीं होगा जो लोहिया पार्क में टहलता न हो। जो आईएएस हम लोगों पर अन्याय कर रहे हैं, वह भी वहां टहलता है। वहां के पेड़ पौधे भी देख रहे हैं कि ऐसा कौन का आईएएस है। आज भी सबसे अच्छी क्वालिटी का प्लांटेशन लोहिया पार्क और जनेश्वर मिश्र पार्क में है।

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जेपीएनआईसी को लेकर क्या विवाद

संपूर्ण क्रांति के नायक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता जयप्रकाश नारायण के नाम पर अखिलेश यादव की सरकार में यह सेंटर लखनऊ में बनवाया गया है। इसे जेपीएनआईसी नाम दिया गया। अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में से भी यह एक है। जेपीएनआईसी का निर्माण रियल एस्टेट कंपनी शालीमार ने इंडिया हैबिटेट सेंटर की तर्ज पर किया था। अखिलेश सरकार में इसे बनाने में 864 करोड़ की अनुमानित लागत बताई गई थी।

योगी सरकार आने पर अखिलेश यादव के तमाम प्रोजेक्ट की जांच की बात शुरू हुई। इसमें JPNIC भी था। सरकार ने जेपीएनआईसी के निर्माण कार्य में गड़बड़ी की जांच के आदेश दिए। लखनऊ विकास प्राधिकरण इसकी जांच कर रहा है। निर्माण कार्य रुक जाने के बाद यह वर्ल्ड क्लास बिल्डिंग अब खस्ताहाल हो रही है। अखिलेश यादव का आरोप है कि योगी सरकार इसे बेचना चाहती है जबकि यह समाजवादियों के सम्मान से जुड़ा हुआ मुद्दा है।

18 मंजिली इमारत में कई सुविधाएं

18 मंजिला जेपीएनआईसी की इमारत में पार्किंग, जेपी नारायण से जुड़ा एक म्यूजियम, बैडमिंटन कोर्ट, लॉन टेनिस खेलने की व्यवस्था है। इस भवन में 100 कमरों का एक बड़ा गेस्ट हाउस भी बनाया गया है और एक ऑल वेदर स्वीमिंग पूल भी है। भवन की छत पर एक हेलीपैड भी बनाया गया है। 2017 में अखिलेश की सरकार चली गई और प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया। इसमें समाजवादी चिंतक जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा भी लगी है। जहां हर साल अखिलेश यादव जयप्रकाश नारायण की जयंती पर जाते हैं और माल्यार्पण करते हैं। हालांकि पिछले साल इसे टीन से घेर देने के कारण अखिलेश नहीं जा सके थे। इससे पहले 2023 में गेट फांद कर अखिलेश जेपी सेंटर में जबरदस्ती घुसे थे।

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