हॉस्टल में कैसे गई स्टाफ नर्स की जान? कमरे में पड़ी थी लाश; एनेस्थीसिया की शीशी और सिरिंज भी मिली
पिछले 2 वर्षों से बतौर स्टाफ नर्स वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज में तैनात थी। आरती हॉस्टल के कमरे नंबर 44 में अकेली रहती थी। सोमवार सुबह पिता महेश देवल ने आरती को फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद महेश ने हॉस्टल वार्डन शिवानी को फोन किया। आरती के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था।

यूपी के शाहजहांपुर के बंथरा स्थित वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के कमरे में सोमवार स्टाफ नर्स की संदिग्ध हालात में लाश बरामद की गई। नर्स का कमरा अंदर से बंद था और शव बिस्तर पर पड़ा था। कमरे में एनेस्थीसिया की शीशी और सिरिंज बरामद की गई। आशंका जताई जा रही है कि नर्स ने इंजेक्शन की ओवरडोज ले ली, जिससे उसकी मौत हो गई। एसपी ने भी घटनास्थल का मुआयना किया।
खुटार के नारायणपुर की आरती देवल पिछले दो वर्षों से बतौर स्टाफ नर्स वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज में तैनात थी। आरती हॉस्टल के कमरे नंबर 44 में अकेली रहती थी। सोमवार सुबह पिता महेश देवल ने आरती को फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद महेश ने हॉस्टल वार्डन शिवानी को फोन किया। शिवानी ने महेश को बताया कि आरती के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है और आवाज देने पर भी कोई उत्तर नहीं मिला।
महेश अपने परिवार के साथ सोमवार दोपहर वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज पहुंचे, तब तक पुलिस बुला ली गई थी। बाद में दरवाजा तोड़ा गया तो बिस्तर पर आरती की लाश मिली। महेश और परिवार के अन्य सदस्य शव देख फूट फूटकर रो पड़े। वहीं, एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि कमरे से एनेस्थीसिया की शीशी और सिरिंज मिला है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
आरती की मौत से टूटा परिवार का सपना
आरती की मौत के साथ उसके परिवार का सपना भी टूट गया। पिता महेश देवल ने बताया कि वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज में तीन साल पढ़ाई के बाद दो साल नौकरी का अनुभव लेकर आरती सरकारी जॉब के लिए प्रयासरत थी। आरती के सहकर्मी और हॉस्टल में रहने वाली अन्य युवितयां भी उसकी मौत पर हैरान हैं। उन्होंने बताया कि आरती हमेशा दूसरों की मदद करती थी। उसकी अचानक मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
आज तक नहीं खुला छात्र की मौत का राज
पिछले साल की बात है, इसी वरुण अर्जुन मेडिकल कालेज के एमबीबीएस छात्र की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाया था, लेकिन स्थानीय पुलिस की हीलाहवाली के कारण यह केस खुल नहीं पाया। इसके बाद परिवार के सदस्यों को शाहजहांपुर पुलिस पर भरोसा नहीं रहा। जांच बरेली पुलिस से कराने की मांग की, जो अब तक पूरी नहीं हो सकी है।
पहले भी हो चुके हैं कई केस
वरुण अर्जुन मेडिकल कालेज में अध्ययनरत कई लड़कियों ने पहले भी कई बार जान देने की कोशिश की। एक युवती तो छत से कूद गई थी, जिसे गंभीर चोट आई थी। परिवार के सदस्यों ने पहले तो कालेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए, बाद में वह शांत बैठ गए। इससे पहले भी एक युवती ने सुसाइड की कोशिश की थी।
क्या बोली पुलिस
शाहजहांपुर के एसपी राजेश द्विवेदी ने मेडिकल कालेज में जाकर आरती के कमरे का निरीक्षण किया। पुलिस ने वहां से एनेस्थीसिया की शीशी और सिरिंज बरामद की है। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि उसने (नर्स ने) एनेस्थीसिया का इंजेक्शन खुद ही लगाया या लगाया गया, इसकी जांच की जा रही है।