यूपी के 35 हजार संविदा ड्राइवर-कंडक्टरों को तोहफा, मानदेय बढ़ा, जानें कितने परसेंट हुआ इंक्रीमेंट
- यूपी में 35 हजार संविदा ड्राइवर-कंडक्टरों का मानदेय बढ़ गया है। संविदा पर काम करने वाले ड्राइवरों का 17 पैसा और कंडक्टरों का 13 पैसा प्रतिकिमी की दर से पारिश्रमिक वेतन बढ़ा दिया है। प्रोत्साहन राशि भी बढ़ी है।
उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने संविदा पर काम करने वाले ड्राइवरों का 17 पैसा और कंडक्टरों का 13 पैसा प्रतिकिमी की दर से पारिश्रमिक वेतन बढ़ा दिया है। इस संबंध में रोडवेज के जीएम कार्मिक अशोक कुमार की ओर से भी क्षेत्रीय प्रबंधकों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा प्रोत्साहन भत्ता दिये जाने की स्कीम में भी बदलाव किया गया है। वेतन बढ़ाये जाने के निर्णय से रोडवेज के 35 हजार से ज्यादा संविदा ड्राइवर और कंडक्टर को लाभ मिलेगा। ड्राइवर को नौ फीसदी और कंडक्टर को सात फीसदी पारिश्रमिक बढ़ा है।
दरअसल, संविदा चालकों और परिचालकों को रोडवेज बस के प्रति किमी. संचालन के अनुसार वेतन मिलता है। अभी तक यह वेतन 1.89 रुपये प्रति किमी निर्धारित था। अब नये आदेश के मुताबिक संविदा चालक को 02.06 रुपये प्रति किमी. और परिचालक को 02.02 रुपये प्रति किमी मिलेगा। आमतौर पर एक चालक और परिचालक एक दिन में 600 किमी. बस का संचालन करते है। कम वेतन की वजह से ही रोडवेज को संविदा पर चालक और परिचालक नहीं मिल रहे थे। अब वेतन बढ़ने से उम्मीद है कि ड्राइवर-कंडक्टरों अब भर्ती के लिए आगे आएगे।
इन क्षेत्रों पर लागू नहीं होग आदेश
कुछ क्षेत्रों के चालकों और परिचालकों पर यह आदेश लागू नहीं होगा। क्योंकि विशेष क्षेत्र होने की वजह से उनका वेतन पहले से ज्यादा है। इसमें नोएडा के नगरीय सेवाओं के चालकों व परिचालकों को यह लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा गोरखपुर क्षेत्र के सोनौली, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर डिपो, प्रदेश की उपनगरीय सेवाओं के चालकों और परिचालकों के ऊपर यह आदेश लागू नहीं होगा। इनका वेतन पहले से ही 02.18 रुपये प्रति किमी मिल रहा है।
प्रोत्साहन राशि भी बढ़ी
परिवहन निगम नवीन उत्कृष्ट और उत्तम प्रोत्साहन राशि भी देता है। इसमें चालकों और परिचालकों की लगातार सेवा के आधार पर यह धनराशि मिलती है। चालक की लगातार दो वर्ष और परिचालकों को लगातार चार वर्ष की सेवा होनी चाहिए। इसमें 288 दिन की ड्यूटी के साथ ही किमी. का लक्ष्य पूरा करना होता है। उत्कृष्ट प्रोत्साहन योजना के लिए 7800 किमी. और उत्तम प्रोत्साहन योजना के लिए 66 हजार किमी. बस का संचालन करना अनिवार्य होता है।
बस कंडक्टरों को दो फीसदी कम मिलने पर मायूसी
पहली बार संविदा कर्मियों के वेतन बढ़ोतरी में ड्राइवर को नौ फीसदी और कंडक्टर को सात फीसदी पारिश्रमिक बढ़ा है। इस निर्णय से संविदा बस कंडक्टरों को दो फीसदी कम परिश्रमिक मिलने से मायूसी है। संविदा चालक परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन के प्रदेश महामंत्री कन्हैया लाल पांडेय और प्रदेश संयोजक मो. जमाल ने संयुक्त रूप से बताया कि संविदा परिचालकों की वृद्धि में 2 फीसदी की कमी से संविदा परिचालकों में मायूसी जरूर है। ऐसे में चालक-परिचालक को सामान दर पर पारिश्रमिक देने की मांग की है।