कोर्ट से भी नहीं मिली फर्जी शिक्षक को राहत,बर्खास्त।
Hathras News - फोटो 28 फर्जी शिक्षक चिदानंदकोर्ट से भी नहीं मिली शिक्षक को राहत,बर्खास्त।कोर्ट से भी नहीं मिली शिक्षक को राहत,बर्खास्त।कोर्ट से भी नहीं मिली शिक्षक क

राजकीय हाईस्कूल गुतहरा में तैनात शिक्षक पर हुई थी कार्रवाई कार्रवाई के बाद शिक्षक चला गया था कोर्ट, अब पुन हुई कार्रवाई हाथरस: राजकीय माडल इंटर कालेज गुतहरा में तैनात शिक्षक को फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर जांच के बाद एक साल पूर्व एडी राजकीय ने डीआईओएस की रिपोर्ट पर सेवा समाप्त की थी। शिक्षक के कोर्ट जाने के बाद अब सुनवाई हो जाने के बाद आदेश को यथावत रखा गया है। पुन शिक्षक की सेवा समाप्ति पर मोहर कोर्ट ने लगा दी। सहपऊ ब्लक क्ष्ज्ञेत्र के गांव गुतेहरा स्थित राजकीय माडल इंटर कालेज में तैनात शिक्षक चिदानंद की नियुक्ति में फर्जीवाड़े को लेकर शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन को शिकायत मिली थी।
डीएम के निर्देश पर डीआईओएस संत प्रकाश ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की। जांच पड़ताल के दौरान शिक्षक के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी निकले। शिक्षक के शैक्षिक प्रमाण पत्र निकलने पर डीआईओएस ने सेवा समाप्ति की आख्या एडी राजकीय को भेज दी। एडी राजकीय ने जांच रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी। बताते चले कि शिक्षक के हाईस्कूल, इंटर और बीएड के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। कार्रवाई के विरोध मे यह शिक्षक ने न्यायालय की शरण ली। डीआईओएस संत प्रकाश ने बताया कि कार्रवाई के खिलाफ शिक्षक कोर्ट चला गया था। जहां हाईस्कूल व इंटर के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के लिए एनआईओएस के अधिकारी को कोर्ट ने बुलाया। वहीं डा. बी आर आंबेडकर विश्व विद्यालय आगरा की ओर से भी कोर्ट में शपथ पत्र दिया गया कि वर्ष 2009-10 में बीएड का सत्र शून्य था। शिक्षक के बीएड के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी होने का शपथ पत्र दिया गया। कोर्ट ने पूर्व के आदेश को माना और सेवा समाप्ति पर मोहर लगा दी। डीआईओएस संत प्रकाश ने बताया कि शिक्षक चिदानंद की सेवा पहले ही समाप्त कर दी गई थीं। अब न्यायालय ने सेवा समाप्ति पर मुहर लगा दी है।
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