गड्ढों में तब्दील सड़क, 10 मिनट का सफर दो घंटे में होता पूरा
Hardoi News - फोटो 07 नीर गांव से मुहूपुरी गांव जाने वाला मार्ग जर्जरहरदोई। अहिरोरी ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग का 10 किलोमीटर का एक टुकड़ा पूरी तरह
हरदोई। अहिरोरी ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग का 10 किलोमीटर का एक टुकड़ा पूरी तरह से गढ्ढों में तब्दील हो चुका है। रोज हादसों के बावजूद मार्ग पर अभी तक किसी भी जिम्मेदारों की नजर तक नहीं पड़ रही है। अहिरोरी मुख्यालय से नीर गांव होते हुए हरदोई तक मार्ग निकला है। इस मार्ग की कुल लंबाई 15 किलोमीटर की है, जिसमें 10 किलोमीटर मार्ग पूरी तरह से गढ्ढों में तब्दील हो चुका है। यही मार्ग शहीद कर्नल के गांव को जोड़ता है। इसके अलावा इसी रोड पर डिग्री कॉलेज व भाजपा जिला अध्यक्ष के गांव मुहुई पूरी को जोड़ता है। 10 किमी का सफर इसमें दो घंटे में पूरा होता है। हैरानी की बात है इतने जिम्मेदार व्यक्तियों के गांव को जोड़ने वाला मार्ग अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
ग्रामीण की जुबानी उनका दर्द
नीर गांव निवासी भूपेंद्र सिंह, रामनरेश कांता, सुरेश, रामसेवक, संत कुमार का कहना है कि इस मार्ग से रोजाना करीब 10,000 से अधिक लोगों का आवागमन रहता है। सड़क पर गड्ढे होने के कारण रोज एक्सीडेंट भी होते हैं। इसकी शिकायत भी की गई लेकिन जिम्मेदारों की ओर से अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। यह मार्ग पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आता है।
नकटौरा जाने वाली नहर पटरी मार्ग जर्जर
पाली। निजामपुर पुलिया से नकटौरा तक जाने वाले नहर पटरी मार्ग के मरम्मतीकरण और चौड़ीकरण की मांग राहगीरों ने उठाई है। सड़क से सैकड़ों वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं। जर्जर रोड उनके लिए आफत बनी है।
राहगीर गोपाल त्रिवेदी, दिनेश, गुड्डू, रघुवीर, अजय ने बताया कि काफी दिनों से सड़क जर्जर अवस्था में है। डामर उखड़ने से सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हो गए है। बरसात के दौरान फुटपाथ कटने से कई स्थानों पर सड़क किनारे हुए गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे है। निजामपुर पुलिया से नकटौरा तक 15 किमी दूरी तय करने में काफी समय लग जाता है। पहले की तुलना में अब वाहनों का आवागमन इस मार्ग से अधिक होता है। इस लिए सड़क चौड़ीकरण होना जरूरी है। रत्नापुर, बसेलिया, कीर्तियापुर,सहजनपुर, गौरा उदयपुर, सिमरिया, भैलामऊ, आदि गांव के लोगों का हरदोई, सवायजपुर, पाली तक आने जाने का यह मार्ग ही एक मात्र विकल्प है। ग्रामीणों का कहना है कि कई वर्षों से मार्ग का मरम्मतीकरण नही कराया गया है। सड़क के गड्ढे पैच लगाकर भर दिए जाते थे। अब की काफी समय से पैचिंग का कार्य भी नही किया गया है। सड़क पर बिखरी गिट्टी व उड़ती धूल से बाइक चालक परेशान होते है। एक्सईएन अखिलेश कुमार गौतम का कहना है कि छानबीन कराई जाएगी। इसके बाद उचित कदम उठाएंगे।
सफेद पट्टी और संकेतक नही होने से परेशानी
इस मार्ग पर से रात व दिन में कई रोडवेज बसों का संचालन होता है। किसान ट्रैक्टर ट्राली से गन्ना चीनी मिल तक ले जाते है। अन्य वाहन भी काफी मात्रा में चलते है। सुरक्षा की दृष्टि से सड़क का मरम्मतीकरण व चौड़ीकरण अति आवश्यक है। सड़क पर सफेद पट्टी और संकेतांक भी नदारद है।
जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे
ग्रामीण इलाकों के लोग जिला मुख्यालय व तहसील मुख्यालय तक इसी सड़क से होकर पहुँचते है। जर्जर व गड्डा युक्त सड़क से सफर करना लोगों के लिए आफत बना हुआ है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी सड़क की दसा सुधरवाने को लेकर चुप्पी साधे है।
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