निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी कर रहे अभद्रता
एक निजी फाइनेंस कंपनी की ओर से दिए गए महिला समूह के ऋण को वसूल करने के दौरान लोग समूह की महिलाओं को बेइज्जत करते हैं। गांव जाकर जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग कर रहे हैं। इससे परेशान होकर महिलाओं ने...
एक निजी फाइनेंस कंपनी की ओर से दिए गए महिला समूह के ऋण को वसूल करने के दौरान लोग समूह की महिलाओं को बेइज्जत करते हैं। गांव जाकर जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग कर रहे हैं। इससे परेशान होकर महिलाओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत आला अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर समूह के कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग की है।
समूह की महिला गंगारामपुर निवासी सलोनी, पूनम, माधुरी ने बताया कि गरीब महिलाओं ने महिला समूह के माध्यम से शाखा मल्लावां से पिछले वर्ष अप्रैल-मई में ऋण लिया था। इसकी मासिक किश्त 21 सौ रुपये प्रतिमाह अदा करते चले आ रहे हैं। लॉकडाउन से परिवारों में आर्थिक तंगी के कारण भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। इससे समूह की महिलाएं अभी किस्त दे पाने में असमर्थ हो गई हैं। पत्र में कहां गया है कि तत्कालीन कंपनी के शाखा प्रबंधक ने ऋण वसूली में करीब 2 सालों में कभी भी परेशान नहीं किया। लेकिन इधर 12 अगस्त के बाद से महिला शाखा प्रबंधक के साथ कर्मचारी गांव में आकर लोगों को अपमानित करते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हैं। अपशब्दों का प्रयोग करते हैं।
पीड़ितों ने उच्च अधिकारियों को भेजे गए पत्र में मामले की जांच कराकर अपमानित करने वाले शाखा प्रबंधक व उनके साथियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उधर फाइनेंस के कर्मचारी अंश सिंह सोमवंशी ने बताया कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत हंै। किसी भी महिला समूह को अपमानित नहीं किया जा रहा है।
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