Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़हापुड़Women Observe Nirjala Vrat Worship Surya Dev at Ganga during Chhath Festival

व्रतियों ने अस्तांचलगामी सूर्यदेव को अघर््य दिया, आज उगते सूरज को अघ्र्य देकर खुलेगा निर्जला व्रत

-छठ पर्वकी पूजा अर्चना की -आज सुबह उगते सूरज को अघ्र्य देकर खुलेगा निर्जला व्रत -जाम जैसी स्थिति से श्रद्धालु और यात्रियों

Newswrap हिन्दुस्तान, हापुड़Thu, 7 Nov 2024 09:36 PM
share Share

पतित पावनी मोक्ष दायिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर निर्जला व्रत रखने वाली महिलाओं ने अस्तांचलगामी सूर्यदेव को अघ्र्य देकर पूजा अर्चना की। गंगानगरी में आगमन के दौरान टोल प्लाजा और गंगा पुल के आसपास जाम जैसी स्थिति रहने से खूब दिक्कत भी झेलनी पड़़ीं। छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार की सुबह से ही दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान समेत नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, बुलंदशहर जैसे महानगरों से आए हजारों श्रद्धालु ब्रजघाट तीर्थनगरी में आने प्रारंभ हो गए थे। जो देर शाम को मोक्ष दायिनी गंगा मैया के किनारे एकत्र हो गए थे, जहां गंगा मैया की जलधारा में आस्था की डुबकी लगाते हुए जलधारा में खड़े होकर अस्तांचलगामी सूर्यदेव को अघर््य दिया गया। छत्तीस घंटों का निर्जला व्रत रखने वाली महिलाओं ने केले के पत्ते, शकरकंद, सिंघाड़ा, सेब, अनार, अनानास, मूली, लाल फूल, गन्ना समेत विभिन्न प्रकार के फल और हरी सब्जियों के साथ सूर्यदेव की वैदिक रीति रिवाज से पूजा अर्चना की। सप्तमी के उपलक्ष्य में शुक्रवार (आज)की प्रातकाल में उदयगामी सूर्यदेव को अघ्र्य देकर ३६ घंटों से चल रहा निर्जला व्रत खोला जाएगा। इसके उपरांत ब्रजघाट गंगानगरी में नहाय खाय के साथ प्रारंभ हुआ चार दिनों से चल रहा छठ महापर्व संपन्न हो जाएगा। रामवती, शोभा, सीमा, यशोदा, देवकी, राधा ने बताया कि कार्तिक छठ पर्व पर व्रत रखकर सूर्यदेव की पूजा अर्चना करने वालों को मनोवांछित फल और पापों से मुक्ति मिलती है।

-ब्रजघाट में गंगा किनारे रही साफ सफाई, खादर मेले मेंं नहीं की गई अलग से कोई व्यवस्था

छठ महापर्व के मद्देनजर पालिका परिषद द्वारा श्रद्धालुओं के आवागमन से जुड़े मुख्य रास्तों समेत गंगा घाटों में साफ सफाई के लिए कर्मचारियों की टीम तैनात की हुई थीं, जबकि पेयजल और पथप्रकाश को लेकर चेयरमैन राकेश बजरंगी और ईओ मुक्ता सिंह लगातार तीर्थनगरी में भ्रमण करते रहे। परंतु दूसरी ओर पौराणिक गढ़ गंगा मेले में जिला पंचायत विभाग द्वारा गंगा किनारे अलग से कोई व्यवस्था नहीं कराई गई थीं, जिसके कारण वहां पहुंचकर गंगा में स्नान समेत पूजा अर्चना और सूर्यदेव को अघ्र्य देने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत भी झेलनी पड़ीं।

-जाम जैसी स्थिति ने श्रद्धालुओं समेत इधर उधर जा रहे यात्रियों की दिक्कत बढ़ाई

छठ महापर्व के उपलक्ष्य में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, मेरठ, हापुड़़ समेत विभिन्न शहर कस्बों से ब्रजघाट गंगानगरी में आने वाले श्रद्धालुओं के कारण नेशनल हाईवे पर वाहनों का दबाव बढ़ गया, जिसके चलते सुबह से लेकर शाम होने तक टोल प्लाजा और गंगा पुल के आसपास जाम जैसी स्थिति बनने से तेज रफ्तार वाहनों को भी कछुवा गति में रेंगने को मजबूर होना पड़ा। छठ महापर्व से संबंधित श्रद्धालुओं के अलावा भी टोल प्लाजा पर जाम जैसी स्थिति बनने के नेशनल हाईवे से होकर इधर-उधर जा रहे महिला बच्चों समेत बड़ी संख्या में यात्रियों को भी खूब दिक्कत झेलनी पड़ीं।

-निर्जला व्रत रखकर छठ मइया की पूजा करने वालों की मनोकामना होती है पूर्ण

श्री भद्रकाली मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित रमाशंकर तिवारी ने बताया कि नहाय खाय से प्रारंभ होने वाले छठ पर्व के अगले दिन खरने के साथ 36 घंटों का निर्जला व्रत प्रारंभ किया जाता है। जिसके अगले दिन देर शाम तो अस्तांचलगामी सूर्यदेव को अघ्र्य देने के बाद अगली प्रातकाल में उगते सूर्य के अघ्र्य देकर निर्जला व्रत खोला जाता है। उन्होंने बताया कि सच्ची निष्ठा और धार्मिक परंपरा का पालन करने वालों की सभी जायज मुरादों को छठ मैया पूरी करती हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें