Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़हापुड़Rising Ganga Water Levels Prompt Urgent Closure of Bathing Ghat Amidst Erosion Threat

गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने पर घाट करना पड़ा बंद, पुलिस हुई तैनात

सतर्कताका खतरा -श्रद्धालुओं की एंट्री रोकने को पुलिस हुई तैनात फोटो नंबर 204 गढ़मुक्तेश्वर, संवाददाता। गंगा का जलस्तर अचा

Newswrap हिन्दुस्तान, हापुड़Mon, 11 Nov 2024 11:58 PM
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गंगा का जलस्तर अचानक बढऩे से बड़े स्तर पर भूकटान होने के कारण अनहोनी का खतरा उत्पन्न होता देख पुलिस प्रशासन ने आनन फानन में स्नानघाट नंबर पंद्रह को पूरी तरह बंद कर दिया। श्रद्धालुओं की एंट्री रोकने को पुलिस भी तैनात कर दी गई है। पौराणिक गढ़ गंगा मेले में पुलिस और प्रशासन द्वारा अपना सारा फोकस चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही डूबने से होने वाली अनहोनी घटनाओं की रोकथाम पर केंद्रित किया हुआ है। परंतु इसके बाद भी हजारों श्रद्धालुओं को अपनी जान जोखिम में डालने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कम होने की बजाए शनिवार के बाद रविवार की रात को भी गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं को उत्पन्न हुए खतरे को भांपते हुए पुलिस प्रशासन ने आनन फानन में स्नानघाट नंबर पंद्रह को पूरी तरह बंद कर दिया। इतना ही नहीं वहां श्रद्धालुओं की एंट्री को सख्ती के साथ रोकने के उद्देश्य से पुलिस भी तैनात कर दी गई है। इसके अलावा भी किनारे पर भारी भूकटान होने से आसपास में लगे हजारों तंबुओं को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। परंतु पड़ाव डालने के लिए कोई दूसरा उपयुक्त स्थान न मिल पाने से संबंधित श्रद्धालुओं को वहां से न हटना फिलहाल मजबूूरी हो रही है। इसके अलावा भी बाढ़ के दौरान शुरू हुआ भूकटान का सिलसिला अभी तक थम नहीं पाया है, जिसके कारण मेरठ सेक्टर में अभी तक अधिकांश स्थानों पर स्नान घाट न बन पाने से महिला बच्चों समेत श्रद्धालुओं को अधिक गहराई, तेज बहाव और भूकटान वाले स्थानों पर गंगा में डुबकी लगानी पड़ रही है। बाढ़ के दौरान बड़े स्तर पर भूकटान होने से गंगा की जलधारा एक मील से भी अधिक क्षेत्र को पार करते हुए गढ़ की साइड में खिसक आई है, जिससे मेला आयोजन का क्षेत्र बेहद सीमित होने से मेरठ सेक्टर में पड़ाव डालने को उपयुक्त स्थान न मिलने पर हजारों श्रद्धालु अपने परिवारों के साथ गंगा के रेतीले टापू में टैंट तंबू गाढ़ रहे हैं। जिन्हें आने जाने के दौरान नावों का सहारा लेना पड़ रहा है, क्योंकि टापू के बीच वाली जलधारा में पानी की गहराई दस फिट से भी अधिक है। नाव में आने जाने के दौरान क्षमता से कहीं अधिक श्रद्धालु सवार हो जाते हैं, परंतु रोकथाम करने की बजाए वहां मौजूद पुलिस महज मूकदर्शन बनी हुई नजर आ रही है।

-क्या कहते हैं जिम्मेदार

मेलाधिकारी साक्षी शर्मा का कहना है कि गंगा के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने के साथ ही बड़े स्तर पर भूकटान होता देख स्नान घाट नंबर पंद्रह को आनन फानन में बंद करते हुए श्रद्धालुओं की एंट्री को रोक दिया गया है।

मेला सीओ वरुण मिश्रा का कहना है कि भूकटान वाले स्थानों पर पड़ाव डाल रहे श्रद्धालुओं को वहां से हटाकर अन्य सुरक्षित स्थानों पर भिजवाया जाएगा। साथ ही नाव चालक और उन पर तैनात गोताखोरों को किसी भी दशा में क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने का निर्देश भी दिया हुआ है।

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