फाल्गुन की कांवड़ यात्रा प्रारंभ हुई, जर्जर सडक़ों की नहीं ली जा रही सुध
Hapur News - फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि के लिए लाखों शिवभक्त ब्रजघाट से गंगा जल भरकर यात्रा कर रहे हैं। लेकिन संपर्क रास्तों में बारिश का पानी भरने से यात्रा करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। सीएम योगी के निर्देशों के...
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फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में ब्रजघाट तीर्थनगरी से लाखों शिवभक्त कांवड़ में गंगा जल भरकर सैकड़ों मील लंबी पदयात्रा करते हुए भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे। क्षेत्र के शिवभक्त भी अपने शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे, परंतु अभी तक संपर्क रास्तों के गड्ढों की कोई सुध न लिए जाने से उनमें बारिश का पानी भरने से पदयात्रा करना बड़ी चुनौती हो रही है। फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि से जुड़ी कांवड़ यात्रा प्रारंभ होने के कारण हरिद्वार से जल भरने जा रहे शिवभक्तों की रवानगी का क्रम तेज हो हो गया है। दो तीन दिन के भीतर देश की राजधानी दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब समेत आसपास के राज्यों से जुड़े लाखों शिवभक्तों की ब्रजघाट तीर्थनगरी में आमद प्रारंभ हो जाएगी। जो विभिन्न आकर्षक ढंग में सजाई हुई कांवड़ों में पवित्र गंगा जल भरकर हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारे लगाते हुए सैकड़ों मील लंबी पदयात्रा कर अपने निकटतम शिवालयों पर पहुंचेंगे। गढ़ समेत क्षेत्र और आसपास के जनपदों के शिवभक्त भी ब्रजघाट से गंगा जल लेकर अपने निकटतम मंदिरों में भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे। फ्लागुन मास की कांवड़ यात्रा के मद्देनजर मुक्ति धाम ब्रजघाट तीर्थनगरी के बजारों में चहल पहल के साथ ही रंगत बढऩे लगी है। कांवड़ यात्रा में भाग लेने वाले अधिकांश शिवभक्त नंगे पैर पदयात्रा करने को बेहद शुभ मानते हैं, जिसके चलते वे जूते या चप्पल धारण नहीं करते हैं।
--जलाभिषेक वाले मंदिरों के रास्तों से लेकर मुख्य सडक़ों के गड्ढों में बारिश का पानी भरने से हालात और भी बदतर हुए
गढ़ क्षेत्र में मुख्य रूप से पौराणिक मुक्तेश्वर महादेव नक्का कुआं मंदिर, कल्याणेश्वर मंदिर कल्याणपुर और लाल मंदिर दत्तियाना समेत क्षेत्र में कई स्थानों के शिवालयों मेंं पवित्र शिवलिंग पर गंगा जलाभिषेक होगा। परंतु उक्त तीनों ही मंदिरों को आने जाने वाले संपर्क रास्तों की अधिकांश सडक़ जर्जर होने के साथ ही उनमें हो रहे गड्ढों में गुरुवार की रात को हुई झमाझम बारिश का पानी भरने से हालात और भी बदतर हो चुके हैं। जिससे कांवड़ लेकर नंगे पैर पदयात्रा करने के दौरान दिक्कत झेलने के साथ ही शिवभक्तों के पैर में छाले पडऩे के साथ ही दुर्घटना होने का डर भी बना रहेगा। परंतु अभी तक पालिका प्रशासन समेत ब्लॉक द्वारा इस तरफ कोई भी तवज्जोह दिया जाना संभव नहीं हो पा रहा है, जिससे जर्जर सडक़ों की हालत सुधर पानी संभव नहीं हो पा रही है। गढ़ ब्रजघाट और नेशनल हाईवे की सडक़ कई जगह टूटी होने के साथ मेरठ रोड पर गड्ढों की भरमार के साथ ही उनमें जगह जगह जलभराव हो गया है। तहसील रोड पर घंटाघर के पास में भी भूमिगत पाइप लाइन बिछाने के दौरान जो गड्ढा हुआ था, उसकी मरम्मत भी जल निगम द्वारा नहीं कराई जा सकी है। जिसमें आए दिन बाइक सवारों समेत राहगीर भी गिरकर घायल हो रहे हैं। परंतु दिनभर तहसील स्तरीय अधिकारी कर्मचारियों का आवागमन होने के बाद भी इस समस्या का कोई समाधान संभव नहीं हो पा रहा है। पौराणिक नक्का कुआं मंदिर मार्ग पर जल निगम ने पाइप लाइन डालने को सडक़ के बीच में खुदाई कर पाइप तो डाले हुए हैं, लेकिन सडक़ की मरम्मत नहीं की गई है। जिससे सडक़ पर पत्थर पड़े होने के साथ ही जगह जगह गड्ढे हो रहे हैं। जिनसे होकर शिवभक्तों को पदयात्रा करना मजबूरी हो रही है।
--सीएम योगी के आदेश की भी अफसरों को नहीं है कोई परवाह
सीएम योगी ने काफी दिन पहले सभी सडक़ों को पूरी तरह गड्ढा मुक्त करने का कड़ा निर्देश दिया था, परंतु इसके बाद भी संबंधित अफसर कोई तवज्जोह देने को तैयार नहीं हैं। व्यापारी नेता मूलचंद सिंघल, लोकेश गर्ग, कथा व्यास पंडित विनोद शर्मा शास्त्री का कहना है कि फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा प्रारंभ होने के बाद भी अभी तक सडक़ों के गड्ढे नहीं भर पाए हैं, जिससे भोले के भक्तों को नंगे पांव पदयात्रा करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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