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शिव की दिशा पकड़ो आपकी सब दशा सुधर जाएंगी: प्रदीप मिश्रा

भी शिव के भक्त होने के कारण नहीं दिया था -राजा दशरथ और राजा जनक के बीत सीता के स्वयंबर का वृतांत सुना भगवान शिव की लीला बताई लाखों की भीड़ हाई वे पर

Newswrap हिन्दुस्तान, हापुड़Tue, 8 Oct 2024 10:54 PM
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एक क्षण की शिवभक्ति अगर हमारे भीतर आती है तो महाशिवपुराण में बताया गया है कि भगवान शिव हमारी इच्छा पूरी करते हैं। दुनिया के लोग कहते हैं कि शिव बहुत दूर हूं, शंकर दूर है। शंकर को रिझाना और मनाना बड़ा कठिन है। पर महाशिवपुराण की कथा कहती है कि भगवान महादेव को रिझाना 33 कोटि देवताओं में सबसे सरल है। शिव को आडंबर पसंद नहीं है, कोई दिखावा पसंद नहीं है। मेरे शंकर भगवान को प्रपंच, छल और ढोंग पसंद नहीं है। महाशिवपुराण के चौथे दिन कथा में वाचक प्रदीप मिश्रा ने महाशिवपुराण कथा का वर्णन किया। महापुराणकी कथा कहती है कि शव जैसा भोलापन जिसके अंदर होता उसको शिव तुरंत प्राप्त हो जाता है, शिव को ढूंढना नहीं पड़ता। भगवान शंकर को प्राप्त करने के लिए आपको कही जाना नहीं, कही भटकना नहीं। शिव को प्राप्त करने के लिए केवल निर्मल स्वभाव , मन ही काफी है। कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने सवा किया कि कान के कुंडल पहनने से क्या होता है, नहीं बताने पर खुद कहा कि इससे सुंदरता बढती है। इसी तरह महाशिवपुराण की कथा से कानों के अंदर जाने से भीतर की सुंदरता बढ़ती है। बाहर की सुंदरता से पति, पत्नी, बहन और रिश्तेदार रिझ सकता हैं। परंतु भगवान नहीं रिझ सकते हैं। भगवान के लिए तो अंदर की सुंदरता जरुरी है। आप अंदर से सुंदर होगे तो भगवान उतने करीब होंगे।

दुनिया की कोई किताब तुम पढ़ो या मत पढ़ो, शिवमहापुराण कथा कहती है कि सबसे अच्छी पुस्तक और किताब अपना मन है जिसको जरुर पढ़ना चाहिए। कथा वाचक प्रदीप मिश्रा बताते हैं कि हनुमान जी जब सीता मां को खोजने गए तो उन्होंने भी कहा दिया था कि कैसे लंका तक जाउंगा, बसकी बात नहीं। जब जामवंत जी ने हनुमान जी को कहा कि छलांग लगाकर लंका पहुंच जाता, तू तो जवान हैं और अंदर पढ़ के वीरता का स्मरण कर। जिसके बाद हनुमान जी ने अंदर पढ़कर देखा तो अपना बल याद आ गया। प्रत्येक व्यक्ति में वह ऊर्जा है जिसके लिए आपको भी अपना मन झांकना पड़ेगा।

माता जानकी के स्वयंबर का वृतांत सुनाते हुए कहा कि स्वयंबर में सबको बुलाया परंतु अयोध्या पत्र नहीं भेजा गया। अंदर की किताब पढ़ने का तरीका सुनो, पत्र न जाने का कारण एक था, कि राजा जनक और सेनापति वन में घूमने निकले। हिरन को देखा तो उसके पीछे सेनापति लग गए। वह हिरन अयोध्या में पहुंच गया। हिरन के लिए बाण छोडा तो वह बाण गाय को लग गया। गाय मर गई, जिसका नजारा राजा जनक के सेनापति पेड़ के पीछे छिपकर देख रहे थे। जनक भी गौमाता पुकारते वहां पहुंच गए और पेड़ के पीछे खडे हो गए। स्त्री निकल रही थी, राजा दशरथ को सूचना दी। दशरथ को पता चला कि गाय मर गई तो उन्होंने शिव को चढाने ले जा रहे लौटे के जल को उनको दे दिया। जिससे जल छिड़का तो वह गाय जिंदा हो गई। इस लिए जनक ने न्योता नहीं दिया कि जो शिव के जल से गाय जिंदा कर सकता हैं तो वहां शिव का धनुष तो टूट ही जाएगा।

कथा वाचक ने कहा कि चंद्रेश्वर, सोमेश्वर महाशिवपुराण कथा जरुर सुनना। जिसमें चर्म रोग वाले 14 अक्तूबर से होने वाली कथा को जरुर सुनना। जिसमें आपको पता चलेगा कि कैसे अराधना करोगे और एक लौटा जल चढाने का तरीका सुनकर अपने रोग को खत्म कर सकते हैं।

25 हजार लोगों को लगातार भंडारा--

हेमराज त्यागी, ब्रजभूषण त्यागी, मुनीष कंसल, राहुल गोयल, विशाल गोयल, सुनील गोयल, सुनील सिंघल आदि ने कथा स्थल पर भंडारा चला रखा है। जिसमें करीब 25 हजार को लगातार चाय, खाना आदि की व्यवस्था चल रही है।

उमड़ रहा है सैलाब--

चौथे दिन भी कथा स्थल पर भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। नोएडा, मेरठ, गाजियाबाद, दिल्ली से महिला श्रद्धालु लगातार आ रही है। जिनमें सैकड़ों महिलाएं पैदल ही चलकर पहुंच रही है।

जंगल में हुआ मंगल--

कथा स्थल के पास सैकड़ों बीघा जंगल ही जंगल है। परंतु आज लाखों की भीड़ वहां पर रुकी हुई है। चित्तौली , रामपुर आदि गांवों तक वाहनों की लाइन दिख रही है। हर तरफ भीड ही भीड दिखाई दे रही है।

तपती सूरज की धूप पर आस्था भारी--

टैंट से बाहर निकल कर लाखों की भीड कथा का श्रवण कर रही है। धूप में पल्लू से ही महिलाएं खुद को बचा रही है। अदरं हाथके पंखों से हवा कर रही है। बाहर धूर झेल रही है। परंतु आस्था सब पर भारी पड़ रही है।

युवाओं पर कमान--

सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है और डयूटी दे रहे हैं। परंतु वहीं युवाओं ने भी कमान संभाल रखी है। रितिक त्यागी, उमंग, मोनू त्यागी आदि सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर जुटे हुए हैं।

योगी और प्रदेश पुलिस की प्रशंसा--

मंच से कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने यूपी पुलिस द्वारा की जा रही मिहला सुरक्षा को लेकर जागरुकता अभियान की प्रशंसा की। 1090 और 112 नंबर पर डायल करने की अपील को अच्छा बताया। पुलिस द्वारा की जा रही सुरक्षा और भक्तों की सेवा की प्रशंसा की। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी प्रशंसा की।

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रवि टैंट वाले, सन्नी जैन, दुष्यंत त्यागी, सोनू, पंकज, शुभम, रीतू चौधरी, सोनू चौधरी, आशीष, आयूष आदि भी व्यवस्था में जुटे रहे।

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