भागवत कथा सुनने से मिटते हैं मन के विकार
राठ, संवाददाता। कस्बे के पठानपुरा मोहल्ले में श्रीमदभागवत कथा का शुभारंभ हुआ है। शनिवार
राठ, संवाददाता। कस्बे के पठानपुरा मोहल्ले में श्रीमदभागवत कथा का शुभारंभ हुआ है। शनिवार को कलश यात्रा निकाली गई। कथा व्यास पं.योगेंद्र शास्त्री ने कहा श्रीमद भागवत कथा भक्ति, ज्ञान, वैराग्य से जोड़ती है।
पं.योगेंद्र शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के साथ कलश यात्रा का शुभारंभ किया। बैंडबाजों के साथ शुरू हुई कलश यात्रा में सुखदेव मिश्रा ने श्रीमद्भागवत ग्रंथ को अपने शीश पर उठाया। महिलाएं पीले वस्त्र धारण कर अपने शीश पर मंगल कलश लिए चल रही थीं। कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। यात्रा हमीरपुर रोड होते हुए गायत्री मंदिर की परिक्रमा कर कथा स्थल पर संपन्न हुई। इसके उपरांत विधि विधान से श्रीमद्भागवत ग्रंथ को गद्दी पर स्थापित किया गया। कथा में कथा व्यास ने कहा कि भागवत कथा सुनने से मन के विकार दूर होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। प्रमोद मिश्रा, मनोज कुमार, प्रदीप राजपूत, नीरज कुमार, जयशंकर त्रिपाठी, नीतेश मिश्रा, सौरभ कुमार, कपिल मिश्रा आदि रहे।
श्रीकृष्ण-सुदामा जैसी मित्रता दूसरी नहीं
भरुआ सुमेरपुर। श्री गायत्री तपोभूमि प्रांगण के विरक्त आश्रम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा की आखिरी दिन कथा व्यास ने परीक्षित मोक्ष के साथ श्रीकृष्ण सुदामा मित्रता की रोचक कथा सुनाते हुए कहा कि विश्व में श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता की दूसरी मिसाल नहीं है। कथा के आखिरी दिन कथा व्यास दुर्गा प्रसाद द्विवेदी ने परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य इस कथा श्रवण के बाद मोक्ष का मार्ग प्रशस्त हो जाता है। श्रीकृष्ण एवं सुदामा की मित्रता का सुंदर वृतांत सुनाते हुए कहा की मित्रता की तमाम मिशालें हैं, लेकिन श्रीकृष्ण सुदामा जैसी मिशाल का उदाहरण विश्व में दूसरा नहीं है। आखिरी दिन कथा सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ी हुई थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।