काम करने कोर्ट पहुंचे पांच वकील, बार ने जारी किया नोटिस
Hamirpur News - फोटो- 04 एचएमपी 14 जेपीजी- कचहरी में जमा हड़ताली वकील। हमीरपुर। बस्ते हटाए जाने के फरमान के विरोध में चल रही डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन की हड़ताल के 12वें
हमीरपुर। बस्ते हटाए जाने के फरमान के विरोध में चल रही डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन की हड़ताल के 12वें दिन पांच वकीलों के कोर्ट में काम करने से बार संघ ने नाराजगी जताते हुए सभी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आज भी वकील हड़ताल पर रहे और नारेबाजी करते रहे। जिला बार एसोसिएशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल में शनिवार को वकीलों ने जजी परिसर में धरना-प्रदर्शन जारी रखा। दोपहर में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। संघ के अध्यक्ष भगवानदास दीक्षित ने बताया कि हड़ताल के बावजूद पांच वकीलों द्वारा कोर्ट में काम किया गया है। जिसकी बार संघ निंदा करता है। सभी को चिन्हित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अध्यक्ष ने सभी अधिवक्ताओं से हड़ताल में सहयोग करने की अपील की है। इस दौरान राजेंद्रवीर सिंह चौहान, मथुरा द्विवेदी, गुलाब यादव, चंद्रशेखर अग्निहोत्री, देवी प्रसाद शुक्ला, अजय अवस्थी, महिपाल प्रजापति, कमलेश कुमार धुरिया, आदित्य पाल आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
लेखपालों को फंसाने की बढ़ती प्रवृत्ति के खिलाफ प्रदर्शन
सरीला। उप्र लेखपाल संघ के तत्वावधान में शनिवार को तहसील के दर्जनों लेखपालों ने धरना-प्रदर्शन किया। लेखपालों को विभिन्न मामलों में जबरन फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए विरोध किया। प्रदर्शनकारी लेखपालों ने बताया कि वह राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारी है। जिसका संबंध जनता से सीधे होता है। जनता की भूमि विवाद सहित अधिकांश समस्याओं से संबंधित संदर्भ निस्तारण के लिए लेखपाल के पास ही आते हैं। दो पक्षों के विवाद के निस्तारण संबंधी की गई कार्यवाही से किसी एक पक्ष का असंतुष्ट होना स्वाभाविक है। पंचायत/विकास विभाग की विविध योजनाओं के लिए भूमि उपलब्ध कराने एवं अवैध अतिक्रमण की स्थिति में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से भी अतिचारी/प्रभावित व्यक्तियों के परिवार लेखपाल से दुश्मनी मान लेता है और लेखपाल को क्षेत्र की राजनीति में घसीटने का भी प्रयास किया जाता है। इस प्रकार विधि विरुद्ध कार्य कराने में असफल एवं विविध कारणों से असंतुष्ट व्यक्ति लेखपालों के खिलाफ साजिश करके एंटी करप्शन टीम द्वारा पकड़वाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। एंटी करप्शन कार्यालय द्वारा सामान्य शिकायत के आधार पर वास्तविक तथ्यों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकर्ता को उकसाकर स्वयं बोल-बोल कर शिकायती प्रार्थना पत्र लिखवाया जाता है और प्री ट्रैप जांच की कागजी औपचारिकता कर उसी दिन अथवा अगले दिन लेखपाल को फंसाने के विविध प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है।
प्रदर्शन में लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष चंद्रहांस उपाध्याय, राजकुमार सिंह तहसील अध्यक्ष सहित पंकज अनिल कुमार, कुमार गौरव, सुधीर, जयराम कुशवाहा ने जबरन फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए तहसील परिसर में विरोध किया।
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