हमीरपुर में सत्संग सुनने उमड़ी श्रृद्धालुओं की भीड़
Hamirpur News - शाश्वत शान्ति सत्संग मंडल का 58वां वार्षिकोत्सव उमरी गांव में आयोजित किया गया। वक्ताओं ने बताया कि मन का असली भोजन भजन है और भगवान में मन लगाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर विभिन्न कथाएं सुनाई गईं।...
शाश्वत शान्ति सत्संग मंडल के 58वां वार्षिकोत्सव में दो दिवसीय सत्संग का किया गया आयोजन। जिसमे वक्ताओं ने बताया कि मन का भोजन भजन है। मानव को भगवान में मन लगाने की आवश्यकता है। मुस्करा विकासक्षेत्र के उमरी गांव में स्थित शाश्वत शान्ति इंटर कालेज के प्रांगण में दो दिवसीय सत्संग में दूर-दूर से आए वक्ताओं, कथावाचकों ने विभिन्न कथाएं सुनाई। कथा की शुरुआत मंच संचालक रज्जन पाण्डेय ने करते हुए बताया कि राम को जपने वाले बीमारी से पीड़ित नहीं होते। जालौन से आई महिला कथावाचक जयश्री ने बताया कि कथा इस बिगड़े हुए मन को सुनाते हैं। क्योंकि मन का भोजन ही भजन है। मन को ही इस भगवान में लगाने की जरूरत है। बांदा से आए मानस मधुर रणविजय शास्त्री ने बताया कि भगवान राम का जन्म इस दुनिया में धर्म की स्थापना के लिए हुआ था। जिनके कलयुग में नाम से ही लोग अपने परलोक को सुधार लेंगे। सत्संग का प्रारंभ स्व.सेवाराम पालीवाल ने सन् 1974 में कराया था। जिनकी आज द्वितीय पुण्यतिथि पर विद्यालय परिवार ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल कुमार पालीवाल ने बताया कि कल बाहर से साधु संत, कथावाचक इस सत्संग में शामिल होंगे कल सत्संग का अंतिम दिन है।
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