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बरेली एसएसपी ऑफिस पर आत्‍मदाह की कोशिश करने वाले गुलफाम की मौत, 12 दिन से था भर्ती

  • बरेली में एसएसपी ऑफिस में नए साल के पहले दिन आत्‍महत्‍या की कोशिश करने वाले शख्‍स की मौत हो गई है। गुलफाम नाम के इस शख्‍स ने नए साल के पहले दिन SSP ऑफिस पहुंचकर खुद पर केरोसिन तेल डालकर आत्‍मदाह की कोशिश की थी। गंभीर रूप से झुलसा गुलफाम बरेली के एक निजी अस्‍पताल में भर्ती था।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, संवाददाता, बरेलीSun, 12 Jan 2025 01:22 PM
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Death of the person who tried to Self Immolation: यूपी के बरेली में एसएसपी ऑफिस में नए साल के पहले दिन आत्‍महत्‍या की कोशिश करने वाले शख्‍स की मौत हो गई है। गुलफाम नाम के इस शख्‍स ने नए साल के पहले दिन एसएसपी ऑफिस पहुंचकर खुद पर केरोसिन तेल डालकर आत्‍मदाह की कोशिश की थी। गंभीर रूप से झुलसा गुलफाम बरेली के एक निजी अस्‍पताल में भर्ती था। गुलफाम का आरोप था, पत्नी व ससुरालियों के साथ इलाके के सभासद पति ने उसका ई रिक्शा और रुपये छीन लिये और बंधक बनाकर पीटा। इसकी तहरीर देने पर कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। उसने आरोप लगाया था कि सीओ ने उसे डोडा में जेल भेजने की धमकी दी। सदर विधायक ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का दबाव बनायाा। इस मामले में एसएसपी ने कोतवाल को निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही सीओ संजीव कुमार का सर्किल बदल दिया गया था। आफिस गेट पर तैनात सिपाहियों की मौजूदगी न होने पर उन्हें भी निलंबित किया गया था।

सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला नई सराय निवासी 36 वर्षीय गुलफाम पुत्र फिरोज ई रिक्शा चलाता है। उसका अपनी पत्नी से तकरीबन दो साल से विवाद चल रहा था। इसी विवाद में उस पर मुकदमे भी लिखे गए थे। एक जनवरी को दोपहर लगभग डेढ़ बजे के बाद गुलफाम अपनी मां और बहन के साथ एसएसपी आफिस पहुंचा। मां-बहन आफिस के अंदर रुक गईं। उन्हें वहां छोड़कर गुलफाम बाहर चला गया। कुछ देर बाद वहां केरोसिन लेकर लौटा और खुद पर छिड़ककर आग लगा ली। लपटें उठती देख वहां मौजूद पुलिस कर्मियों और सीओ उझानी शक्ति सिंह समेत अन्‍य पुलिस कर्मियों ने बड़ी मुश्‍किल से आग बुझाई और उसे गाड़ी में डालकर सीधे जिला अस्पताल ले गए। तब तक गुलफाम 50 प्रतिशत तक जल चुका था।

आग लगाने से झुलसे गुलफाम ने आरोप लगाया था कि उसके वार्ड मेंबर समेत पांच लोगों ने 30 दिसंबर को उसका ई रिक्शा समेत 22 सौ रुपये और मोबाइल छीन लिया। उसे पीटा गया और बांधकर घर में बंद कर दिया गया। आरोपियों में उसके ससुराली भी शामिल थे। गुलफाम का कहना था उसने पुलिस को तहरीर दी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि सदर विधायक ने विरोधी पक्ष की ओर से पैरवी की, इसलिए पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी। सीओ सिटी संजीव कुमार पर भी उसने डोडा में बंद करने की धमकी देने का आरोप लगाया। गुलफाम की मौत के बाद उसके घर इर्दगिर्द सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

गुलफाम पर दर्ज किया गया था केस

बरेली रेफर करने के बाद सिविल लाइंस कोतवाली में गुलफाम के खिलाफ आत्मदाह की कोशिश का मुकदमा भी दर्ज किया गया था। घटना के दूसरे दिन शहर कोतवाली पुलिस ने गुलफाम की तहरीर पर पत्नी, सभासद पति संग 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में चार साले भी गिरफ्तार किये गए हैं। बाकी आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है।

सपा ने सरकार और पुलिस को घेरा था

गुलफाम के आत्मदाह के प्रयास के मामले में सपा ने सराकर और पुलिस को घेरा था। सपा का एक प्रतिनिधि मंडल भी बरेली आया था। प्रतिनिधिमंडल ने यहां गुलफाम और उसके परिजनों से मुलाकात कर रिपोर्ट सांसद आदित्य यादव और सपा के राष्ट्रीय सचिव आबिद रजा को सौंपी थी।

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