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गोरखपुर-बढ़नी-गोंडा ट्रेन रूट का होगा दोहरीकरण, डबल ट्रैक से आसान होगी रेल यात्रा

  • गोरखपुर-बढ़नी-गोंडा ट्रेन रूट का दोहरीकरण होगा। डबल लाइन करने के लिए परिचालन प्रबंधन विभाग ने सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया है। डबल ट्रैक होने से रेल यात्रा आसान होगी।

Deep Pandey हिन्दुस्तान, गोरखपुर। आशीष श्रीवास्तवTue, 7 Jan 2025 09:38 AM
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बाराबंकी-छपरा रूट के बाद अब गोरखपुर-बढ़नी-गोण्डा रूट को डबल लाइन किए जाने की तैयारी है। डबल लाइन करने के लिए परिचालन प्रबंधन विभाग ने सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया है। संभावना जताई जा रही है कि आगामी बजट में इसे शामिल कर लिया जाएगा। ऐसे में यात्रियों के लिए सफर आसान होगा।

सर्वे के लिए बजट मिलने के बाद छह महीने में इसे पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे का काम पूरा हो जाने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेज दी जाएगी। वर्तमान में इस रूट पर एक दर्जन से अधिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं। सिंगल ट्रैक होने की वजह से इस रूट पर ट्रेनों का लोड और नहीं बढ़ पा रहा है। इस रूट दोहरीकरण के बाद यात्री ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ियों के संचलन की भी राह आसान हो जाएगी।

प्रमुख स्टेशनों के लिए इस रूट से जाती हैं ट्रेनें : गोरखपुर से बढ़नी रूट पर दिल्ली, मुम्बई के साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा पैसेंजर ट्रेनें भी चलती हैं। गोरखपुर से दिल्ली जाने वाली सबसे अहम ट्रेन हमसफर है जबकि मुम्बई के लिए पनवले एक्सप्रेस रोजाना चलती है। वहीं, जब गोरखपुर-बस्ती रूट पर कोई ब्लाक होता है तो बढ़नी रूट पर ही अधिकतर ट्रेनें डायवर्ट कर दी जाती हैं।

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बाराबंकी-छपरा रूट के बाद अब गोरखपुर-बढ़नी-गोण्डा रूट को डबल लाइन किए जाने की तैयारी है। डबल लाइन करने के लिए परिचालन प्रबंधन विभाग ने सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया है। संभावना जताई जा रही है कि आगामी बजट में इसे शामिल कर लिया जाएगा। ऐसे में यात्रियों के लिए सफर आसान होगा।

सर्वे के लिए बजट मिलने के बाद छह महीने में इसे पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे का काम पूरा हो जाने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेज दी जाएगी। वर्तमान में इस रूट पर एक दर्जन से अधिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं। सिंगल ट्रैक होने की वजह से इस रूट पर ट्रेनों का लोड और नहीं बढ़ पा रहा है। इस रूट दोहरीकरण के बाद यात्री ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ियों के संचलन की भी राह आसान हो जाएगी।

प्रमुख स्टेशनों के लिए इस रूट से जाती हैं ट्रेनें : गोरखपुर से बढ़नी रूट पर दिल्ली, मुम्बई के साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा पैसेंजर ट्रेनें भी चलती हैं। गोरखपुर से दिल्ली जाने वाली सबसे अहम ट्रेन हमसफर है जबकि मुम्बई के लिए पनवले एक्सप्रेस रोजाना चलती है। वहीं, जब गोरखपुर-बस्ती रूट पर कोई ब्लाक होता है तो बढ़नी रूट पर ही अधिकतर ट्रेनें डायवर्ट कर दी जाती हैं।

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1998 में मीटर से ब्रॉड गेज हुआ था यह रूट

रेलवे स्थापना के बाद से 1998 तक गोरखपुर-बढ़नी-गोंडा रूट पर मीटर गेज पर ट्रेनें दौड़ती थीं। इस रूट पर 1994 से ब्रॉड गेज लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया था। 1997 में काम पूरा होने के बाद 98 से ब्राड गेज लाइन पर ट्रेनें दौड़ने लगीं। उसके करीब 14 साल बाद इस रूट पर विद्युतीकरण का शुरू हुआ, जो पांच साल में पूरा हो गया। 2019 से इसी रूट पर विद्युत इंजनों से ट्रेनों का संचलन शुरू हो गया।

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