राप्ती में गिरने वाले नाले ट्रीट होंगे, लालडिग्गी में बनेगा डी-एसटीपी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना के तहत राप्ती नदी के जल को स्वच्छ बनाने के लिए 8 नालों का ट्रीटमेंट किया जाएगा। इसके लिए 6 डी-एसटीपी बनाए जाएंगे, जिनकी लागत 450 करोड़ रुपये होगी। जमीन का अधिग्रहण...
गोरखपुर। मुख्य संवाददाता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के मुताबिक राप्ती के जल को स्वच्छ बनाने के लिए राप्ती में गिरने वाले आठ नाले ट्रीट किए जाएंगे। इसके लिए नमामि गंगे जल शक्ति विभाग (उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण) लालडिग्गी में डिसेंट्रलाइज्ड सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (डी-एसटीपी) लगाएगा। इस एसटीपी के लिए जमीन काश्तकारों से ली जाएगी जिसके लिए जिला प्रशासन स्तर पर प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है। जमीन के लिए धनराशि नगर विकास विभाग उपलब्ध कराएगा।
उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण ने नमामि गंगे जलशक्ति विभाग से इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 450 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बना कर मंजूरी के लिए पहले ही भेजा है। लेकिन नगर निगम और सदर तहसील मिल कर इस परियोजना के लिए वांछित जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रही है। लिहाजा अब नगर विकास विभाग जिलाधिकारी के माध्यम से काश्तकारों से जमीन लेने की पहल करेगा। इसके लिए समझौता और अधिग्रहण दोनों विकल्प खुले हुए हैं। उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता अखिलानंद के मुताबिक नमामि गंगे से प्रोजेक्ट की स्वीकृति के लिए डीएसटीपी के लिए भूमि की उपलब्धता आवश्यक है। उम्मीद है कि जल्द ही इसका इंतजाम भी हो जाएगा।
बनाए जाएंगे 06 डीएसटीपी, ट्रीट होकर राप्ती में जाएगा नालों का पानी
राप्ती नदी में बहरामपुर, इलाहीबाग, डोमिनगढ़ बड़ा नाला गिरता है जिसके लिए 45 एमएलडी का एक एसटीपी बनाया जाएगा। इसके लिए 1.25 हेक्टेयर जमीन चाहिए। दूसरे 05 नाले ट्रांसपोर्टनगर, हांसूपुर राजघाट, बसंतपुर घसियारी, बसंतपुर नरकटिया के लिए 20 गुणा 20 मीटर के 4 प्लाट चाहिए। मिर्जापुर लालडिग्गी नाला के लिए 55 गुणा 55 मीटर का स्थान डी-एसटीपी के लिए चाहिए। ये डी-एसटीपी डेढ़ से दो एमएलडी क्षमता के होंगे। इस तरह कुछ 06 एसटीपी का निर्माण किया जाएगा। इन एसटीपी से सभी नालों से आने वाले जल को ट्रीट कर राप्ती में डाला जाएगा।
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