लेबर रूम में गंदगी, वार्मर खराब, प्रसूताओं का भोजन और दवाएं गायब
गोरखपुर के सरकारी अस्पतालों में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी मूलभूत सुविधाएं मयस्सर नहीं है। इसका खुलासा हुआ राज्य स्तरीय टीम की जांच में। बुधवार को टीम ने आधा दर्जन सीएचसी की जांच की। इस जांच...
गोरखपुर के सरकारी अस्पतालों में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी मूलभूत सुविधाएं मयस्सर नहीं है। इसका खुलासा हुआ राज्य स्तरीय टीम की जांच में। बुधवार को टीम ने आधा दर्जन सीएचसी की जांच की। इस जांच में अस्पतालों के लेबर रूम में गंदगी मिली। वार्मर खराब और दवाओं गायब मिली। इतना ही नहीं प्रसूताओं को दोनों वक्त का भोजन भी नहीं मिला।
भटहट संवाद के मुताबिक कंसल्टेंट अरविंद त्रिपाठी, प्रभाकर तिवारी, डॉ0 अर्पित एवं प्रभारी कोऑर्डिनेटर जमाल अहमद सीएचसी पहुंचे। टीम ने प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान शिशुओं को हेपेटाइटिस बी एवं बीसीजी के टीके नहीं लगाए जाने की पुष्टि हुई। जांच के दौरान ऑप्टोमेटिक के पास से बड़ी संख्या में रोगियों के बने चश्मे मिले। ओपीडी में चिकित्सकों के टेबल पर एमआर द्वारा दिए गए विभिन्न दवाओं के लीफलेट दिखे। भौतिक जांच में प्रसूताओं के दो दिन न रूकने और दोनों वक्त का भोजन न मिलने की तस्दीक हुई। हालांकि रजिस्टर में सब ओके मिला। इस पर टीम ने नाराजगी जताई।
बड़हलगंज संवाद के मुताबिक एनएचएम की टीम सीएचसी का हाल देख प्रभारी डॉ. बीके राय पर बिफर पड़ी। टीम को अस्पताल में दवाएं नदारद मिली। मरीज बाहर से दवा खरीदकर लाते मिले। लेबरू रूम में गंदगी, वार्मर खराब और प्रसव की लचर व्यवस्था देखकर टीम के सदस्यों का पारा हाई हो गया। प्रसूताओं को दोनों वक्त का भोजन नहीं मिलने की तस्दीक हुई। बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए अस्पताल में कोई इंतजाम नहीं मिला। इस पर टीम ने सिर पीट लिया। टीम ने इसकी लिखित शिकायत करने का फैसला किया। टीम ने प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र डेरवा की भी जांच किया वहां व्यवस्था मानक के अनुरूप मिला।
चौरीचौरा संवाद के मुताबिक सीएचसी की जांच डॉ.आचार्य यादव व डॉ. अरविंद उपाध्याय ने किया। टीम ने अस्पताल में बने तीन बेड वाले पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू सेंटर) पर पहुंच कर उसके सभी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उसके बाद इंसेफेलाइटिस वार्ड में दवा से संबन्धित रोगों के निदान की तैयारी का भी जायजा लिया। टीम ने लेबर रूम,अस्पताल के अंदर मरीजों के लिए बनवाये गये शौचालय को देखा तथा उसके टूटे हुए फाटक को तत्काल बदलने का निर्देश दिया। सरदारनगर संवाद के मुताबिक डॉ.अश्वनी, डॉ.अविन्द उपाध्याय व फिरोज की टीम ने पीएचसी का निरीक्षण किया। टीम ने टीकाकरण, जेएसवाई, टीबी समन्धित इलाज व दवाओं के बारे में जानकारी ली। टीम गुरुवार को भी जांच करेगी।
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